रिजल्ट घोटाला : रिमांड होम से निकली रूबी, कहा-प्रशासन की गलती से गई जेल

सिविल कोर्ट से जमानत मिलने के बाद इंटर आर्ट्स की फर्जी टॉपर रूबी राय को रिमांड होम से मुक्ति मिल गई है। घर जाते वक्त उसने कहा कि प्रशासन की गलती से उसे जेल जाना पड़ा।

By Kajal KumariEdited By: Publish:Mon, 01 Aug 2016 11:53 AM (IST) Updated:Tue, 02 Aug 2016 05:37 PM (IST)
रिजल्ट घोटाला : रिमांड होम से निकली रूबी, कहा-प्रशासन की गलती से गई जेल

पटना [वेब डेस्क]। इंटर टॉपर्स घोटाले में आर्ट्स की फर्जी टॉपर रूबी राय को कोर्ट से जमानत मिलने के बाद रिमांड होम से छुट्टी दे दी गई। वह अपने घर चली गई है। 25 जून को गिरफ्तारी के बाद से वह लगातार जेल और रिमांड होम में ही रही। घर जाते वक्त कहा कि वह प्रशासन की गलती से जेल भेजी गई थी। उसने कहा कि रिमांड होम में रहना उसे बेऊर जेल से अच्छा लगा।

उसने कहा कि वह खूब मन से पढ़ रही है और अब वकील बनना चाहती है। रूबी के चेहरे पर रिमांड होम से निकलने पर संतोष के भाव दिखे।

क्या है मामला?

इंटर आर्ट्स और साइंस के रिजल्ट में वैशाली के भागलपुर के VR कॉलेज के स्टूडेंट सौरभ श्रेष्ठ, राहुल कुमार और रूबी राय ने टॉप किया था। एक टीवी चैनल ने साइंस टॉपर सौरभ और आर्ट्स टॉपर रूबी राय का स्टिंग किया।वीडियो फुटेज में रूबी राय पॉलिटिकल साइंस को प्रॉडिकल साइंस कहती हुई सुनी गई। सौरभ को साइंस का बेसिक नॉलेज तक नहीं था। इसपर घोटाले की परतें एक-एक कर खुलनी शुरू हो गईं।

इसके बाद बिहार बोर्ड ने 3 जून को 1 से 5 रैंक तक टॉप किए स्टूडेंट्स को इंटरव्यू के लिए बुलाया। रूबी राय इस इंटरव्यू में नहीं आई। इस इंटरव्यू में आने वाले साइंस टॉपर सौरव श्रेष्ठ ने सवाल पूछने पर सूसाइड करने की धमकी दी थी। उसे फेल कर दिया गया था। दो बार नोटिस के बाद 25 जून को रूबी राय बिहार बोर्ड के दफ्तर पहुंची जहां उसकी विशेषज्ञों के सामने पेशी हुई। इंटरव्यू के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था।

रूबी राय ने दिया था इंटरव्यू में जवाब

एसआईटी की पूछताछ में रूबी काफी इमोशनल हो गई। उसने कहा- "साहब! हम देहात की लड़की हैं। हमको नहीं पता हम कैसे टॉप कर गए।" रूबी ने अफसरों से ये भी गुहार लगाई कि उसे कम से कम सेकंड डिविजन से ही पास करवा दिया जाए। उसने कहा कि वह सिर्फ पास होना चाहती थी, लेकिन घोटाले के मास्टरमाइंड बच्चा राय ने उसे टॉप करा दिया।

स्टिंग अॉपरेशन में हुआ खुलासा

इस स्कैम का खुलासा एक स्टिंग ऑपरेशन के बाद हुआ था। आर्ट्स की टॉपर रूबी ने पॉलिटिकल साइंस को प्रॉडिकल साइंस कहा था। रिव्यू टेस्ट में रूबी फेल हो गई थी। उसका रिजल्ट रद्द किया जा चुका है। रूबी को रिव्यू टेस्ट में फेल होने के तुरंत बाद ही अरेस्ट किया गया था।

स्कैम की जांच कर रही एसआईटी के अफसरों से पूछताछ में रूबी ने कहा, ''सर, कम से कम सेकंड डिविजन से पास करवा दीजिए। मुझे फर्स्ट डिविजन नहीं चाहिए। मैंने एग्जाम दिए थे। सेंटर पर रोज जाती थी।'' रूबी ने अपनी फैमिली का भी बचाव करने की कोशिश की। उसने कहा कि बच्चा राय ने मुझे टॉप करा दिया। पापा बच्चा राय से मिलते थे, पर टॉप नहीं कराना चाहते थे। इसके लिए कभी बातचीत नहीं हुई थी।

