एक हसीना-दो दीवाने, नहीं माने तो नंगा कर खंभे में बांधा और काट दिया सिर...
एक लड़की के दो दीवाने थे। दोनों अच्छे दोस्त। लड़की के परिजनों को यह रिश्ता रास नहीं आया, लेकिन दोनों युवक नहीं माने। फिर एक दिन दोनों की सिरकटी लाशें मिलीं। पुलिस को शक है कि लड़की के परिजनों ने ही दोनों की वीभत्स तरीके से हत्या कर दी।
पटना। एक लड़की के दो दीवाने थे। दोनों अच्छे दोस्त। लड़की के परिजनों को यह रिश्ता रास नहीं आया, लेकिन दोनों युवक नहीं माने। फिर एक दिन दोनों की सिरकटी लाशें मिलीं। पुलिस को शक है कि लड़की के परिजनों ने ही दोनों की वीभत्स तरीके से हत्या कर दी।
धनरूआ थाना के मधुबन स्थित गेहूं के खेत में मिली सिरकटी लाशों की पहचान के बाद इस मामले की गुत्थी को पुलिस ने काफी हद तक सुलझा लिया है।
मृतकों की हुई पहचान
सोमवार को मृतकों के परिजन धनरूआ थाना पहुंचे। पुलिस ने पीएमसीएच के शवगृह से दोनों शवों मंगाया। परिजनों ने उनकी पहचान कलाई पर बंधे ब्रेसलेट और पैर व जांघ पर दाग से की।
एक मृतक जहानाबाद जिला के काको थाना के टिकुलियापर ग्रामवासी राजेश प्रसाद के पुत्र राजीव रंजन उर्फ राजीव राजा था। दूसरे मृतक की पहचान उसी गांव के चंद्रिका यादव के पुत्र सुजीत कुमार के रूप में की गई। राजीव व सुजीत चचेरे भाई थे और दोनों में गहरी दोस्ती थी।
प्रेम प्रसंग में हुई हत्या
परिजनों से पूछताछ के बाद पुलिस को अब यकीन हो गया है कि दोनों युवकों की हत्या प्रेम प्रसंग में हुई है और इसका कनेक्शन मेला और लड़की के नानी के गांव से है। बताया जा रहा है कि दोनों युवक अपनी प्रेमिका के साथ एक माह पूर्व अपने गांव में पकड़ लिए गए थे। इसके बाद से लड़की के घर वालों ने लड़की को धनरूआ क्षेत्र स्थित उसकी नानी के घर भेज दिया था।
पहले मिली थी हत्या की धमकी
सुजीत व राजीव के परिजनों ने बताया कि गांव की स्नेहा (काल्पनिक नाम) से उनकी गहरी दोस्ती थी। करीब सात-आठ माह से दोनों स्नेहा से चोरी चुपके मिलते थे। इसकी जानकारी दोनों के परिजनों व स्नेहा के घरवालों को थी।
सुजीत के पिता चंद्रिका यादव व राजीव के चाचा रामअवतार प्रसाद के मुताबिक गांव में बीते करीब एक माह पूर्व दोनों को स्नेहा के साथ देखा गया था। इस दौरान लड़की के घर वालों ने दोनों को हत्या की धमकी दी थी।
लड़की के साथ देखा तो कर दी हत्या
करीब 20 दिनों पूर्व स्नेहा के पिता ने किसी बहाने अपनी बेटी को धनरूआ स्थित ननिहाल भेज दिया था। पुलिस ने आशंका जताई है कि गांव में आयोजित यज्ञ व मेला देखने के बहाने स्नेहा ने सुजीत व राजीव को बुलाया। मेला में स्नेहा के साथ दोनों को किसी ने देख लिया, जिसके बाद युवकों की हत्या कर दी गई।
चर्चाओं पर विश्वास करें तो लड़की के परिजनों ने दोनों को नंगा कर खंभे से बांधकर बुरी तरह पीटा। फिर दोनों के सिर काट दिए। हत्यारों ने शवों को फेंक दिया, लेकिन सिर लेकर चले गए।
पटना में ऑटो चलाते थे दोनों
सुजीत के पिता चंद्रिका यादव ने बताया कि बीते जुलाई में सुजीत ने एक टेम्पो खरीदा था। सुजीत व राजीव पटना में ही जगनपुरा में रहकर टेम्पो चलाते थे। बीते शुक्रवार को सुजीत की दादी का दशकर्म था। सुजीत व राजीव कुछ देर के लिए दशकर्म में शामिल होने के लिए गांव आये थे।चंद घंटे बाद ही सुजीत अपने घरवालों को श्राद्धकर्म के दिन घर आने की बात कह राजीव के साथ टेम्पो से चला गया, लेकिन दोनों पटना नहीं गए।
पुलिस को संदेह है कि वे अपनी प्रेमिका स्नेहा से मिलने उसके ननिहाल धनरूआ थाना क्षेत्र में चले गये होंगे, जहां सिर काटकर उनकी हत्या कर दी गई।
मेले की तरफ ले गए सिर
घटना को अंजाम देने के बाद बदमाशों ने शव को उठाकर करीब नौ सौ मीटर दूर खेत में फेंक दिया था। डॉग स्क्वाड घटनास्थल से पहले खेत में गया और वहां से मेले में जाकर एक झूले के पास घूमने लगा। पुलिस को शक है कि बदमाश सिर को अपने साथ लेकर मेले तक गए।
सिरकटी लाशों की चर्चा सुन किया संपर्क
शुक्रवार की रात जब सुजीत व राजीव के परिजनों ने उसके मोबाइल पर बात करने का प्रयास किया तो उनका मोबाइल स्वीच ऑफ मिला था। राजीव के चाचा रामअवतार प्रसाद ने बताया कि वे बीते रविवार को जब दवा लाने मखदुमपुर गये थे तो वहां एक महिला ने चर्चा में उन्हें मधुबन गांव में दो सिरकटी लाशें मिलने की सूचना दी थी। इसकी जानकारी अन्य श्रोतों से भी मिली। इसके बाद सुजीत व राजीव के परिजन धनरूआ थाना पहुंचे।
सिर सौंपने की मांग को लेकर सड़क जाम
सुजीत व राजीव के कटे सिर को सौंपने की मांग को लेकर सोमवार को धनरूआ थाना पहुंचे परिजनों व ग्रामीणें ने सड़क जाम कर दिया। उनका आरोप था कि पुलिस ने सिर भी बरामद कर लिया है, लेकिन वह दे नहीं रही है। बाद में पुलिस ने अभी तक सिर बरामद न होने की बात कह व उसकी तलाश में रहने की बात कह जाम खत्म कराया।