तेजस्वी ने ट्वीट कर सीएम नीतीश से पूछा-कुछ बोलिए चाचा जी? काहे चुप्पी खींचे है?

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पटना विवि छात्रसंघ चुनाव में भाजपा और जदयू के बीच उपजे विवाद के बीच नीतीश कुमार और सुशील मोदी पर जमकर हमला बोला है।

By Kajal KumariEdited By: Publish:Tue, 04 Dec 2018 02:31 PM (IST) Updated:Tue, 04 Dec 2018 11:18 PM (IST)
तेजस्वी ने ट्वीट कर सीएम नीतीश से पूछा-कुछ बोलिए चाचा जी? काहे चुप्पी खींचे है?
तेजस्वी ने ट्वीट कर सीएम नीतीश से पूछा-कुछ बोलिए चाचा जी? काहे चुप्पी खींचे है?

पटना, जेेएनएन। पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव को लेकर भाजपा और जदयू में उपजे विवाद  के  बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार  पर जमकर हमला बोला है।

तेजस्वी ने अपने ट्वीट में सुशील मोदी पर तंज कसते हुए लिखा है कि साँस-साँस में नीतीश भक्ति में लीन अफ़वाह मियाँ सुशील मोदी की BJP के विधायक उनके आका नीतीश कुमार की घोर प्रशासनिक विफलता के विरुद्ध धरने पर बैठे है लेकिन उपमुख्यमंत्री है कि अपने पार्टी विधायकों की बजाय नैतिक पुरुष की भक्ति को तवज्जों दे रहे है। बहुते ही बढ़िया..ख़ुलासा मास्टर जी

वहीं नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जुबानी हमला करते हुए लिखा है कि मुख्यमंत्री नीतीश जी की प्रशासनिक असफलता और तानाशाही के ख़िलाफ़ बीजेपी विधायक पटना में धरने पर बैठे है। अगर महागठबंधन मे रहते हुए राजद विधायक ऐसा कर देते तो श्री श्री नैतिकतावादी चाचा जी की अंतरात्मा जागकर अबतक राजभवन में पहुँच चुकी होती।

कुछ बोलिए चाचा जी? काहे चुप्पी खींचे है?

इससे पहले सोमवार की शाम में तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए लिखा था -नीतीश जी, छात्र संघ चुनाव में आप इतने निम्नस्तर तक जाकर हस्तक्षेप कर रहे है कि आपके सहयोगी दल भाजपा के 8 विधायक,मंत्री दो दिन से आपके और सरकार के ख़िलाफ प्रेस रिलीज जारी कर थू-थू कर रहे है।आपने अपने मित्र और महँगे निजी नौकरों तक को वीसी के पास भेजकर छात्र चुनाव में घिन्न मचा दिया है।

आदरणीय श्री नीतीश कुमार जी, क्या सीएम आवास से अब छात्र संघ चुनाव में भी पैसा और शराब माफ़ियाओं को पद बाँटने का खेल खेला जाने लगा है? अधिकारियों को विरोधी छात्र संगठनों और छात्रों को हराने व गिरफ़्तार करने का आदेश दिया जा रहा है। आपके आवास से ऐसी गुंडागर्दी ग़लत संसदीय परंपरा है।

chat bot
आपका साथी