बिहार में 3 करोड़ लोगों ने रचा इतिहास, बनाई विश्व की सबसे लंबी मानव श्रृंखला

शराबबंदी को समर्थन देकर बिहार ने सबसे लंबी मानव श्रृंखला बनाई और दुनिया को नया संदेश दिया, बिहार ने मानव श्रृंखला बनाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया जिससे पूरे बिहार में उत्साह चरम पर है।

By Kajal KumariEdited By: Publish:Sat, 21 Jan 2017 10:47 AM (IST) Updated:Sun, 22 Jan 2017 08:17 PM (IST)
बिहार में 3 करोड़ लोगों ने रचा इतिहास, बनाई विश्व की सबसे लंबी मानव श्रृंखला
बिहार में 3 करोड़ लोगों ने रचा इतिहास, बनाई विश्व की सबसे लंबी मानव श्रृंखला

पटना [जेएनएन]। विश्व की सबसे लंबी मानव श्रृंखला बनाकर बिहार ने नया इतिहास रच दिया। बिहार के तीन करोड़ लोगों ने शराबबंदी के समर्थन में एकजुट होकर पूरी दुनिया को एक नया संदेश दिया। इस एतिहासिक पल की उपग्रह के सेटेलाइट से कई तस्वीरें ली गईं जो इस अनोखे पल की गवाह बनीं।

आज हर बिहारवासी के लिए गर्व भरा दिन था। सुबह से ही पूरे बिहार में चहल-पहल देखी गई, सभी अपने प्रदेश के लिए एक दूसरे का हाथ थामकर मानव श्रृंखला के निर्माण के लिए आतुर दिखे। मानव श्रृंखला में शामिल होकर लोगों ने खुद को खुशनसीब माना और इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का तहे दिल से शुक्रिया कहा कि उनके संकल्प को आज दुनिया ने भी देखा।

मानव श्रृंखला के लिए पूरे बिहार के 3 करोड़ लोगों ने नशे के खिलाफ एक दूसरे का हाथ थामकर 11292 किमी लंबी मानव शृंखला का निर्माण कर एक इतिहास रच दिया। इसके लिए लोग पूरे बिहार के कोने-कोने में इकट्ठा हुए थे। यह बिल्कुल अद्भुत नजारा था और इसका गवाह बना पूरा बिहार।

मुख्यमंत्री ने बिहार वासियों को दिया धन्यवाद

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूरे बिहारवासियों को मानव श्रृंखला में शामिल होने पर तहे दिल से शुक्रिया कहा है। उन्होंने धन्यवाद ज्ञापन जारी कर मानव श्रृंखला के लिए सबके सहयोग और दृढ निश्चय की सराहना की। उन्होंने कहा कि सबके सहयोग से ही शराबबंदी पर लगाम लगाना संभव हो सका है। सबके सहयोग और समर्थन, साथी ही लोगों का एेसा उत्साह देखकर अच्छा लगा। सबके सहयोग से ही बिहार के साथ ही अब पूरे देश में शराबबंदी को मजबूती मिलेगी।

बिहार सरकार द्वारा राज्य को नशामुक्त बनाने लिए शराबबंदी के समर्थन में शनिवार को बनी ऐतिहासिक मानव श्रृंखला में करीब 3 करोड़ लोगों ने हिस्सा लिया। दिन में 12:15 से 1 बजे के बीच में आयोजित हुए मानव श्रृंखला में जदयू, राजद, कांग्रेस और बीजेपी समेत अधिकतर राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।

इसके साथ ही विभिन्न पार्टियों के सांसद, विधायक, विधान पार्षद समेत राजनीतिक दल के लोग, स्कूल-कॉलेज की छात्र-छात्राएं, सरकारी कर्मचारी भी इसमें शामिल हुए। मानव शृंखला की वीडियोग्राफी के लिए सभी जिलों में एक-एक ड्रोन के साथ विडियोग्राफी के दल तैनात रहे।

पटना के गांधी मैदान से मानव श्रृंखला के निर्माण की शुरुआत हुई और पूरे बिहार ने एक-दूसरे का हाथ थाम इसे सफल बना डाला। मानव श्रृंखला का मुख्य समारोह गांधी मैदान में आयोजित था, जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुब्बारा उड़ाकर समारोह का उद्घाटन किया। समारोह के उद्घाटन के साथ ही बिहार गीत से पूरा गांधी मैदान गुंजायमान रहा।

मुख्यमंत्री के साथ गांधी मैदान में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित बिहार के सभी गणमान्य लोग उपस्थित थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक-दूसरे का हाथ थामकर मानव श्रृंखला की शुरूआत की। इसके साथ ही लोगों ने एक-दूसरे का हाथ थामा। लोगों के चेहरे पर मुस्कान, बच्चों के मन में उत्साह और महिलाओं के चेहरे पर गर्व साफ झलक रहा था।

