ललन बाबू शाम में क्या करेंगे और सुबह में क्या, किसी को पता नहीं होता, जदयू सांसद ने क्यों कह दी ये बात
Bihar Politics जदयू सांसद रामप्रीत मंडल ने कहा है कि देश इस समय दलदल में फंसा है। उस दलदल से निकालने में नीतीश कुमार और ललन ही सक्षम हैं। केंद्र सरकार प्राइवेटाइजेशन के माध्यम से आरक्षण समाप्त करना चाहती है।
पटना, आनलाइन डेस्क। देश इस समय दलदल में फंसा है। इस दलदल से निकालने में दो ही लोग सक्षम हैं। वे हैं नीतीश कुमार और ललन सिंह (Nitish Kumar and Lalan Singh)। ये दोनों चाणक्य हैं। जदयू सांसद रामप्रीत मंडल (JDU MP Rampreet Mandal) ने ये बातें कहीं हैं। उन्होंने कहा कि सभी चाहते हैं कि 2024 में लालकिला पर नीतीश कुमार तिरंगा फहराएं। वे एक न्यूज पोर्टल से बातचीत कर रहे थे।
दलदल से निकालने में नीतीश और ललन ही सक्षम
उन्होंने कहा कि लोगों को लग रहा है कि देश दलदल में फंस गया है। दलदल से निकालने में दो ही व्यक्ति सक्षम हैं, नीतीश जी और ललन सिंह। नीतीश जी को पीएम बनने की कोई लालसा नहीं है लेकिन वे चाणक्य जरूर बनना चाहते हैं। केंद्र सरकार ने सभी वस्तुओं पर जीएसटी लगा दिया। बच्चों के पेंसिल, दूध तक पर जीएसटी है। इसी के पैसे वेतन का भुगतान किया जा रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह (PM Narendra Modi and Amit Shah) का प्रयास है कि सारे सरकारी उपक्रमों को बेच दें। प्राइवेट कंपनी होने पर रिजर्वेशन समाप्त हो जाएगा। इनका प्रयास ही रिजर्वेशन समाप्त करने का है। देश कंगाली की हालत में है।
जब ललन बाबू जेपी आंदोलन में सक्रिय थे, तब कहां थे अमित शाह
रामप्रीत मंडल ने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह ने ललन बाबू पर कटाक्ष किया। गिरिराज सिंह भी उल्टा-पुल्टा बोलते हैं। लेकिन अमित शाह ये जान लें कि ललन बाबू 1974 में जेपी आंदोलन में सक्रिय थे, उस समय उनका राजनीति में कहीं नामोनिशान तक नहीं था।अमित शाह जी पर्सनल अटैक नहीं करें। ऐसा करेंगे तो उन्हें ही हानी होगी। स्वच्छ छवि की राजनीति होनी चाहिए। महाभारत में पांडवों के रथ की तरह ललन बाबू और नीतीश जी का रथ चल पड़ा है। इसे कोई हिला नहीं सकता। नीतीश जी ने बिहार के लिए जो काम किया, उसका अनुकरण देश कर रहा है। इन दोनों को कोई हल्के में नहीं ले। ललन सिंह को टारगेट करने पर उन्होंने कहा कि भाजपा को टारगेट करना है तो विकास को करे। देश की उन्नति कैसे होगी, इसपर निशाना साधे। ललन बाबू सोना हैं, सोना जितना घिसता है उतना ही चमकता है। वे चाणक्य हैं। शाम में क्या करते हैं, सुबह में क्या करेंगे कोई नहीं जानता। देश की जनता चाहती है कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बनें और 2024 में लालकिला पर तिरंगा फहराएं।