उसने कहा, ''एग्जाम के समय पापा ने मेरा ध्यान रखने को कहा तो बच्चा चाचा (राय) ने रिजल्ट में टॉप करा दिया। वे मेरे रिश्तेदार नहीं हैं।''

रिव्यू टेस्ट में ऐसे जवाब दिए कि रिजल्ट ही रद हो गया

इससे पहले रूबी जब बोर्ड की ओर से निश्चित को बोर्ड पहुंची तो सब्जेक्ट एक्सपर्ट की टीम ने उसका रिव्यू टेस्ट लिया। टॉपर के सामने 2016 की इंटर आर्ट्स एग्जाम का ही क्वेश्चन पेपर रखा गया।

1. बोर्ड का सवाल : तुलसीदास कौन थे ?

रूबी का जवाब : तुलसीदासजी प्रणाम।

2. संज्ञा किसे कहते हैं?

रूबी : मुझे संज्ञा की परिभाषा नहीं आती।

3. होम साइंस में किस चीज की पढ़ाई होती है?

रूबी : इसमें खाना बनाने की पढ़ाई होती है। यही सवाल मुझसे क्यों पूछ रहे हैं ? इसी सवाल पर बवाल हुआ था।

4. भारत के मानचित्र में बिहार कहां है?

रूबी: हमको नहीं पता।

हैरान थे एक्सपर्ट

रूबी के जवाब से बोर्ड में शामिल एक्सपर्ट हैरान थे। जब उससे सवालाें का सिलसिला शुरू किया गया तो बीच में ही बोली, "सर, मैंने इंटर की दो साल तक पढ़ाई की। तीन घंटे तक परीक्षा दी। सभी प्रश्नों के जवाब दिए। देख लीजिए, उसमें मैंने सब कुछ सही लिखा है।" एक्सपर्ट्स ने कहा, "फिर से जवाब दे दो।" इस पर रूबी बोली, "अब मैं सब कुछ भूल गई हूं।"कमेटी के सामने एग्जाम देते समय रूबी ने किसी भी सवाल का सही जवाब नहीं दिया।

नाबालिग थी रूबी, भेजी गई थी जुवेनाइल कोर्ट

रूबी को इंटर रिजल्ट घोटाले के दौरान बिहार बोर्ड के कार्यालय से गिरफ्तार किया गया था। पुलिस की पूछताछ में तब उसने अपनी आयु 18 साल से अधिक बताई थी। कोर्ट में पूछताछ के दौरान भी उसने खुद को बालिग ही बताया जिसके बाद उसे बेउर जेल भेज दिया था।

लेकिन इसी बीच पता चला कि रूबी बालिग नहीं नाबालिग है। एक संस्था प्रयास भारती की पहल पर कोर्ट ने रूबी को नाबालिग मानते हुए बेउर जेल से उत्तर रक्षागृह भेज दिया था। तब से रूबी वहीं रह रही थी।

जेल जाने से पहले हंसती नजर आई रूबी

न्यायालय में पेशी के बाद जेल जाते समय टॉपर रूबी राय के चेहरे पर कोई शिकन नहीं दिख रही थी। और वही पुलिसकर्मियों से बात करते हुए हंसती नजर आयी थी। बता दें कि ऑफ द रिकॉर्ड जब रुबी राय से पूछा गया तब उसने टॉपर बनने के मामले में अनभिज्ञता जतायी। उधर पीए विकास चन्द्र के चेहरे पर शिकन दिख रही थी और वह काफी परेशान नजर आ रहा था।

जमानत का हुआ था विरोध

अभियोजन की ओर से नाबालिग रूबी की जमानत का यह कहते हुए विरोध हुआ कि अभी घर जाने पर उसे सामाजिक प्रताड़ना का शिकार होना पड़ सकता है। इसके अतिरिक्त अारोपियों की ओर से भी उसे प्रताड़ित किया जा सकता है। कोर्ट ने यह कहते हुए जमानत दी कि इस मामले में रूबी का नहीं उसके परिजनों, कॉलेज स्टाफ और बोर्ड के लोगों की मिलीभगत है।

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