Bihar News: सिवान में शहाबुद्दीन के घर बजेगी शहनाई- बेटे ओसामा 13 अक्टूबर को बनेंगे दूल्हा, 16 को बेटी का निकाह
Md. Shahabuddin News सिवान के पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब की शादी 13 अक्टूबर को होगी। वहीं ओसामा की बहन का निकाह 16 अक्टूबर को है। दोनों के होनेवाले जीवनसाथी पेशे से डाक्टर हैं। इसी वर्ष पहली मई को शहाबुद्दीन का निधन हुआ था।
पटना, आनलाइन डेस्क। Md. Shahabuddin News सिवान के दिवंगत पूर्व सांसद मो शहाबुद्दीन (Md Shahabuddin) के बेटे ओसामा शहाब दूल्हा बनने जा रहे हैं। उनकी होने वाली पत्नी पेशे से डाक्टर हैं। जानकारी के अनुसार 13 अक्टूबर को ओसामा के सिर पर सेहरा सजेगा। उसके तीन दिन बाद ओसामा की बड़ी बहन हेरा सहाब का निकाह 16 अक्टूबर को है। यह दिन खास इसलिए है कि इसी दिन ओसामा का वलीमा भी होगा। दोनों भाई-बहन के होने वाले लाइफ पार्टनर भी डॉक्टर हैं।
आयशा ने एएमयू से की है मेडिकल की पढ़ाई
जानकारी के अनुसार सिवान के ही जीरादेई के चांद पाली में ओसामा की दुल्हन डाक्टर आयशा का घर है। वे दिवंगत सांसद के रिश्तेदार आफताब आलम की पुत्री हैं। आफताब आलम दुबई के एक बैंक में मैनेजर बताए जाते हैं। डॉ. आयशा ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (Aligadh Muslime University) से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की है। बताया जाता है कि शहाबुद्दीन ने ही बहू के रूप में डा. आयशा को पसंद किया था। पिता की पसंद की लड़की से ही ओसामा शहाब का निकाह होने वाला है।
तय हो चुका है बेटी हेरा शहाब का भी निकाह
शहाबुद्दीन की बेटी हेरा शहाब का निकाह भी एक माह पूर्व तय हुआ। उनके होने वाले शौहर डाक्टर शादमान ने भी एमबीबीएस की पढाई की है। वे मोतिहारी के प्रतिष्ठित किसान सैयद इफ्तखार खान के वे पुत्र हैं।
शादी में खास मेहमान ही होंगे शामिल
ओसामा के निकाह पर सबकी नजरें टिक गई हैं। बाहुबली सांसद के इकलौते पुत्र की शादी का जश्न कैसा होगा, इसका सभी को इंतजार है। वैसे बताया जाता है कि इसमें खास लोग ही आमंत्रित किए जाएंगे। मालूम हो कि इसी वर्ष पहली मई को पूर्व सांसद शहाबुद्दीन का इंतकाल दिल्ली के दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में हो गया था। परिवार समेत समर्थकों के लिए यह बड़े दुख की घड़ी थी। बाद में उनकी दिवंगत सांसद की पत्नी की तबीयत भी खराब हो गई थी। ऐसे में घर में शहनाई बजने से माहौल बदलेगा। बता दें कि बीते दिनों ओसामा शहाब की एक तस्वीर वायरल हुई थी। बताया जाता है कि वे पालकी में बैठकर वैष्णोदेवी गए थे।