डीन और पीजी विभागाध्यक्ष की नियुक्ति पर लगी मुहर

पूर्णिया विवि के एकेडमिक काउंसिल की पहली बैठक शनिवार को पूर्णिया कॉलेज में हुई। बैठक में शैक्षणिक क्षेत्र में अब तक हुए कार्य, नियुक्ति, नए कोर्स और भविष्य की कार्य-योजनाओं पर चर्चा हुई। इस दौरान कई प्रस्तावों की स्वीकृति एवं अनुमोदन लिया गया साथ ही डीन एवं पीजी विभागाध्यक्षों की नियुक्ति पर भी एकेडमिक काउंसिल की मुहर लगी। बैठक की अध्यक्षता वीसी प्रो राजेश ¨सह ने की।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 Sep 2018 09:28 PM (IST) Updated:Sat, 15 Sep 2018 09:28 PM (IST)
डीन और पीजी विभागाध्यक्ष की नियुक्ति पर लगी मुहर
डीन और पीजी विभागाध्यक्ष की नियुक्ति पर लगी मुहर

पूर्णिया। पूर्णिया विवि के एकेडमिक काउंसिल की पहली बैठक शनिवार को पूर्णिया कॉलेज में हुई। बैठक में शैक्षणिक क्षेत्र में अब तक हुए कार्य, नियुक्ति, नए कोर्स और भविष्य की कार्य-योजनाओं पर चर्चा हुई। इस दौरान कई प्रस्तावों की स्वीकृति एवं अनुमोदन लिया गया साथ ही डीन एवं पीजी विभागाध्यक्षों की नियुक्ति पर भी एकेडमिक काउंसिल की मुहर लगी। बैठक की अध्यक्षता वीसी प्रो. राजेश ¨सह ने की। उन्होंने अपने स्वागत भाषण में विवि की पिछले दिनों की गतिविधि पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि राजभवन के निर्णय एवं निर्देश के आलोक में स्नातकोतर कक्षाओं में सीबीसीएस प्रणाली लागू किया गया है।

20 विषयों में लिया गया है स्नातकोतर कक्षाओं में नामांकन

पूर्णिया विवि अपने पैतृक विवि में चल रहे सारे कोर्साें को अंगीकार करते हुए 22 विषयों को आरंभ किया है। तत्काल 20 विषयों में स्नातकोतर कक्षाओं में नामांकन लिया गया है और उनकी कक्षाएं 14 सितंबर से आरंभ कर दी गई है। इसके अतिरिक्त स्नातक कक्षाओं एवं व्यवसायिक पाठ्यक्रमों को भी आरंभ कर दिया गया है। राजभवन के निर्देश के आलोक में अभी स्नातकोतर कक्षाओं में सीबीसीएस/सेमेस्टर प्रणाली को लागू किया गया है। अगले शैक्षणिक सत्र से स्नातक कक्षाओं में भी इसे लागू करने का प्रयास किया जाएगा। इसके अतिरिक्त 17 कोर्सेज भी आरंभ करने की योजना है। इन कोर्स को तैयार करने में विषय विशेषज्ञों का सहयोग लेते हुए इसे गंभीरता से तैयार किया गया है।

इंटिग्रेटेड कोर्स आरंभ करने की योजना पर भी हो रहा है काम

स्ववित्त पोषित पाठ्यक्रम के अंतर्गत 21 विषय आरंभ करने की योजना पर कार्य किया जा रहा है। कुछ इंटिग्रेटेड कोर्स आरंभ करने की योजना पर भी कार्य किया जा रहा है।

इस मौके पर रजिस्ट्रार कर्नल प्रमोद कुमार ने एकेडमिक काउंसिल की बैठक में अनुमोदन हेतु विचारणीय विषयों को बारी-बारी से पढ़कर सुनाया। इसमें सदस्यों के शंका निवारण के पश्चात सभी प्रस्तावों को ध्वनिमत से अनुमोदित किया गया। इन प्रस्तावों में स्थापना काल से किये गए कार्याें का अनुमोदन एवं भविष्य में किए जाने वाले कार्यों पर चर्चा हुई।

बैठक में लिए गए प्रमुख प्रस्ताव

बैठक में लिए गए प्रमुख प्रस्ताव में विवि में लोगों की स्वीकृति एवं अनुमोदन, पीएचडी कोर्स की परीक्षा के आयोजन की स्वीकृति एवं अनुमोदन, विवि में 110 विभिन्न विभागों के गठन एवं शिक्षक-शिक्षकेतर कर्मचारियों के पदों के सृजन की स्वीकृति एवं अनुमोदन, विवि कार्यालय के अतिरिक्त 82 पदों के सृजन, शैक्षणिक एवं परीक्षा कैलेंडर, विश्वविद्यालय क्षेत्राधीन सभी अंगीभूत महाविद्यालयों में स्नातकोतर स्तर की पढ़ाई के लिए प्रस्ताव की स्वीकृति एवं अनुमोदन के अलावा संबद्ध महाविद्यालयों में नामांकन हेतु सीट-वृद्धि के प्रस्ताव का अनुमोदन, राजस्थान विवि के कुलपति डा एसएस सारंगदेव और बिहार कृषि विवि पूसा के पूर्व कुलपति डा अरूण कुमार को एकेडमिक काउंसिल के वाह्य विशेषज्ञ के रूप में मनोनीत करने के प्रस्ताव का अनुमोदन और पावर प्वाइंट के माध्यम से शिक्षकों को कक्षा लेने के प्रस्ताव का भी अनुमोदन किया गया। बैठक के अंत में प्रतिकुलपति प्रो. प्रभात कुमार ¨सह ने धन्यवाद ज्ञापन किया। बैठक में वीसी, प्रोवीसी, डीएसडब्ल्यू के अलावा सभी डीन, पीजी विभागाध्यक्ष, चयनित अंगीभूत एवं संबद्ध महाविद्यालय के प्रधानाचार्य आदि मौजूद थे।

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