एसएनसीयू वार्ड में अतिरिक्त 8 बेड को 24 घंटे में शुरू करने का डीएम ने दिया निर्देश

पूर्णिया बालिका कब्बडी, बालिका हॉकी और सुब्रतो कप फुटबॉल की मेजबानी के लिए तैयार है। खेल महाकुम्भ के आयोजन को लेकर स्थानीय खिलाड़ी और खेल प्रेमी काफी उत्साहित हैं। यह पहला अवसर होगा जब एक महीने में एक साथ तीन -तीन खेलों की राज्यस्तरीय अंडर 14,17 और 19 खेल प्रतियोगिता का आयोजन एक महीने में ही किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 Sep 2018 11:50 PM (IST) Updated:Mon, 10 Sep 2018 11:50 PM (IST)
एसएनसीयू वार्ड में अतिरिक्त 8 बेड को 24 घंटे में शुरू करने का डीएम ने दिया निर्देश
एसएनसीयू वार्ड में अतिरिक्त 8 बेड को 24 घंटे में शुरू करने का डीएम ने दिया निर्देश

पूर्णिया। जिलाधिकारी प्रदीप कुमार झा सदर अस्पताल के एनआरसी में भर्ती कुपोषित 11 वर्षीय बच्चे सोनेलाल हांसदा का हाल जानने के लिए पहुंचे। उन्होंने करीब आधा घंटा अस्पताल में विभिन्न वार्ड का निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ अस्पताल प्रबंधक ¨सपी कुमारी भी मौजूद थी। एसएनसीयू वार्ड में वर्तमान में 18 बेड संचालित किया जा रहा है। आठ अतिरिक्त बेड का लगाने के बाद भी अबतक उसमें बच्चे की भर्ती नहीं की जा रही है। इस पर डीएम ने इसके संचालन नहीं होने के बारे में पूछा तो बताया गया कि परिचारिका की प्रतिनियुक्ति की गई है लेकिन उसने अबतक योगदान नहीं दिया है। इस पर उन्होंने इसे 24 घंटे के अंदर शुरू करने का आदेश दिया। संबंधित परिचारिका के योगदान नहीं देने के हालत उसके वेतन रोक लगाने का भी निर्देश दिया है। अस्पताल में डीएम अन्य वार्डों के साथ आपातकालीन वार्ड का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मरीजों से भी बात की और इलाज, दवा और भोजन के बारे में पूछा। पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती बनमनखी के सोनेलाल हांसदा के पिता ताला हांसदा से मिले और पूछा कि पिछली बार जब भर्ती हुए थे तो वापस क्यों चले गए। ताला हांसदा ने बताया बच्चा मां के पास जाने की जिद कर रहा था इसलिए चले गए थे। उन्होंने यह पूछा कि किसी ने रुपये की भी मांग की थी तब उसने जवाब नहीं में दिया। इस दौरान प्रदीप कुमार झा ने भर्ती आठ बच्चे का भी हाल जाना और उनकी माताओं से बात की। यहां की व्यवस्था के बारे में विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने ताला हांसदा को आश्वासन दिया कि यह पूरी तरह से इलाज करा लें ठीक हो जाए बच्चा तब ही जाएं। अगर जरूरत पड़ी तो बाहर उच्च मेडिकल सेंटर भी भेजा जाएगा। बच्चा अभी दो डॉक्टर शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. वीर कुंवर ¨सह और एनआरसी के प्रभारी डॉ. सुरेंद्र कुमार की देखरेख में हैं। डॉक्टरों का कहना है बच्चे की हालत ठीक है उसकी जांच की जा रही है।

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