कोरे कागज पर बच्चों ने उकेरी आधी आबादी की हकीकत

हरियाली की चादर ओढ़े शहीद वीर कुंवर सिंह आजादी पार्क शुक्रवार को रहा बच्चों से गुलजार

By JagranEdited By: Publish:Fri, 07 Feb 2020 11:01 PM (IST) Updated:Sat, 08 Feb 2020 06:08 AM (IST)
कोरे कागज पर बच्चों ने उकेरी आधी आबादी की हकीकत
कोरे कागज पर बच्चों ने उकेरी आधी आबादी की हकीकत

पटना। हरियाली की चादर ओढ़े शहीद वीर कुंवर सिंह आजादी पार्क शुक्रवार को स्कूल के बच्चों की चहलकदमी से गुलजार था। पार्क के बीचों-बीच शहर के अलग-अलग स्कूलों से आए बच्चे अपने स्कूल यूनिफॉर्म के साथ कोरे कागज पर आधी आबादी की महत्ता और उनकी उपलब्धियों को रेखांकित करते नजर आ रहे थे। दैनिक जागरण की ओर से शुक्रवार को 'लक्ष्य : सशक्त बेटियों से सशक्त महिला तक' इंटर स्कूल पेंटिंग प्रतियोगिता के दौरान शहर के 80 स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने प्रतियोगिता में भाग लेकर समाज में महिलाओं की महत्ता और उनके अधिकार के लिए एक से बढ़कर एक पेंटिंग बनाकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। वही स्कूलों से आए शिक्षकों ने बच्चों द्वारा बनाई जा रही पेंटिंग को निहारते हुए उनका हौसला बढ़ाया।

गीतों की धुन पर कोरे कागज पर दिखी आधी आबादी की महत्ता - पार्क में हजारों छात्र-छात्राओं की भीड़। 'हम होंगे कामयाब एक दिन. की धुन बच्चों को कुछ बेहतर करने के लिए प्रेरित कर रही है। सभी बच्चे पेंटिंग के जरिए समाज में स्त्रियों का हाल बयां करने में जुटे हैं। सभी की कोशिश है कि उनकी पेंटिंग सबसे बेहतर हो। डीएवी स्कूल वाल्मी की छात्रा सृष्टि ने पेटिंग के जरिए समाज में हो रहे लिंग भेद को रेखांकित करते हुए बेटे और बेटियों को एक तराजू के जरिए दिखाया। मां की आंखों से निकलते आंसू पेंटिंग को आकर्षक बना रहे थे। खुशी ने अपनी पेंटिंग के जरिए नारी शक्ति को दुर्गा का अवतार के रूप में दिखाया। कुछ प्रतिभागियों ने पेंटिंग के साथ आकर्षक स्लोगन भी कोरे कागज पर उकेरकर सभी का ध्यान आकर्षित किया। छात्रों ने 'मां चाहिए, बहन चाहिए, पत्‍‌नी चाहिए तो बेटियों को अधिकार दो' स्लोगन के जरिए समाज को संदेश देने की कोशिश की। आशुतोष ने 'लड़कियों को उड़ने दो' शीर्षक के जरिए समाज के हर क्षेत्र में महिलाओं की उपलब्धियों को पेश किया। वैश्वी सागर ने महिलाओं को पेंटिंग के जरिए एक वृक्ष के रूप में दिखाया। उसकी छाया में कितने जीव-जंतु आश्रय पा रहे हैं। पुनाईचक से आए छात्र सुभाष कुमार ने अपने पेंटिंग के जरिए दिखाया कि एक लड़की अपनी प्रतिभा का डंका पूरे विश्व में बजायी, कई गोल्ड मेडल प्राप्त किए। बावजूद घर और समाज उसे हीन भावना से देख रहा है, जिसके कारण वो दुखी है। शेम्फोर्ड स्कूल की छात्रा यशश्री ने पेंटिंग के जरिए 'जब है नारी में शक्ति सारी, तो फिर क्यों डरे बेचारी' स्लोगन के जरिए नारी शक्ति के अलग-अलग स्वरूपों को पेश किया। प्रतियोगिता में शामिल बच्चों ने समाज में नारी शक्ति के साथ हो रहे भेदभाव तो दूसरी ओर उसकी बाजू में ताकतों को भी आकृति में रंग भर उनके जीवन को रंगीन बनाने का संदेश दिया। प्रतिभागियों में विभिन्न स्कूलों से आए शिक्षकों ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन होने से बच्चों के मानसिक पटल पर बेटियों और महिलाओं के प्रति सम्मान का भाव जगने के साथ उनकी महत्ता समझ में आएगी।

बच्चों को किया गया पुरस्कृत -

जल, जीवन, हरियाली, दहेज उन्मूलन, बाल विवाह को लेकर दैनिक जागरण की ओर से आयोजित मानव श्रृंखला के दौरान इंटर स्कूल स्लोगन राइटिंग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया था। इसमें विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया था। इस प्रतियोगिता में बेहतर करने वाले छात्र-छात्राओं को शुक्रवार को सम्मानित किया गया। इसमें इंटरनेशनल स्कूल सीबीएसई वर्ग आठ बी की जैनाब फाहिम, डीएवी बीएसइबी वर्ग आठ डी की वैष्णवी, क्राइस्ट चर्च वर्ग चार डी की सिमरन राज, स्कॉलर्स अबोड वर्ग नौ की विदिका एवं बाल्डविन सोफिया वर्ग छह की भूमि कृति को एक-एक हजार रुपये देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान दैनिक जागरण ब्रांड विभाग के डीजीएम मनोज पांडेय, सहायक मैनेजर सरिता मिश्रा ने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। प्रतियोगिता के समापन पर ब्रांड विभाग के डीजीएम मनोज पांडेय ने कहा कि पेंटिंग प्रतियोगिता में उत्कृष्ट पेंटिंग का मूल्यांकन कर प्रथम तीन प्रतिभागियों के साथ अन्य 15 प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार के रूप में ट्रॉफी एवं प्रमाणपत्र दिया जाएगा। पुरस्कार की घोषणा अखबार के जरिए की जाएगी।

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