गया में बस पलटने की खबर सुन अभिभावकों में मची अफरातफरी
रोहतास। गया जिले के मानपुर के पास बस पलटने से रोहतास जिले से टूर पर गए एक निजी विद्यालय
रोहतास। गया जिले के मानपुर के पास बस पलटने से रोहतास जिले से टूर पर गए एक निजी विद्यालय के डेढ़ दर्जन बच्चों के घायल होने की घटना ने एक बार फिर प्रबंधन की कार्यशैली पर सवाल खड़ा कर दिया है। मासूमों की जान के साथ खिलवाड़ करने की आदत चालकों के लिए अब आम बात बनती जा रही है। शुक्रवार की रात प्रखंड के एक निजी विद्यालय के बच्चों को ले जाने के क्रम में मानपुर के पास चालक के संतुलन खोने से बस पलटने से डेढ़ दर्जन बच्चों के घायल होने की सूचना मिली है।इस घटना की खबर मिलते ही बच्चों के अभिभावकों में अफरातफरी का माहौल कायम हो गया। लोग अपने बच्चों का हाल जानने गया रवाना हो गए हैं।
गौरतलब हो कि डेढ़ माह पहले भी औरंगाबाद के पास बस पलटने से मुख्यमंत्री शैक्षणिक परिभ्रमण पर गए जिले के पांच दर्जन से अधिक बच्चों में से एक की मौत घटनास्थल पर ही हो गई थी, जबकि तीन दर्जन से अधिक घायल हो गए थे। उक्त बच्चे राजपुर प्रखंड के उर्दू मध्य विद्यालय मंगरवलिया के थे। उस वक्त भी जांच में चालक के नशे में होने व क्षमता से अधिक छात्रों को टूर पर ले जाने की बात सामने आई थी। उस घटना के बाद न तो चालक ही सबक ले पाए हैं, न विद्यालय प्रबंधन।
वहीं शुक्रवार की रात चेनारी प्रखंड के एक निजी विद्यालय के बच्चों को ले जाने के क्रम में मानपुर के पास चालक के संतुलन खोने से बस पलटने से डेढ़ दर्जन बच्चों के घायल होने की घटना भी विद्यालय प्रबंधन की लापरवाही को उजागर करती है। सवाल यह उठता है कि जब चालक शराब के नशे में था, तो आखिर उस पर सवार गाइड शिक्षकों ने उसे गाड़ी चलाने से मना क्यों नहीं किया। यदि गाइड शिक्षक चालक को गाड़ी चलाने से मना किए होते तो शायद यह घटना नहीं हो पाती।
बताते चले कि सन प्लस पब्लिक स्कूल के 30 सदस्यीय परिभ्रमण दल बोधगया व राजगीर के लिए टूर पर गया था। जिसमें 20 बच्चे शामिल थे। जिन बच्चों को टूर पर ले जाया गया था, उनमें अमरजीत, मंशा, अनुराग, लक्ष्मी, अनामिका, अंशु, अभिमन्यू, श्रीभगवान, रिशु, विक्की चौबे, कार्तिक कुमार, सत्यजीत कुमार, साक्षी, रूद्रा रंजन, नफिस अंसारी समेत अन्य शामिल थे।