कनाडाई छात्र सीआइएमपी में सीखेंगे एसएचजी संचालन के गुर
पटना । क्वींस यूनिवर्सिटी, कनाडा के छात्र चंद्रगुप्त प्रबंधन संस्थान पटना (सीआइएमपी) में स्वयं सहायत
पटना । क्वींस यूनिवर्सिटी, कनाडा के छात्र चंद्रगुप्त प्रबंधन संस्थान पटना (सीआइएमपी) में स्वयं सहायता समूह की बारीकियों से रूबरू होंगे। गांव की गरीब महिलाएं कैसे स्वयं सहायता समूह के माध्यम से खुद का आत्मनिर्भर बना रही हैं, कम पढ़ी-लिखी महिलाएं एक-दूसरे से कैसे सामंजस्य स्थापित करती हैं, गांव से बाजार तक के उनके सफर समेत अन्य चीजों को 12 सप्ताह में ये छात्र जानेंगे। कनाडाई छात्र सीआइएमपी के छात्रों के साथ मिलकर सूबे में विश्व बैंक द्वारा संपोषित जीविका परियोजना की कार्यशैली को समझेंगे। यह सीआइएमपी के प्राध्यापकों की निगरानी में कार्य करेंगे। विदेशी छात्रों को परियोजना का प्रस्ताव, आकलन तथा मूल्याकन की जानकारी भी दी जाएगी। 12 सप्ताह की इंटर्नशिप के बाद कनाडाई छात्र एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर सीआइएमपी को सौंपेंगे। इस दौरान छात्रों को सूबे की संस्कृति विरासत और शिक्षा प्रणाली से भी रूबरू कराया जाएगा। टीम में स्टीफन रोड्रीग्रेज, डॉरोथी बेली और जॉसन शमथुथु शामिल हैं।
निदेशक डॉ. वी मुकंद दास ने बताया कि क्वींस यूनिवर्सिटी, कनाडा के छात्र अंतरराष्ट्रीय इंटर्नशिप एक्सचेंज कार्यक्रम के तहत सीआइएमपी आए हैं। प्रवास के दौरान उन्हें सूबे की प्राचीन सभ्यता एवं संस्कृति से भी अवगत कराया जाएगा। नालंदा और विक्रमशिला विश्वविद्यालय के गौरवान्वित इतिहास से भी छात्रों को रूबरू कराया जाएगा। 16 अक्टूबर, 1841 को महारानी विक्टोरिया के आदेश पर क्वींस यूनिवर्सिटी की स्थापना की गई थी।