व्यक्ति को जोड़ने वाला योग, अब क्रिया को जोड़ेगा : अमित शाह

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा से योग को अंतरराष्ट्रीय मान्यता दिलाकर भारतीय संस्कृति के ध्वज-पताका को सिरमौर बनाया है।

By pradeep Kumar TiwariEdited By: Publish:Sun, 21 Jun 2015 08:19 AM (IST) Updated:Sun, 21 Jun 2015 09:39 PM (IST)
व्यक्ति को जोड़ने वाला योग, अब क्रिया को जोड़ेगा : अमित शाह

पटना। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा से योग को अंतरराष्ट्रीय मान्यता दिलाकर भारतीय संस्कृति के ध्वज-पताका को सिरमौर बनाया है। उन्होंने कहा कि योग जोड़ता है तन और मन को। यह पूरे विश्व को जोडऩे का काम करेगा।

पढ़ें- मोइनुल हक स्टेडियम में हुआ योग अभ्यास, भाजपा अध्यक्ष ने नहीं किया योग

मोइनुल हक स्टेडियम में करीब पंद्रह हजार से ज्यादा लोगों की मौजूदगी में रविवार को विश्व योग दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए शाह ने कहा कि आज के दिन का खास महत्व है। सूर्य आज के ही दिन पृथ्वी पर अपनी सर्वाधिक ऊर्जा बिखेरता है। विश्व योग दिवस के रूप में आज के दिन का चयन का एक यह भी कारण है। आज दुनिया में जब सभ्यताओं के बीच एक-दूसरे से आगे बढऩे के लिए संघर्ष चल रहा है, ऐसे में योग सभ्यताओं को जोडऩे का काम करेगी।

देखें तस्वीरें- मोइनुल हक स्टेडियम में हजारों लोगों ने किया योग अभ्यास-

इस कार्यक्रम के लिए सुबह पांच बजे से ही लोगों का स्टेडियम में आने का सिलसिला शुरू हो गया था। स्टेडियम के पूरे मैदान में योगाभ्यास करने वालों के लिए गलीचा बिछा हुआ था। हालांकि भीड़ के कारण यहां भी धक्कामुक्की जैसी स्थिति थी। स्टेडियम का स्टैंड भी योगाभ्यास देखने आए दर्शकों से भरा था।

पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, साढ़े छह बजे ही स्टेडियम में आकर पहली कतार में आकर बैठ गए। उसी कतार में बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव, प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय, डॉ.सीपी ठाकुर और केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव जैसे लोग भी बैठ गए। पूर्व मंत्री प्रेम कुमार, सुखदा पांडेय, रामेश्वर चौरसिया, विधान पार्षद सत्येंद्र कुशवाहा, पूर्व डीजीपी आशीष रंजन सिन्हा, विधायक राजीव रंजन जैसे कई प्रमुख नेताओं ने सात बजने से पहले ही आकर योगाभ्यास के लिए जगह ले ली थी।

करीब साढ़े छह बजे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और राष्ट्रीय महामंत्री सौदान सिंह को लेकर नेता प्रतिपक्ष नंदकिशोर यादव भी आयोजन स्थल पर पहुंचे। दीप प्रज्ज्वलित करउद्घाटन की औपचारिकता पूरी करने के बाद सभी नेहरू युवा केंद्र पंतजलि पीठ, मुंगेर योग केंद्र से आए आचार्यों के साथ मंच के एक किनारे बैठ गए।

ठीक सात बजे योगाभ्यास का कार्यक्रम शुरू हुआ। सबसे पहले शिथिलीकरण के तीन आसन-ग्रीवा चालन, कटि चालन और घुटना संचालन कराया गया। इसके बाद खड़े होकर पांच आसन-ताड़ासन, वृक्षासन, पादहस्तासन, अद्र्धचक्रासन और त्रिकोणासन कराया गया। इसके बाद बैठकर किए जाने वाले चार आसन- भद्रासन, अद्र्धउष्ट्रासन, शशकासन और वक्रासन का अभ्यास कराया गया।

करीब बीस मिनट तक उपरोक्त आसनों का अभ्यास कराने के बाद पेट के बल लेटकर किए जाने वाले तीन आसन-भुजंगासन, शलभासन और मकरासन तथा पीठ के बल लेटकर तीन आसन-सेतुबंधासन, पवनमुक्तासन और शवासन कराया गया। कार्यक्रम के अंत में प्राणायाम के चार आसन- कपालभाति,अनुलोम विलोम, भ्रामरी और प्रणव ध्यान कराने के बाद सात बजकर पैतीस मिनट पर संकल्प पाठ के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।

''भाजपा शरीर का योग कर रही, हम राजनीति का योग कर रहे हैं। भाजपा नेताओं का शरीर योग करने लायक स्थिति में नहीं है। यह योग नहीं भोग है। ध्यान बंटाने के लिए योग का आयोजन किया गया है।ÓÓ

- शरद यादव, राष्ट्रीय अध्यक्ष, जदयू

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