तेज गति से विकास करने वाला देश का पांचवां रेलवे स्टेशन बना सासाराम

रोहतास। देश में तेज गति से विकास करने वाला सासाराम रेलवे स्टेशन बन गया है। स्वच्छ रेल, स्वच्छ भारत स

By JagranEdited By: Publish:Thu, 03 Oct 2019 05:33 PM (IST) Updated:Thu, 03 Oct 2019 05:33 PM (IST)
तेज गति से विकास करने वाला देश का पांचवां रेलवे स्टेशन बना सासाराम
तेज गति से विकास करने वाला देश का पांचवां रेलवे स्टेशन बना सासाराम

रोहतास। देश में तेज गति से विकास करने वाला सासाराम रेलवे स्टेशन बन गया है। स्वच्छ रेल, स्वच्छ भारत सर्वे 2019 की रिपोर्ट में इस स्टेशन को तेज गति से विकास करने वाले देश के टॉप टेन की सूची में शामिल किया गया है। इंप्रुवमेंट रैंकिग में सासाराम को पांचवा स्थान प्राप्त हुआ है। साफ सफाई की भी स्थिति यहां सुधरी है। पहले व दूसरे स्थान पर यूपी के फैजाबाद व अयोध्या स्टेशन है। स्वच्छता की ²ष्टिकोण से स्टेशन को 381वें स्थान मिला है, जबकि वर्ष 2018 में 399 वें पायदान पर था। इस बार समीप के डेहरी स्टेशन को 565 व भभुआ रोड को 459 वां स्थान। आमदनी के आधार पर स्टेशनों का तय किया गया श्रेणी : स्वच्छता सर्वे स्टेशनों को श्रेणी में बांटकर किया गया था। श्रेणी आमदनी के आधार पर तय किया गया है। सासाराम व डेहरी को श्रेणी तीन में रखा गया है। कारण कि जिस रेलवे स्टेशन की आमदनी 20 करोड़ से एक अरब के बीच है, उसे कैटेगरी तीन व जहां की 10 से 20 करोड़ के बीच है उसे श्रेणी चार में रखा गया है। विभिन्न माध्यमों से मिले मंतव्य के आधार पर सासाराम को कुल अंक 692.39 प्राप्त हुआ है, जबकि भभुआ रोड को 653.70 व डेहरी को 545.60 अंक हासिल हुआ है। साफ-सफाई की स्थिति सुधरने पर रेल कर्मियों से लेकर स्थानीय लोगों ने प्रसन्नता जाहिर की है। दर्जन भर योजनाओं पर हो रहा कार्य : विश्वस्तरीय स्टेशन की योजना में शामिल सासाराम स्टेशन पर विकास के दर्जन योजनाओं पर कार्य चल रहा है। जिसमें रेलवे स्टेडियम का निर्माण के अलावा नये एफओबी, स्वचालित सीढ़ी, सीसीटीवी, सर्कुलेटिग एरिया का विकास, सौ फीट तिरंगा मास्ट कार्य का प्रमुख रूप से शामिल है। जबकि साढ़े छह अरब की लागत से फ्लाई ओवर व मल्टी कांप्लेक्स मार्केट का भी निर्माण अगले कुछ दिनों में होने वाला है। वर्तमान में सात प्लेटफार्म व 11 रेलवे ट्रैक चालू है। इसके अलावा दो और प्लेटफार्म तथा इतनी की ही संख्या दो रेलवे ट्रैक प्रस्तावित है। मशीन से होती है प्लेटफार्म की सफाई :

रेलवे प्लेटफार्म व स्टेशन परिसर की सफाई में मशीन के अलावा चार दर्जन से अधिक मजदूर प्रतिदिन काम करते हैं। जिन्हें रोजाना समय-समय पर सफाई कार्य को करना होता है। हालांकि फिलहाल हो रहे विकास कार्यों के कारण सफाई कर्मियों को अपने कार्य को सही तरीके से करने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन जो स्थान सही सलामत है, वहां वे अपनी ड्यूटी को पूरा करने में पीछे नहीं दिखते हैं। सुविधा बढ़ने के साथ ही आमदनी में भी इजाफा हुआ है। बीते वित्तीय वर्ष में सिर्फ यात्री किराया से रेलवे को 24 करोड़ से अधिक की आमदनी हुई है। कहते हैं अधिकारी :

रेलवे का प्रयास है कि सासाराम विकास व यात्री सुविधा की ²ष्टिकोण से देश में अव्वल स्थान प्राप्त करे। इस दिशा में हर संभव कोशिश भी की जा रही है। यह अच्छी बात है कि सासाराम देश के उन पांच स्टेशनों में शामिल हुआ, जो तेजी से विकास करने वाला है। वर्ष 2018-19 यात्री सुविधा व विकास की ²ष्टिकोण से उपलब्धियों का वर्ष रहा है। जिसमें स्थानीय लोगों का योगदान भी अहम है।

उमेश कुमार, स्टेशन प्रबंधक

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