Coronavirus Bihar ROUNDUP 17 April: दो और पॉजिटिव केस व एक मौत से CM नीतीश की घोषणा तक, यहां पढ़ें 25 महत्‍वपूर्ण खबरें

Coronavirus Bihar ROUNDUP 17 April बिहार में शुक्रवार को दो पॉजिटिव केस मिले। साथ ही एक की मौत हो गई। कुल 42 ठीक हुए। पढ़ें कोरोना की महत्‍वपूर्ण 25 खबरें।

By Rajesh ThakurEdited By: Publish:Fri, 17 Apr 2020 10:08 PM (IST) Updated:Fri, 17 Apr 2020 11:08 PM (IST)
Coronavirus Bihar ROUNDUP 17 April: दो और पॉजिटिव केस व एक मौत से CM नीतीश की घोषणा तक, यहां पढ़ें 25 महत्‍वपूर्ण खबरें
Coronavirus Bihar ROUNDUP 17 April: दो और पॉजिटिव केस व एक मौत से CM नीतीश की घोषणा तक, यहां पढ़ें 25 महत्‍वपूर्ण खबरें

पटना, जागरण टीम। बिहार में शुक्रवार को दो कोरोना पॉजिटिव केस मिले। वैशाली के एक संक्रमित व्‍यक्ति की मौत भी हो गई। राज्‍य के कुल 85 संक्रमित में से शुक्रवार तक 42 लोग ठीक भी हो चुके हैं। शुक्रवार को और पांच मरीज संक्रमण से मुक्‍त हुए। वहीं, सिवान के बाद मुंगेर में कोरोना की आंधी के पीछे तब्‍लीगी जमात कनेक्‍शन सामने आया है। उधर, बिहार में कुछ शर्तों के साथ 20 अप्रैल से सरकारी कार्यालय खुल जाएंगे। वहीं, सीएम नीतीश कुमार ने कहा है कि जिन परिवारों के पास राशन कार्ड नहीं है, उनहें भी अनाज दिये जाएंगे। वहीं, लालू की रसोई में रोज 500 गरीब-गुरबों को भोजन कराने का दावा तेजप्रताप यादव ने किया है। राउंडअप में पढ़ें कोरोना से जुड़ीं शुक्रवार की महत्‍वपूर्ण 25 खबरें। 

 1. बोले सीएम नीतीश, बिहार में सबको मिलेगा राशन 

पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को कहा कि सरकार ने यह निर्णय लिया है कि जिन परिवारों के पास राशन कार्ड नहीं है उन्हें भी जीविका समूहों के माध्यम से चिह्नित कर उनकी मदद की जाएगी। इसके लिए जीविका द्वारा ऐसे परिवारों की पहचान का कार्य आरंभ कर दिया गया है। शीघ्र ही ऐसे परिवारों की मदद की जाएगी। जनता के नाम जारी संदेश में मुख्यमंत्री ने यह बात कही। उन्होंने यह जानकारी भी दी कि अब तक 94.85 लाख राशनकार्डधारियों के खाते में एक-एक हजार रुपए अंतरित किए जा चुके हैैंं।

2. बिहार में कोरोना के दो और मामले मिले, एक की मौत

पटना। मंगलवार को एम्स पटना में भर्ती कराए गए कोरोना पॉजिटिव वैशाली जिले के राघोपुर प्रखंड के 35 वर्षीय युवक की शुकवार को मौत हो गई। बिहार में कोरोना से यह दूसरी मौत है। इससे पहले दुबई से लौटे मुंगेर के संक्रमित युवक की 21 मार्च को एम्स पटना में ही मौत हो गई थी। विदित हो कि 14 अप्रैल की रात वैशाली के राघोपुर निवासी युवक को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था। उसे टायफायड के साथ सांस लेने में परेशानी थी। हालत गंभीर होने पर उसे आइसोलेशन वार्ड में वेंटिलेटर पर रखकर नमूना जांच के लिए भेजा गया था। 15 अप्रैल को उसकी पॉजिटिव रिपोर्ट आई। इसके बाद उसकी पत्नी, बहन और भाई को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर सैंपल जांच के लिए भेजा गया, हालांकि उनकी रिपोर्ट निगेटिव बताई जा रही है।

 उधर, देर रात आई रिपोर्ट में बिहारशरीफ व बेगूसराय के दो युवक कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। स्‍वास्‍थ्‍य विभाग उनके संपर्कों की पड़ताल में लग गई है।

3. शुक्रवार को 709 सैंपल की जांच, कोई पॉजिटिव नहीं

पटना। बिहार में शुक्रवार को छह अलग-अलग सरकारी कोरोना जांच लैब में कुल 709 सैंपल की जांच की गई, जिनमें दो रिपोर्ट पॉजिटिव आई। शुक्रवार तक कुल 9543 सैंपल की जांच की जा चुकी है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार आज आरएमआरआइ में 509, आइजीआइएमएस में 65, डीएमसीएच में 50, पीएमसीएच में 33, एसकेएमसीएच में 25 और एम्स पटना में 27 सैंपल की जांच की गई। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार राज्य में अब तक कुल 83 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं। इनमें 37 लोग स्वस्थ हो चुके हैं जबकि दो लोगों की मृत्यु हो चुकी है। 21 मार्च को राज्य में मिले पहले कोरोना संक्रमित की मौत हुई जबकि वैशाली से मिले एक सैंपल की आज एम्स पटना में इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। 

