आधी आबादी को अब नजरअंदाज करना संभव नहीं : एन विजयलक्ष्मी

आधी आबादी को अब नजरअंदाज करना संभव नहीं है। महिलाओं को मुख्य धारा में लाना है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 12 Sep 2019 11:24 PM (IST) Updated:Thu, 12 Sep 2019 11:24 PM (IST)
आधी आबादी को अब नजरअंदाज करना संभव नहीं : एन विजयलक्ष्मी
आधी आबादी को अब नजरअंदाज करना संभव नहीं : एन विजयलक्ष्मी

पटना। आधी आबादी को अब नजरअंदाज करना संभव नहीं है। महिलाओं को मुख्य धारा में लाना है। कानून बनने के बाद भी महिला हिसा हो रही है। दहेज प्रथा नहीं रुकी। सिर्फ जागरुकता का अभाव नजर आ रहा है। महिला विकास निगम की प्रबंध निदेशक एन. विजयलक्ष्मी ने गुरुवार को होटल चाणक्या में जेंडर संवेदीकरण विषय पर शहरी स्थानीय निकायों के पदाधिकारियों के लिए आयोजित प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ करते हुए कहीं।

प्रबंध निदेशक ने कहा कि किसी भी राज्य के विकास के लिए जेंडर समानता जरूरी है। महिलाओं के मुख्य धारा में आने के बाद ही राज्य का तेजी से विकास संभव है। सरकार निरंतर प्रयत्‍‌नशील है। प्रशिक्षण में सीखें और इसे धरातल पर उतारें। महिला विकास निगम के परियोजना निदेशक रुपेश कुमार सिन्हा ने शहरी स्थानीय निकायों के पदाधिकारियों को प्रशिक्षण का महत्व बताया। नगर विकास एवं आवास विभाग के विशेष सचिव संजय कुमार ने कहा कि महिलाओं के प्रति व्यवहार एवं सोच में बदलाव लाने की जरूरत है।

क्युब रूट, नई दिल्ली की निदेशक सुहासिनी राव ने लिंगानुपात विषय पर पत्र प्रस्तुत किया। यौन उन्पीड़न, जेंडर के प्रति धारणाएं, जेंडर समाकलन एवं मुख्य विचारधारा जैसी अवधारणाओं पर बल दिया। शहरी एवं पर्यावरणीय क्षेत्रीय अध्ययन केंद्र लखनऊ के सहायक निदेशक अवधेश कुमार सिंह, जेंडर रिसोर्स सेंटर के वरीय परामर्शी एस. आनंद एवं आशीष कुमार ने आतरिक शिकायत समिति व स्थानीय शिकायत समिति के गठन पर जोर दिया।

महिलाएं किसी चीज में नहीं हैं कमजोर

पटना। लिंग संवेदनशीलता एवं जागरुकता पर आधारित कार्यशाला का आयोजन गुरुवार को दूरदर्शन की ओर से किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन दूरदर्शन केंद्र, पटना के कार्यक्रम प्रमुख डॉ. राज कुमार नाहर ने किया। उन्होंने कहा कि दूरदर्शन के महानिदेशक सुप्रिया साहू की परिकल्पना पर आधारित कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज महिलाएं, पुरुषों से किसी भी मामले में कम नहीं हैं। जीवन के हर मोड़ पर पुरुष एवं स्त्रियों का महत्व समान है। वहीं दूरदर्शन के केंद्राध्यक्ष चंद्रशेखर ने कहा कि आज महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं हैं। दूरदर्शन का सदा प्रयास रहा है कि कार्यस्थल पर महिलाओं के साथ किसी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं हो। कार्यक्रम को सफल बनाने में सुगम संजय अग्रवाल, ललित कुमार अरूण, गौतम कुमार, मनोज श्रीवास्तव के साथ कई लोग मौजूद थे।

chat bot
आपका साथी