अष्टयाम यज्ञ को लेकर निकली कलश यात्रा

हसनपुर प्रखंड क्षेत्र की मरांची उजागर पंचायत अंतर्गत बीरपुर गांव स्थित सरस्वती चौक के भोले बाबा स्थान परिसर में बुधवार को कलश यात्रा के साथ दो दिवसीय अष्टयाम यज्ञ शुरू हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 12:27 AM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 12:27 AM (IST)
अष्टयाम यज्ञ को लेकर निकली कलश यात्रा
अष्टयाम यज्ञ को लेकर निकली कलश यात्रा

समस्तीपुर । हसनपुर प्रखंड क्षेत्र की मरांची उजागर पंचायत अंतर्गत बीरपुर गांव स्थित सरस्वती चौक के भोले बाबा स्थान परिसर में बुधवार को कलश यात्रा के साथ दो दिवसीय अष्टयाम यज्ञ शुरू हुआ। बताया गया है कि यज्ञ स्थल से 151 नर-नारियों ने अपने-अपने माथे पर कलश लेकर सम्पूर्ण गांव का भ्रमण करते हुए गंगा सागर पोखर के किनारे पहुंचे। जहां से कलश में पवित्र जल भरकर जय श्री राम का जयघोष करते हुए पुन: यज्ञ स्थल पर पहुंचे। जहां विद्वान पंडित देवनारायण दास ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ कलश स्थापित कर दो दिवसीय यज्ञ का श्री गणेश किया। यज्ञ का व्रती गिना देवी के नेतृत्व में आयोजित अष्टयाम यज्ञ में उच्चारण किए जा रहे श्री राम जय राम जय जय राम के मंत्र से पूरा इलाका भक्तिमय रस में डूब गया है। यज्ञ की सफलता में रामदेव पासवान, साहेब पासवान, धर्मेन्द्र पासवान, ब्रह्मदेव पासवान, सिकंदर ठाकुर आदि की सराहनीय भूमिका है। सुंदरकांड के पाठ से तन-मन होता है पावन

उजियारपुर: गोस्वामी तुलसीदास ने रामचरितमानस की रचना करके रामकथा को सुगम बना दिया। जिससे साधारण शिक्षा प्राप्त व्यक्ति भी आसानी से पढ़कर बहुत ही सरलता से अनुवाद कर भगवान राम के जीवनवृत्त को समझ सकते हैं। इस रचना में सातों कांड की अपनी-अलग महत्ता है। परंतु सुंदरकांड के पाठ से तन और मन का मैल धुल जाता है। परिवार में सुख-शांति और समृद्धि आती है। यह बात बेलारी गांव में मंगलवार की शाम आयोजित सुंदरकांड पाठ के अवसर पर चर्चा करते हुए रामभक्तों ने कही। इस अवसर पर सुंदरकांड का संगीतबद्ध पाठ किया गया। मौके पर गोष्ठी के अध्यक्ष नागेंद्र पाठक, अरुण पाठक, सीताराम सहनी, रामनारायण झा, महेश्वर झा, महेश चौधरी, रामरतन सहनी, रामकिशोर साह, सोनेलाल सहनी, रामदयाल सिंह, जयनारायण पाठक, उपेंद्र मिश्र, अमरेंद्र पाठक, जय कृष्ण सहनी, सत्यनारायण सहनी आदि श्रद्धालु मौजूद थे।

chat bot
आपका साथी