उर्वरक की कालाबाजारी रोकने हेतु धावा दल गठित

By Edited By: Publish:Thu, 04 Sep 2014 07:48 PM (IST) Updated:Thu, 04 Sep 2014 07:48 PM (IST)
उर्वरक की कालाबाजारी रोकने हेतु धावा दल गठित

सहरसा, जासं : कृषि निदेशक के पत्र के आलोक में उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 के प्रावधानों के आलोक में जिलाधिकारी शशिभूषण कुमार ने उर्वरकों के कालाबाजारी पर अंकुश लगाने हेतु धावा दल गठित किया है। इस धावा दल को फर्म की अनुज्ञप्ति, साइन बोर्ड एवं मूल्य तालिका, भंडार पंजी व बिक्री पंजी, कृषकों को निर्गत किये जानेवाले कैशमेमों, थौक उर्वरक बिक्रेता को कंपनी के द्वारा निर्गत स्लीप का भंडार पंजी में अंकित उर्वरक की मात्रा से मिलान करने, भंडार पंजी में अंकित उर्वरक का भौतिक सत्यापन करने का आदेश दिया गया है।

धावा दल में सदर अनुमंडलाधिकारी व जिला कृषि पदाधिकारी को सदर अनुमंडल के थौक ब्रिकेता, सिमरीबख्तियारपुर एसडीओ व अनुमंडल कृषि पदाधिकारी को सिमरीबख्तियारपुर अन्तर्गत थौक ब्रिकेता के दुकान की जांच की जिम्मेवारी दी गई है। इसके अलावा प्रखंड स्तर पर सभी अंचल के अंचलाधिकारी अपने-अपने अंचल में धावा दल में शामिल होंगे। कृषि विभाग की ओर से कहरा में कहरा के प्रखंड कृषि पदाधिकारी, सत्तर कटैया, नवहट्टा और महिषी में सत्तर कटैया प्रखंड कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार, सौरबाजार, पतरघट व सोनवर्षा में सौर बाजार के प्रखंड कृषि पदाधिकारी अरुण कुमार सिंह और सिमरीबख्तियारपुर, सलखुआ व बनमा इटहरी में सिमरीबख्तियारपुर के प्रखंड कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार यादव को धावा दल में शामिल किया गया है। डीएम ने धावा दल को खरीफ अवधि में प्रत्येक सप्ताह में कम से कम दो- दो प्रतिष्ठानों की जांच करने तथा अनियमितता पाये जाने पर दोषी ब्रिकेता के विरुद्ध उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 के प्रावधान के तहत कार्रवाई सुनिश्चित करने का आदेश दिया है।

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