गांधी मैदान में बिहार गीत के साथ कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए थे। गांधी मैदान मे लिम्का बुक अॉफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम भी मौजूद रही, जो पल-पल की तस्वीरें ले रही थी। प्रदेश ने एक नया रिकॉर्ड बनाया और पूरी दुनिया की नजरें बिहार पर ही रहीं।

PICS: शराबबंदी के खिलाफ मानव श्रृंखला, विश्व रिकॉर्ड बनाएगा बिहार

शराबबंदी को लेकर बनी इस मानव श्रृंखला का एक ही नारा था- दारू पीना छोड़ दो, जिसे श्रृंखला में शामिल हर व्यक्ति ने दुहराया जिससे शराबबंदी के समर्थन में पूरे बिहार में यह नारा गूंज रहा है। सेटेलाइट और ड्रोन कैमरे से मानव श्रृंखला की तस्वीरें ली गईं।

मानव श्रृंखला के दौरान घटीं कुछ छिट-पुट घटनाएं

मुजफ्फरपुर के गायघाट के NH-57 रमौली चौक के पास मानव श्रृंखला के दौरान 6 स्कूली बच्चे बेहोश हो गए, मेडिकल टीम मौके पर मौजूद नहीं है। सुपौल में निर्मली के NH-106 पर मानव श्रृंखला में जा रही ऑटो पलटी, 6 से अधिक लोग घायल, हादसा।

पूर्णिया गढ़बनेली हाईस्कूल के पास NH-57 पर मानव श्रृंखला में खड़ी 3 लड़कियां बेहोश हो गईं उन्हें कसबा PHC में भर्ती कराया गया है।

कैमूर मानव श्रृंखला में भाग लेने जा रहे 2 बच्चे नहर में गिरे, एक बरामद, दूसरे की खोज जारी, रामपुर के बघनी पुल के पास हादसा, एकौनी गांव के थे ये बच्चे।

समस्तीपुर में मानव श्रृंखला के दौरान 8 छात्र बेहोश हो गए, सभी बेहोश छात्रों को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया।

भागलपुर के पीरपैंती के नौवा टोला में मानव श्रृंखला में लगे बच्चों के साथ मारपीट, पुलिस पर मारपीट करने का आरोप, विरोध में लोगों ने किया हंगामा।

मानव श्रृंखला: आज हाथ-से-हाथ जोड़कर पूरा बिहार बोल रहा 'नशे को ना'....

सीतामढ़ी जिले में मानव श्रृंखला के लिए चहल-पहल देखी गई। राजनीतिक, सामाजिक कार्यकर्ताओं, पंचायत प्रतिनिधियरों, स्कूली बच्चों व अन्य में उत्साह रहा। शहरी इलाके में सरकारी चारपहिया व निजी दोपहिया को छोड़ अन्य वाहनों का परिचालन बंद रहा। डुमरा के मोहनपुर स्थित एनएच 77 पर छात्राओं ने रंगोली बनायी।

खगड़िया में मानव श्रृंखला को लेकर पर्व-त्योहार जैसा माहौल रहा। महिलाओं में गजब का उत्साह देखा गया। सुबह में ही महिलाएं तैयार होकर घरों से मानव श्रृंखला में भाग लेने को लेकर सड़क पर पहुंच रही थीं। एनएच-31, 107 पर भी चहल-पहल रही। जनप्रतिनिधियों में उत्साह देखा गया।

गांधी मैदान में मानव श्रृंखला का एेसा रहा स्वरूप, इसे पूरी दुनिया ने देखा

सेटेलाइट से फोटोग्राफी इंडियन स्पेस रिचर्स ऑर्गेनाइजेशन ने मानव शृंखला की सेटेलाइट फोटोग्राफी की अनुमति दे दी और उपग्रह ने पांच सेटेलाइट इसकी फोटोग्राफी की। जबकि राज्य सरकार ने सभी 38 जिलों में बनने वाली शृंखला की फोटोग्राफी के लिए जिलों को एक-एक ड्रोन मुहैया कराए थे, इनसे भी फोटोग्राफी की गई।

यातायात की रही वैकल्पिक व्यवस्था

मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने जिलों को हिदायत दी थी कि 12.15 से एक बजे के बीच बनने वाली मानव शृंखला के दौरान यातायात परिचालन के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करें। सभी जगह पर तमाम तरह की सुविधाएं मुहैया कराई गई थीं ताकि किसी को कोई परेशानी ना हो।

बिहार विश्व का पहला प्रदेश जहां बनी सबसे लंबी मानव श्रृंखला

यहां बता दें कि बिहार विश्व में अकेला ऐसा प्रदेश है जिसने नशे को न कहने के लिए विश्व की लंबी मानव शृंखला की परिकल्पना की और इसे अमलीजामा पहनाया गया, जो रिकॉर्ड बना। इसके पहले वर्ष 2004 में बांग्लादेश में प्रतिपक्ष ने सरकार के खिलाफ 1050 किमी लंबी मानव शृंखला बनाई थी।

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