नून नदी 17 किमी में बांध विहीन, नए इलाकों में फैला पानी

नून नदी में आई बाढ़ की तेज धारा ने ग्रामीणों द्वारा बांधे गए लोहे के चदरों के बांध को भी अपनी तेज धारा में बहा लिया। चकपहाड़ पंचायत के वार्ड संख्या 12 569 13 14 15 16 में स्थिति भयावह होती जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 Aug 2020 10:46 PM (IST) Updated:Sat, 08 Aug 2020 10:46 PM (IST)
नून नदी 17 किमी में बांध विहीन, नए इलाकों में फैला पानी
नून नदी 17 किमी में बांध विहीन, नए इलाकों में फैला पानी

समस्तीपुर । नून नदी में आई बाढ़ की तेज धारा ने ग्रामीणों द्वारा बांधे गए लोहे के चदरों के बांध को भी अपनी तेज धारा में बहा लिया। चकपहाड़ पंचायत के वार्ड संख्या 1,2, 5,6,9, 13 ,14 ,15, 16 में स्थिति भयावह होती जा रही है। वहीं बाढ़ के पानी के कारण नए घरों में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। फलस्वरूप बाढ़ पीड़ित अपने सुरक्षित ठिकानों की खोज करने लगे हैं। नून नदी की घूमरती धारा के कारण, नदी के दोनों किनारों का अतिक्रमण करता हुआ बाढ़ का पानी अब गुनाई बसही के मौड़ा एवं चक सिकंदर पंचायत के वार्ड संख्या 5 और 6 के भी दर्जनों घरों में प्रवेश कर गया है। मुखिया शिव दयाल सहनी को संपूर्ण पंचायत को बाढ़ से बचाने के लिए ग्रामीणों द्वारा बंद किए गए नाले को फिर से खुलवाने को लेकर, कई बार आक्रोशित ग्रामीणों के भारी विरोध का भी सामना करना पड़ रहा है। विधायक विद्यासागर सिंह निषाद ने बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा करते हुए बाढ़ प्रमंडल दलसिंहसराय एवं समस्तीपुर जिलाधिकारी को नून नदी की भयावहता की जानकारी दी।

मोरवा प्रखंड की चकसिकंदर और चकपहाड़ पंचायतों में नहीं है नून नदी पर बांध

प्रखंड की चकसिकंदर और चकपहाड़ पंचायतों से होकर गुजरने वाली नून नदी में छह किलोमीटर से अधिक दूरी में बांध नही है। चालीस वर्ष पूर्व जननायक कर्पूरी ठाकुर द्वारा बनवाया गया जमींदारी बांध भी लापता हो गया है। स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार वह पुराना बांध टूट कर जमींदोज हो गया या जो बचा था उसे भू मालिकों ने पाट कर अपनी जमीन बना लिया। जमींदारी बांध के पुराने हो जाने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा जननायक कर्पूरी ठाकुर के अधूरे सपनों को पूरा करते हुए दलसिंहसराय से गुनाई बसही पंचायत तक नून नदी के दोनों किनारों पर 10 फीट ऊंचा और पक्का बांध बनाया गया। उस पर कालीकरण करते हुए पक्की सड़क बना दिए जाने से बांध को और भी पक्का बना दिया गया। लेकिन बनाए जा रहे नये बांध निर्माण कार्य के दौरान स्थानीय उपद्रवियों द्वारा निर्माण कार्य में लगे संवेदकों को परेशान किए जाने के कारण आगे का निर्माण कार्य ठप पड़ गया। फलस्वरूप नून नदी का दोनों किनारा बांध विहीन रह जाने से बाढ़ की विभीषिका आसपास के क्षेत्रों के लिए जानलेवा बन गई है। यही नहीं मोरवा प्रखंड के चकसिकंदर से लेकर ताजपुर कोठिया बंगला और बेलहर तक कुल 17 किलोमीटर की दूरी में नून नदी का दोनों किनारा बांध विहीन है। इसलिए यह सारा इलाका पानी में डूबने लगा है। मुखिया प्रतिनिधि प्रवीण कुमार राय एवं छात्र राजद नेता रोशन कुमार यादव के अनुसार बाढ़ का पानी पंचायत के सभी वार्डो में प्रवेश कर गया है। मोरवा विधायक विद्यासागर सिंह निषाद ने कहा कि बाढ़ के समाप्त होते ही नया बांध निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा।

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