तेजस्‍वी बोले- Delhi Election में संदेह से घिरा चुनाव आयोग, आरक्षण पर संविधान संशोधन करें PM मोदी

आरजेडी नेता तेजस्‍वी यादव ने दिल्‍ली विधानसभा चुनाव को ले चुनाव आयोग पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्‍होंने सुप्रीम कोर्ट के आरक्षण पर फैसले को ले भी पीएम मोदी को आड़े हाथों लिया।

By Amit AlokEdited By: Publish:Mon, 10 Feb 2020 09:46 PM (IST) Updated:Tue, 11 Feb 2020 07:58 AM (IST)
तेजस्‍वी बोले- Delhi Election में संदेह से घिरा चुनाव आयोग, आरक्षण पर संविधान संशोधन करें PM मोदी
तेजस्‍वी बोले- Delhi Election में संदेह से घिरा चुनाव आयोग, आरक्षण पर संविधान संशोधन करें PM मोदी

पटना, स्‍टेट ब्‍यूरो। दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Election) के नतीजे कुछ ही घंटे बाद आने वाले हैं। इस संदर्भ में बिहार विधानसभा (Bihar Assembly) में नेता प्रतिपक्ष (Leader of Opposition) व राष्‍ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad yadav) के बेटे तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने चुनाव आयोग (Election Commission) की निष्पक्षता पर सवाल उठाया है। उन्होंने दावा किया है कि देश की राजधानी से भारतीय जनता पार्टी (BJP) का सफाया तय है।

तेजस्‍वी यादव ने सुप्रीम कोर्ट के आरक्षण पर फैसले पर भी प्रतिक्रिया दी है। उन्‍होंने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार (Narendra Modi Government) तुरंत सुप्रीम कोर्ट (SC) के इस आदेश के ख़िलाफ पुनर्विचार याचिका दायर करे या फिर आरक्षण को मूल अधिकार बनाने के लिए मौजूदा संसद सत्र में संविधान संशोधन करे। अगर ऐसा नहीं होता है तो सड़क से लेकर संसद तक संग्राम होगा। विदित हो कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि राज्‍य नियुक्तियों और पदोन्नतियों में आरक्षण देने के लिए बाध्य नहीं है। इसपर  हमलावर विपक्ष (Opposition) ने आरोप लगाया है कि सरकार आरक्षण प्रणाली की रक्षा करने में नाकाम रही है।

दिल्‍ली में मतदान फीसद जारी करने में विलंब पर जताया संदेह

दिल्‍ली विधानसभा चुनाव में मतदान फीसद (Poll percent) जारी करने में देर को मुद्दा बनाते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि दो दिन में भी मतदान फीसद जारी न करना संदेह (Doubt) को जन्म देने वाला है। एक तय समय में वोट फीसद में अचानक इजाफे से भी आश्चर्य हो रहा है।

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले आरक्षण को लेकर चला दांव

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले आरक्षण को लेकर भी तेजस्वी ने नया दांव चला है। उन्होंने आरक्षण को मौलिक अधिकारों में शामिल करने की मांग की है। इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान तथा अनुप्रिया पटेल से अपना स्टैंड साफ करने की मांग करते हुए कहा कि बीजेपी संविधान खत्म करना चाहती है। ऐसा हुआ तो एससी-एसटी एवं पिछड़े अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करेंगे।

ट्वीट कर सरकार पर लगाए आरोप, कही ये बात

तेजस्‍वी ने ट्वीट कर कहा कि बीजेपी आरक्षण ख़त्म करने पर तुली है। उत्तराखंड की बीजेपी सरकार ने आरक्षण ख़त्म करने लिए सुप्रीम कोर्ट में मुकदमा लड़ा। तेजस्‍वी ने सवाल उठाया कि आरक्षण प्राप्त करने वाले दलित-पिछड़े और आदिवासी क्‍या हिंदू नहीं हैं? बीजेपी इन वंचित हिंदुओं का आरक्षण छीनना चाहती है।

तेजस्‍वी ने केंद्र सरकार को कहा कि वह तुरंत सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश के ख़िलाफ पुनर्विचार याचिका दायर करे या फिर आरक्षण को मूल अधिकार बनाने के लिए मौजूदा संसद सत्र में संविधान संशोधन करे। अगर ऐसा नहीं होता है तो सड़क से लेकर संसद तक संग्राम होगा।

बेरोजगारी के मुद्दे पर करने जा रहे प्रदेश की यात्रा

बेरोजगारी के मुद्दे पर प्रदेश में अपनी यात्रा का उल्लेख करते हुए तेजस्वी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार एवं राज्य की नीतीश सरकार को घेरा। कहा कि एमए-पीएचडी वालों को भी चपरासी की नौकरी नहीं मिल पा रही है। अगले साल भी 18 लाख रोजगार खत्म होने जा रहे हैं। लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए वे इसी महीने यात्रा पर निकलने वाले हैं। 

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