निहार रही आंखें, कब होगा आमान परिवर्तन
लोगों को उम्मीद जगी कि शायद अब कार्य पूरा हो जाएगा। इसी बीच वर्ष 2010 में राघोपुर से थरबिटिया (25 क
लोगों को उम्मीद जगी कि शायद अब कार्य पूरा हो जाएगा। इसी बीच वर्ष 2010 में राघोपुर से थरबिटिया (25 किमी) तक मेगा ब्लॉक ले लिया गया। बावजूद अभी तक कार्य पूरा नहीं हो पाया। जबकि सहरसा-थरबिटिया (40 किमी) के बीच अभी कार्य शुरू भी नहीं हुआ है। इस इलाके के लोगों की मानें तो थरबिटिया-फारबिसगंज-निर्मली-सहरसा के बीच आमान परिवर्तन होने से जहां कोसी व मिथिला एक हो जाएगा वहीं इस इलाके के लोगों को बड़ी लाइन का ट्रेन पकड़ने के लिए सहरसा नहीं जाना पड़ेगा। सुपौल के अनिल कुमार ¨सह, सुभाषचंद्र पाठक कहते हैं कि अब तो बस निहार ही रहा हूं कि कब आमान परिवर्तन होगा।