Saharsa: साइबर ठगी मामले में बेल मिली तो शराब पार्टी कर मनाने लगे जश्न, पुलिस ने सात को किया गिरफ्तार
Crime News छापेमारी में सात लोगों को शराब के नशे में गिरफ्तार किया गया। जिसमे साइबर ठगी मामले में गुरुवार को बेल मिलने पर जेल से बाहर आए मधेपुरा जिले के रितेश कुमार के अलावा दूसरे लोग शामिल हैं।
संवाद सूत्र, सोनवर्षा राज (सहरसा): साइबर ठगी के मामले में न्यायालय से बेल मिलने के बाद शराब पार्टी करना युवकों को महंगा पड़ गया। बसनही थाना पुलिस ने गुरुवार की रात जमुनिया गांव में साइबर ठगी के आरोपित दिलखुश कुमार के घर से शराब के नशे में जश्न मना रहे सात नशेड़ियों को गिरफ्तार कर लिया।
भागने में कामयाब रहा दिलखुश
पुलिस कार्रवाई के दौरान दिलखुश कुमार भागने में सफल रहा। थानाध्यक्ष अविनाश कुमार ने बताया कि शराब के नशे में कुछ लोगों के जश्न मनाते हुए पटाखे फोड़ने की सूचना पर रघुनाथपुर पंचायत के जमुनिया गांव में छापेमारी की गई।
7 गिरफ्तार
छापेमारी में सात लोगों को शराब के नशे में गिरफ्तार किया गया। जिसमे साइबर ठगी मामले में गुरुवार को ही न्यायालय से बेल मिलने पर जेल से बाहर आए मधेपुरा जिले के मुरलीगंज थाना अंतर्गत बेघा गांव के रितेश कुमार के अलावा जमुनिया गांव के मुकेश कुमार, काशनगर के गुड्डू कुमार, सुडू कुमार, राहुल कुमार, पतरघट ओपी क्षेत्र के पामा गांव के सुजीत कुमार व बिहारीगंज थाना क्षेत्र के कोरियारही गांव के वीरबल कुमार शामिल हैं।
एक लाख की साइबर ठगी
जागरण संवाददाता, सहरसा: सदर थाना के संतनगर की प्रतिभा रानी वर्मा के खाते से साइबर बदमाशों ने एक लाख एक हजार रुपये उड़ा लिया। थाना में दिए आवेदन में पीड़िता ने कहा कि उनका खाता पंजाब नेशनल बैंक में है। उनके मोबाइल पर एक मोबाइल नंबर से मैसेज आया कि बिजली विभाग में बिजली बिल अपडेट नहीं होने पर देर रात बिजली काट दी जाएगी।
मैसेज में दो नंबर पर संपर्क करने को कहा गया। संपर्क करने पर कहा गया कि एक रुपये कटने पर अपडेट हो जाएगा। इसके बाद उनके मोबाइल से पहली बार 54 हजार 501 रुपये कटने का मैसेज आया।
मिनी ट्रांजेक्शन निकलने पर दो दिनों में एक लाख एक हजार रुपये की निकासी की जानकारी मिली। मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।