बिहार में बह रही विकास की आंधी : विस अध्यक्ष

हसनपुर विधानसभा क्षेत्र में विकास का नया अध्याय जुड़ रहा है। बिहार के विकास पुरुष को प्रदेश में कार्य करने का मौका मिला हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 06 Nov 2018 10:58 PM (IST) Updated:Tue, 06 Nov 2018 10:58 PM (IST)
बिहार में बह रही विकास की आंधी : विस अध्यक्ष
बिहार में बह रही विकास की आंधी : विस अध्यक्ष

समस्तीपुर । हसनपुर विधानसभा क्षेत्र में विकास का नया अध्याय जुड़ रहा है। बिहार के विकास पुरुष को प्रदेश में कार्य करने का मौका मिला हैं। नेपाल से शुरु होने वाली सभी नदियां बिथान के फुहिया घाट के नजदीक मिलती है। जिससे यहां के किसानों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। उक्त बातें आज बिथान में सभा को संबोधित करते हुए विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने कही।

पिछले सरकार में मुख्यमंत्री द्वारा जल संसाधन विभाग का जिम्मा सौंपा गया था। नेपाल से शुरू होने वाली करेह, कमला, कोसी का पानी यहीं पर आकर समाप्त होता है। बिथान में बाढ़ के पानी से जलमग्न हो जाता था। यहां पर बांध बनाया गया ताकि क्षेत्र की जनता को सहूलियत मिल सके। करेह नदी के फुहिया घाट पर उच्च स्तरीय पुल निर्माण का शिलान्यास होने से दोहरी खुशी मिल रही है। पूर्व में जब जल संसाधन मंत्री था तो फुहिया-दर्जिया बांध का निर्माण कराया था। जिससे यहां के किसानों को दोनों फसलों का लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा बिहार में विकास की आंधी बह रही है। फुहिया घाट पर पुल बनने से दक्षिण बिहार एवं उत्तर बिहार के समस्तीपुर, दरभंगा, सहरसा, सुपौल, खगड़िया व बेगूसराय के लोगों को जयनगर होते हुए नेपाल जाने में आसानी होगी।

समस्तीपुर जिले के मेहनतकश किसान की जितनी फसलों की पैदावार होती हैं, इसकी चर्चा मुख्यमंत्री भी स्वयं करते हैं। बिथान का क्षेत्र पहले साल में अधिकांश समय जलमग्न रहता था। कमला नदी का नया तटबंध बनाया गया है। अपने कार्यकाल में 14 किलोमीटर तक तटबंध बनवाया था उसकी अब उपयोगिता बढ़ गई हैं। मुख्यमंत्री ने गांव-गांव में सड़क बना दी हैं। उन्होंने कहा कि बिथान जैसे पिछड़े इलाके में सड़क नहीं रहने की वजह से काफी परेशानी होती थी। अब इलाके की सूरत के साथ-साथ उसका रुतबा भी बदल गया हैं। गांव-गांव सड़क बन जाने की वजह से लोग मुख्य सड़क मार्ग से जुड़ रहे हैं। इससे बड़े वाहन भी गांव तक जाने लगे हैं। इससे जमीन की कीमत में बढ़ोत्तरी हो रही हैं। पहले से लखपति थे, वो आज करोड़पति और करोड़पति अरबपति बन गए हैं। सरकार ने बैठै-बैठे ही उनकी हैसियत बढ़ा दी हैं। विकास की रोशनी के साथ ही प्रगति की तरक्की लगातार बढ़ती जा रही है।

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