मुगलसराय जैसा बनेगा सासाराम रेलवे स्टेशन

रोहतास। आदर्श की श्रेणी में शामिल सासाराम रेलवे स्टेशन का नया लुक लोगों को देखने को मिले

By Edited By: Publish:Mon, 25 Jul 2016 03:03 AM (IST) Updated:Mon, 25 Jul 2016 03:03 AM (IST)
मुगलसराय जैसा बनेगा सासाराम रेलवे स्टेशन

रोहतास। आदर्श की श्रेणी में शामिल सासाराम रेलवे स्टेशन का नया लुक लोगों को देखने को मिलेगा। यहां भी वह सारी सुविधाएं यात्रियों को उपलब्ध होंगी, जो सुविधा मुगलसराय स्टेशन पर मिलती है। विभाग मुगलसराय की तरह इस स्टेशन को दर्जा देने की कवायद में जुट गया है। अब यात्रियों को मूलभूत सुविधाओं के लिए स्टेशन परिसर से बाहर नहीं जाना पड़ेगा।इस बात का खुलासा आरटीआई से मिली सूचना से हुआ है। जिसमें सासाराम स्टेशन को मुगलसराय जैसा दर्जा देने के लिए 5.89 करोड़ रुपये स्वीकृत करने की बात पूर्व मध्य रेल मुगलसराय के वरीय मंडल इंजीनियर ने कही है।

हाल के कुछ महीनों में यात्री सुविधाओं में हुए इजाफा भी इसी का द्योतक माना जा रहा है। इसे लेकर स्थानीय सांसद समेत विभिन्न स्वयंसेवी संगठन विगत कई वर्षों से प्रयासरत रहे हैं। इसके लिए रेलवे से जुड़ी विभिन्न समितियों में शामिल स्थानीय सदस्य भी मांग उठाते रहे हैं। जो विकास कार्य प्रस्तावित हैं, उनमें प्लेटफार्म पर शेड, पानी नल सहित अन्य है। जिसमें से कुछ पूर्ण हो गए हैं तो कुछ प्रक्रिया में है। लेकिन मजे की बात तो यह कि अब तक जो भी सुविधा यात्रियों को उपलब्ध हो पाई है, उसका लाभ शायद ही यात्रियों को मिलता है। बहरहाल फब्बारा जैसी सुविधा का नजारा शोभा की वस्तु के तौर पर यात्री देखते हैं।

नौ करोड़ की योजना पर कार्य शुरू :

स्टेशन को भव्य व आकर्षक बनाने का कार्य प्रारंभ है। जहां मल्टी कंपलेक्स मार्केट हरी झंडी के लिए रेलवे विकास प्राधिकरण के पास लंबित है। वहीं आरा-सासाराम रेलखंड के लिए अलग से प्लेटफार्म का निर्माण कार्य शुरू है। इसके अलावे नए फुट ब्रिज के विस्तार, कर्मियों के आवास सहित अन्य कार्य भी स्वीकृत है। जिस पर रेलवे लगभग नौ करोड़ रुपये खर्च करेगा।

तीन वर्ष बाद मिली सूचना :

स्टेशन के विकास लिए स्वीकृत राशि को ले एक आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा रेलवे से मांगी गई सूचना तीन वर्ष बाद उसे मिली है।मुगलसराय रेल डिवीजन के लोक सूचना पदाधिकारी से आदर्श की श्रेणी में शामिल ए दर्जा प्राप्त सासाराम स्टेशन के विकास से संबंधित सूचना अप्रैल 2013 में मांगी गई थी, जो जून 2016 में आवेदक को प्राप्त हो सकी है। काफी समय बाद मिली सूचना से विभाग की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। जहां सूचना के अधिकार अधिनियम के नियमों का खुलंखुला उल्लंघन है वही विभागीय अधिकारी की लापरवाही भी उजागर हुई है।

कहते हैं अधिकारी :

सासाराम आदर्श स्टेशन की श्रेणी में है। यात्री सुविधाओं को बेहतर बना उसे उपलब्ध कराना विभाग की प्राथमिकता है। इससे विकास के लिए बहुत सारी योजनाएं स्वीकृत है। जिसमें से कुछ कार्य पूर्ण कर लिए गए हैं, कुछ शुरू है तो कुछ को हरी झंडी मिलने वाली है।

किशोर कुमार, डीआरएम, मुगलसराय डिवीजन

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