राजस्व कर्मी करते हैं मनमाने राजस्व की वसूली

समस्तीपुर। सरकार आदेश कुछ करती है और निचले स्तर के कर्मचारी उसे कुछ और समझते हैं। इस नासमझी में किसान परेशान हो रहे हैं। राजस्व कर्मचारी मनमाने ढंग से लगान की वसूली करते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Mar 2019 11:23 PM (IST) Updated:Sat, 23 Mar 2019 11:23 PM (IST)
राजस्व कर्मी करते हैं मनमाने राजस्व की वसूली
राजस्व कर्मी करते हैं मनमाने राजस्व की वसूली

समस्तीपुर। सरकार आदेश कुछ करती है और निचले स्तर के कर्मचारी उसे कुछ और समझते हैं। इस नासमझी में किसान परेशान हो रहे हैं। राजस्व कर्मचारी मनमाने ढंग से लगान की वसूली करते हैं। जमाबंदी में भी वह अधिक राशि लेते हैं। जिसका रसीद भी है। इस तरह का मामला जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के पास आया है। भाकपा के राज्य सचिव मंडल सदस्य रामचंद्र महतो ने इसको लेकर एक परिवाद दायर किया है। जिसमें राजस्व कर्मचारियों के द्वारा सरकारी आदेश की गलत व्याख्या कर अधिक लगान वसूली की बात कही है।

परिवाद में कहा गया है कि बिहार सरकार ने राजस्व, लगान या निर्धारित लगान पर सेस में किसी प्रकार की कोई वृद्धि नहीं की है। सिर्फ निर्धारित दरों में पैसा के रूप में 2 पैसा, 20 पैसा, 25 पैसा वसूली करने में हो रही कठिनाई को देखते हुए वर्ष 2016 में लगान तथा सेस की वसूली पांच रुपये के गुणक में तथा बाद में समीक्षोपरांत वर्ष 2017 में 10 रुपये के गुणक में करने का स्वीकृत्यादेश जारी किया। इस आदेश की प्रति सभी समाहर्ता के पास है। लेकिन समस्तीपुर जिले के सभी अंचलों में हल्का कर्मचारियों ने सरकार के स्वीकृत्यादेश के विरूद्ध मनमाने ढंग से दो गुणा, चार गुणा, दस गुणा और अठारह गुणा अधिक लगान एवं सेस की वसूली किसानों से करनी शुरू कर दी। जिला भर में करोड़ों रुपये की वसूली की जा चुकी है। श्री महतो ने कहा है कि क्या तो जिला प्रशासन किसानों से वसूल की गई राशि को वापस करे या फिर उसे सामंजित करे। एक ओर किसान सूखा से परेशान हैं, वहीं दूसरी ओर इस तरह की वसूली उचित नहीं है। उन्होंने इसको लेकर साक्ष्य भी उपलब्ध कराए है।

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