सुनील हत्याकांड : चाचा ने दिया था घटना को अंजाम

By Edited By: Publish:Mon, 28 Jul 2014 09:14 PM (IST) Updated:Mon, 28 Jul 2014 09:14 PM (IST)
सुनील हत्याकांड : चाचा ने दिया था घटना को अंजाम

समस्तीपुर, संवाद सहयोगी : सिघिंया थाना क्षेत्र के कुलहवा घाट बैरियर के समीप पतेलबाद जहांगीपुर गांव में गला दबाकर हुई युवक की हत्या मामले का खुलासा हो गया है। सोमवार को पुलिस अधीक्षक बाबू राम ने बताया कि पूरे मामले की जांच हुई है। इस दौरान यह साफ हो गया है कि युवक की हत्या किसी और ने नहीं उसी के चाचा ने की थी। बकौल एसपी 21 जुलाई को सिघिंया थाना क्षेत्र के जहांगीरपुर बगीचा में एक युवक का शव मिला था। जिसकी पहचान सिंघिया थाना क्षेत्र के मुसेपुर गांव के भीम साहू के पुत्र सुनील कुमार साहू के रूप में हुई थी। इस संबंध में युवक की मां द्वारा अज्ञात के विरुद्ध भादवि 302/34 के अंतर्गत मामला दर्ज कराया था। इस मामले में सिघिंया थानाध्यक्ष ने वैज्ञानिक पद्धति से अनुसंधान कर मामले का खुलासा किया। अनुसंधान के क्रम में पुलिस ने गांव के ही शंकर साहू के पुत्र राकेश कुमार साहू को रविवार की रात्रि गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद राकेश ने बताया कि उक्त घटना को युवक के चाचा अर्जुन साहू के इशारे पर उसके चचेरे भाई विजय साहू एवं चचेरे बहनोई हेमपुलिस साहू ने अंजाम दिया। अपराधी ने पुलिस को बताया कि 20 जुलाई को मृतक सुनील कुमार साहू को खिलाने-पिलाने एवं उसके चचेरे बहनोई हेमपुलिस साहू उर्फ हेमू साहू से उधार रुपया दिलाने का लालच देकर उसे अपनी मोटरसाइकिल पर बैठा कर रात्रि में हसनपुर थाना के देवधा गांव ले गया। जहां पर सुनसान जगह को देखकर उसका चचेरा भाई विजय साहू एवं चचेरा बहनोई हेम पुलिस साहू को सौंप दिया था। इसके बाद सुबह में मृतक का शव बगीचे में मिलने का खुलासा हुआ था। इस दौरान गांव के लोग दबी जुबान से अपराधी का नाम ले रहे थे। इस दौरान वह ससुराल में छिप कर रह रहा था, जब वह छिप कर अपने घर आ रहे था तो गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने उसे धर दबोचा। बता दें कि मृतक अपने चचेरी बहन की शादी में चाचा की मदद की थी। इसके बाद चाचा द्वारा पैसा नहीं लौटाया जा रहा था। इस पर मृतक ने उसके घर से बहुत सारा सामान निकाल कर बेच दिया था। जिसके प्रतिशोध में राकेश साहू, मनरुप साहू, अर्जुन साहू एवं हेम पुलिस साहू उर्फ हेमू साहू ने इस घटना को अंजाम दिया। इस संबंध में एसपी बाबू राम ने कहा कि सिघिंया थानाध्यक्ष विश्वनाथ प्रसाद रवि द्वारा मामले की वैज्ञानिक पद्धति से अनुसंधान किया गया है। इसके लिए श्री रवि को पुरस्कृत किया जाएगा।

chat bot
आपका साथी