डेंगू के डर से सहमे रहते परसथुआ के लोग

संवाद सूत्र परसथुआ रोहतास। बाढ़ का पानी खत्म होने के साथ ही परसथुआ के लोग डेंगू के ड

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Oct 2019 06:27 PM (IST) Updated:Sun, 13 Oct 2019 06:27 PM (IST)
डेंगू के डर से सहमे रहते परसथुआ के लोग
डेंगू के डर से सहमे रहते परसथुआ के लोग

संवाद सूत्र, परसथुआ : रोहतास। बाढ़ का पानी खत्म होने के साथ ही परसथुआ के लोग डेंगू के डर से सहमे हुए हैं। जब भी बरसात आती है परसथुआ और आसपास के लोग डेंगू के डर से कांप जाते हैं। 2013 मे इस क्षेत्र में जिले में डेंगू का पहला मामला प्रकाश में आया था। पंडित गिरीश नारायण मिश्र महाविद्यालय के सचिव मंजीव मिश्र, सामाजिक कार्यकर्ता जयशंकर प्रसाद, उपमुखिया धनंजय शर्मा, पूर्व मुखिया हाशिम शेख, राजेश कवि, रामाशंकर गुप्ता, विनय मिश्र, राजेश सिंह, अभिषेक सिंह समेत अन्य लोगों का कहना है कि इस दौरान कथराई, शोभीपुर, महाबीरगंज, परसथुआ, सकरौली, भारडीह आदि गावों में दो दर्जन से अधिक लोग डेंगू की चपेट में आ गए थे। इस क्षेत्र में उस समय डेंगू से आधे दर्जन लोगों की मौत भी हो गई थी। इसके बाद कोचस प्रखंड के अन्य गांव भी डेंगू की चपेट में आ गए थे। जिसके बाद राज्य स्तरीय डाक्टरों की टीम डेंगू की जांच करने के लिए कोचस आई थी।

कहा कि बाढ़ खत्म होने के बाद प्रशासन को तुरंत मच्छररोधी दवा का छिड़काव करना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। लोगों के जेहन में 2013 की घटना हमेशा बनी रहती है।

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