सूबे में कुष्ठ रोग की दवा खत्म

सूबे में कुष्ठ रोग की दवा खत्म हो गई है। प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल पटना मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) से लेकर प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों तक कुष्ठ रोग की दवा नहीं मिल रही है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Mar 2017 10:58 PM (IST) Updated:Wed, 22 Mar 2017 10:58 PM (IST)
सूबे में कुष्ठ रोग की दवा खत्म
सूबे में कुष्ठ रोग की दवा खत्म

पटना : सूबे में कुष्ठ रोग की दवा खत्म हो गई है। प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल पटना मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) से लेकर प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों तक कुष्ठ रोग की दवा नहीं मिल रही है। दवा के अभाव में बीमारी लगातार बढ़ती जा रही है, लेकिन दवा नहीं मिलने से बीमारी ठीक नहीं हो रही है।

पीएमसीएच के पूर्व प्राचार्य एवं वर्तमान में चर्म रोग विभाग में कार्यरत डॉ. अमकांत झा अमर का कहना है कि सूबे में कुष्ठ रोग की दवा समाप्त हो गई है। दवा नहीं मिलने से मरीज एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल तक भटक रहे हैं। लेकिन कहीं पर कुष्ठ की दवा नहीं मिल रही है। इससे मरीजों को कापी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

छुआछूत से होने वाली बीमारी

डॉ. झा का कहना है कि कुष्ठ रोग छुआछूत से होने वाली बीमारी है। इस बीमारी का इलाज संभव है, लेकिन इसकी दवा मरीजों को मिलनी चाहिए। पहले इसकी दवा सरकार द्वारा आपूर्ति की जाती थी, लेकिन फिलहाल इसकी दवा की आपूर्ति नहीं की जा रही है। इससे मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

पीएमसीएच में प्रतिदिन आ रहे दस से अधिक मरीज

पीएमसीएच में प्रतिदिन दस से अधिक मरीज कुष्ठ की बीमारी लेकर पीएमसीएच पहुंच रहे हैं। यहां पर सामान्य चर्म रोग की दवाएं फिलहाल मरीजों को दी जा रही हैं। लेकिन ये दवाएं कुष्ठ की बीमारी में उतनी कारगर नहीं हो रही हैं, जो कुष्ठ रोग के लिए विशेष रूप से आती थी। पहले सरकार द्वारा मुफ्त में कु ष्ठ के मरीजों के इलाज के लिए दवाएं दी जाती थीं, लेकिन फिलहाल दवाओं की आपूर्ति नहीं की जाती है।

अस्पताल में नहीं है दवा

पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. लखींद्र प्रसाद का कहना है कि पीएमसीएच में कुष्ठ रोग की दवा नहीं है। सामान्य दवाओं की तरह कुष्ठ रोग की दवा मरीजों को नहीं दी जाती हैं। बल्कि कुष्ठ रोग की दवा एक अभियान के तरह मरीजों को मुहैया कराई जाती है। फिलहाल अस्पताल में नहीं है।

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