मुस्लिम समाज को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने का काम करेगा ईमारत सरिया

पूर्णिया,जागरण संवाददाता: मुस्लिम समाज शिक्षा के क्षेत्र में काफी पिछड़ा है। इसे शिक्षा के मुख्यधारा

By Edited By: Publish:Fri, 20 Feb 2015 08:43 PM (IST) Updated:Fri, 20 Feb 2015 08:43 PM (IST)
मुस्लिम समाज को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने का काम करेगा ईमारत सरिया

पूर्णिया,जागरण संवाददाता: मुस्लिम समाज शिक्षा के क्षेत्र में काफी पिछड़ा है। इसे शिक्षा के मुख्यधारा में लाने के लिए ईमारत सरिया प्रयत्‍‌नशील है। पूर्णिया में रहने वाले लोग शिक्षा के क्षेत्र में नंबर एक तालीम मिले। इसके लिए समाज के हर व्यक्ति आगे आना होगा। उक्त बातें बिहार, झारखंड एवं ओड़िसा राज्य के हज कमेटी के अध्यक्ष सह ईमारत सरिया के महासचिव अनिरु रहमान काशमी ने शुक्रवार को जामिया मदरसा लाईन बाजार में प्रेस को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि मजदूर किसान समेत सभी तबकों के लोगों को अपने बच्चों को शिक्षित करने के लिए आगे आना चाहिए। शिक्षा के स्तर में सुधार नहीं होने से लोग प्रतिनिधि से अपने विकास का हिसाब नहीं पूछ पाते हैं। तालिम के लिए प्रतिनिधि कितने राशि खर्च कर रहे हैं तथा तालिम की स्थिति क्या है। उन्होंने बताया कि सरकारी स्कूल में पढ़ाई के नाम पर खानापूर्ति कर सिर्फ आंकड़ों में पढ़ाई होती है। मुसलमान उच्च शिक्षा के क्षेत्र में बिहार में मात्र 3 से 4 प्रतिशत ही है। इसे आगे बढ़ाने की जरुरत है। मो.कासमी ने कहा कि कोसी व पूर्णिया प्रमंडल में आम जनता को शिक्षा के प्रति जागरुक के लिए पूर्णिया आए हैं। लाईन बाजार स्थित इस्लामिया गर्ल हाई स्कूल में एक सेमिनार किया जा रहा है। जिले के सभी मस्जिदों में आज इसकी तकरीर हुई है। मो.कासमी ने बताया कि मुसलमानों के लड़का व लड़कियों दोनों को तालिम मिले इसके लिए लोगों को जागरुक होना होगा। उन्होंने मुसलमान की आबादी के अनुसार स्कूल व कॉलेज आज भी काफी कम है। सरकार से आबादी के अनुकूल स्कूल कॉलेज की स्थापना की मांग की। इस मौके पर अंजुम इस्लामिया के अध्यक्ष मजरूल हसन ने कहा कि मुसलमानों के अंदर तालिम 4 से 6 प्रतिशत ही पाया जा रहा है जो काफी दुखद है। पूर्णिया से जुड़े कई लोगों ने तालिम के लिए काफी अच्छा काम किया है। इनमें मिलिया ट्रस्ट के निदेशक डा.अरसद इमाम, डा.तारिक जमीली एवं प्रो.एके हसन दानिश को सेमिनार में सम्मानित किया जाएगा। इस मौके पर अंजुम इस्लामिया के सचिव वजी अहमद, उप सचिव सोहराब नदवी, कार्यक्रम के संयोजक अब्दुल कयूम मुक्ति, अहमद हुसैन काशमी, अनवारुल हक आदि मौजूद थे।

chat bot
आपका साथी