बिहार टॉकीज रोड में नहीं लगेगा रेलवाला बिजली खंभा, सीमेंट वाले से चलेगा काम

पूर्णिया बिहार टॉकीज रोड में बीच सड़क से पुराने बिजली खंभों को हटाकर नया पोल लगाने में

By JagranEdited By: Publish:Tue, 15 Oct 2019 10:47 PM (IST) Updated:Wed, 16 Oct 2019 06:14 AM (IST)
बिहार टॉकीज रोड में नहीं लगेगा रेलवाला 
बिजली खंभा, सीमेंट वाले से चलेगा काम
बिहार टॉकीज रोड में नहीं लगेगा रेलवाला बिजली खंभा, सीमेंट वाले से चलेगा काम

पूर्णिया : बिहार टॉकीज रोड में बीच सड़क से पुराने बिजली खंभों को हटाकर नया पोल लगाने में अड़चन समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा है। विगत एक साल से अधिक समय से नगर निगम और बिजली विभाग के बीच एस्टीमेट और राशि भुगतान की प्रक्रिया चल रही है। कभी सीमेट वाला खंभा तो कभी सड़क के बीचों-बीच लगाने के लिए लंबा वाला रेल वाला बिजली खंभा का एस्टीमेट तैयार करने की प्रक्रिया चल रही है। इस पूरे काम में खर्च होने वाली राशि भुगतान को लेकर पेंच फंसता रहा है। सालभर से चल रहे खंभा लगाने की प्रक्रिया में एक बार फिर नये एस्टीमेट को रद कर पुराने एस्टीमेट पर ही सीमेट पोल लगाने की सहमति बनी है। हालांकि बिजली का खंभा लगाने का काम तो पूरा हो जाएगा लेकिन लोगों के लिए ऊंचाई कम होने के कारण उत्पन्न खतरा यूं ही बरकरार रह जाएगा। पुराने एस्टीमेट पर पोल लगाने की प्रक्रिया पर खर्च आने वाले 11 लाख 39 हजार की राशि पर ही अब 26 पोल लगाए जाएंगे। यह भुगतान नगर निगम द्वारा बिजली विभाग को पूर्व में ही किया जा चुका है। नये एस्टीमेट के तहत रेल पोल लगाने के लिए 30 लाख का नया एस्टीमेट बनाकर बिजली विभाग द्वारा नगर निगम को सौंपा गया था। लेकिन भारी भरकम राशि भुगतान करने को लेकर पेंच फंसने के बाद अब नये एस्टीमेट को रद कर पुराने एस्टीमेट पर ही अब सीमेट पोल लगाए जाएंगे। अगर पुराने एस्टीमेट पर ही खंभा लगाने का काम किया जाता तो दो माह पूर्व ही काम पूर्ण हो जाता है। बिजली विभाग के अधिकारियों के अनुसार एक सप्ताह में खंभा लगाने का काम शुरू हो जाएगा।

खतरा को देखते हुए बनाया गया था नया एस्टीमेट:::

बिहार टॉकीज रोड में बिजली का खंभा नये तरीके से शिफ्ट नहीं होने के कारण सड़क की दुर्दशा में सुधार नहीं हो पा रही है। शुरू में सीमेट पोल लगवाने के लिए नगर निगम तैयार हुआ लेकिन सीमेट पोल की ऊंचाई कम होने के कारण खतरे की संभावना को देखते हुए अधिक ऊंचाई वाला रेल पोल लगाने का फैसला लिया गया। सीमेट वाले छोटे पोल से तार के गुजरने पर डॉक्टर के क्लीनिक एवं प्रतिष्ठान को खतरा की संभावना जताई गई। फिर नगर निगम द्वारा बिजली विभाग को लोहा वाला रेल पोल का एस्टीमेट तैयार करने का आदेश दिया गया था और बिजली विभाग ने 30 लाख का नया एस्टीमेट तैयार किया था।

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