विकास मित्र के लापता होने की सूचना पर घटों खाक छानती रही पुलिस

पूर्णिया। होली के दिन मधुबन पंचायत के विकास मित्र के अचानक लापता होने की सूचना पर बनमनखी पुलिस

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Mar 2019 10:06 PM (IST) Updated:Fri, 22 Mar 2019 10:06 PM (IST)
विकास मित्र के लापता होने की सूचना पर घटों खाक छानती रही पुलिस
विकास मित्र के लापता होने की सूचना पर घटों खाक छानती रही पुलिस

पूर्णिया। होली के दिन मधुबन पंचायत के विकास मित्र के अचानक लापता होने की सूचना पर बनमनखी पुलिस रामनगर फरसाही के सिकठिया गाव में घटों खाक छानती रही। किंतु देर शाम तक उसे ढूंढा नहीं जा सका। घटनास्थल पर मौजूद बनमनखी के एसडीपीओ विभाष कुमार, सीओ अर्जुन विश्वास, पुलिस निरीक्षक राजेश्वर प्रसाद, बनमनखी थानाध्यक्ष अरविंद कुमार सहित दर्जनों महिला व पुरूष पुलिस कर्मियों के द्वारा गायब हुए विकास मित्र को शाम छह बजे तक खोज निकालने की हरसंभव कोशिश की गई, किन्तु सफलता नहीं मिली। गायब हुआ विकास मित्र मधुबन पंचायत के वार्ड 05 स्थित अनुसूचित जाति टोला का रहनेवाला राजेश कुमार ऋषि है। घटनास्थल पर मौजूद मधुबन पंचायत के जनप्रतिनिधियों व विकास मित्र के परिजनों ने जानकारी दी कि गुरुवार की सुबह करीब 9 बजे वह अपनी मोटरसाइकिल से सिकठिया गाव आया था। शराब के नशे में कुछ गलतिया करने के जुर्म में स्थानीय टोले वासियों के द्वारा विकास मित्र की जमकर मारपीट की गई। तभी से उसके लापता हो जाने की चर्चा जोर पकड़ने लगी। गुरूवार की दोपहर विकास मित्र को गायब कर हत्या की खबर सून सिकठिया पहुंचे मधुबन, हरपट्टी एवं महाराजी गाव सहित आसपास के टोले मुहल्लों के सैकड़ों ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। पश्चात एसडीओ एवं अंचलाधिकारी सहित कई अन्य पुलिस अधिकारी सिकठिया पहुंचकर वस्तुस्थिति का जायजा लिए और उपस्थित संथाल टोला के ग्रामीणों से घटना के मुतल्लिक पूछताछ की गई। इस दौरान विनय किस्कू को पूछताछ हेतु पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इससे संथाल टोला के महिला व पुरूष आक्त्रोशित हो गए और हिरासत में लिए गए विनय किस्कू को तुरंत मुक्त करने की माग पुलिस अधिकारियों से करने लगे। परिस्थिति की गंभीरता को देखते हुए एसडीपीओ श्री कुमार ने आक्रोशित टोले वासियों को हिरासत में ले जाए गए उक्त व्यक्ति को रिहा करने का आश्वासन दिया। तब जाकर लोगों का गुस्सा शात हुआ। इसी बस्ती के पूरब बासबाडी से गायब हुए विकास मित्र को भागने का शोर हुआ। कुछ दूर तक ग्रामीणों द्वारा पीछा भी किया गया। प्रशासनिक टीम भी पीछा करती हुई रेलवे लाइन तक पहुंची, किन्तु विकास मित्र का कुछ पता नहीं चल सका। मकई के खेत में घुसकर लोगों ने ढूंढने का प्रयास किया। वहा उपस्थित कई प्रबुद्ध जनों एवं टोले वासियों ने प्रशासनिक टीम को बताया कि पिछले साल भी ऐसी ही घटना यहा उक्त विकास मित्र के साथ हुई थी, जिसे टोलेवासियों के कब्जे से मुक्त कराया जा सका था। काफी मशक्कत करने के बाद भी गायब हुए विकास मित्र का जब कोई पता नहीं चला,तब करीब 6 बजे शाम को प्रशासनिक टीम वापस लौट गयी। दूसरी ओर विकास मित्र के देर रात तक घर नहीं पहुंचने से उनके परिजनों में निराशा का माहौल था। सबके सब अनहोनी की आशका से चिन्तित नजर आ रहे थे।

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