4. बिहार में 20 अप्रैल से खुल जाएंगे सरकारी दफ्तर

पटना। बिहार में 20 अप्रैल से सरकारी दफ्तर पहले की तरह पूर्व की भांति काम करने लगेंगे। गृह विभाग की गाइडलाइन के आधार पर शुक्रवार को सामान्य प्रशासन विभाग ने इस आशय की अधिसूचना जारी की। हालांकि कार्यस्थल को सेनेटाइज किए बिना काम शुरू नहीं हो सकेगा। विभाग के प्रधान सचिव को इंजीनियरों के माध्यम से इसे सुनिश्चित कराना होगा। वहीं मजदूरों व इंजीनियरों की थर्मल स्क्रीनिंग जरूरी होगी। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार वर्ग क और ख के सरकारी सेवक नियमित तौर पर प्रतिदिन दफ्तर आएंगे। वर्ग ग व अन्य न्यून वर्ग तथा संविदा कर्मी श्रेणी के 33 प्रतिशत कर्मचारी ही दफ्तर आएंगे। प्रशाखा, व कोषांग में पदस्थापित सहायक व आशुलिपिक संवर्ग के कर्मी, डाटा इंट्री आॅपरेटर के लिए आंतरिक व्यवस्था के तहत रोस्टर का निर्धारण किया जाएगा। उच्च वर्गीय लिपिक एवं निम्न वर्गीय लिपिक के संबंध में पूर्व में निर्गत आदेश 20 अप्रैल से 3 मई तक प्रभावी रहेगा। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि कोविड-19 के प्रबंधन से संबंधित गाइडलाइन तथा कार्यालयों में सोशल डिस्टेंसिंग के लिए निर्धारित एसओपी का पालन अनिवार्य रूप से करना होगा। दफ्तर में कर्मियों के बैठने की व्यवस्था में एसओपी का पालन हो यह संबंधित प्रशाखा के प्रभारी को सुनिश्चित करना है। उधर, 20 अप्रैल के बाद जिन क्षेत्रों में काम शुरू होना है, उसके लिए सरकार खास गाइडलाइन जारी कर रही है। जिस जगह पर काम शुरू होगा, उसे पहले सैनिटाइज करना जरूरी होगा। इसका दायित्व स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को दिया गया है। मजदूरों की मौजूदगी को लेकर भी कई गाइडलाइन तय की जा रही है।

5. लॉकडाउन के बाद 5000 लोग आ चुके हैं पूर्णिया

पूर्णिया। लॉकडाउन के बाद भी दूसरे प्रदेशों से प्रवासी मजदूरों का बिहार में आना जारी है। खासकर पूर्णिया में तो लॉकडाउन को ताख पर रख दिया गया है। सीमांचल के इस जिले में प्रवासी मजदूरों के आने का सिलसिला थम नहीं रहा है। इसके कारण पूर्णिया समेत सीमांचल के अन्‍य जिलों में कोरोना वायरस का चेन टूटने और उसका प्रकोप बढऩे की आशंका खड़ी हो गई है। जिला अधिकारी राहुल कुमार ने बताया कि बाहर से आए मजदूरों की लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है। उनकी स्क्रीनिंग के बाद उन्हें क्वारंटाइन में रखा जा रहा है। अभी विद्यालयों में बने 45 क्वारंटाइन कैंपों में वैसे 795 लोग रखे गए हैं, जबकि 489 लोंगों को जांच के बाद वहां से मुक्त कर दिया गया है।

6. बिहार में प्रोडक्‍ट्स को लेकर टेंशन में उद्योगपति

पटना। लॉकडाउन के कारण बिहार में उद्योग बंद पड़े हैं। 20 अप्रैल से सशर्त फैक्ट्रियों के खोलने को लेकर राज्य सरकार ने आवेदन की मांग की है। पटना में तीन सीमेंट फैक्ट्री, बिटुमिंस समेत अन्य उद्योग शामिल हैं। हालांकि उद्योगपतियों ने चिंता जाहिर की है कि फैक्ट्रियां यदि खुल भी जाए, तो उत्पादन के बाद सामान कहां बिकेगा। इस संबंध में जिला उद्योग विभाग के महाप्रबंधक उमेश कुमार ने बताया कि पटना में 200 खाद्य प्रोसेसिंग यूनिट हैं। इनमें से 60 चालू हैं। इन फैक्ट्रियों में से आटा मिल 18, चावल मिल 11, ब्रेड बेकरी 20 आदि शामिल हैं। गौरतलब है कि 22 मार्च को हुए जनता कर्फ्यू के बाद 23 मार्च से बिहार में लगातार लॉकडाउन लागू है। यहां अब तक 83 कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई है, जबकि 37 लोग ठीक भी हुए हैं। वहीं दो लोगों की मौत काेरोना से हुई है। 

7. भागलपुर में 11 लोगों पर प्रशासन की कड़ी नजर

भागलपुर। बिहार शरीफ निवासी कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए भागलपुर के 11 लोगों की खोज जिला प्रशासन ने शुरू कर दी है। ये लोग 22 मार्च को संक्रमित व्यक्ति के साथ हवाई जहाज से दिल्ली से पटना आए थे। उस जहाज पर 69 यात्री सवार थे। इसमें से 11 व्यक्ति भागलपुर के हैं। पटना के डीएम ने भागलपुर के डीएम प्रणव को पत्र भेजकर 11 यात्रियों के नाम, पता और मोबाइल नंबर उपलब्ध कराया है। ये 11 यात्री सबौर इब्राहिमपुर, दलित स्कूल के नजदीक, आकाशवाणी आदमपुर, शिवपुरी कॉलोनी, न्यू होरीजन स्कूल भीखनपुर गुमटी नंबर तीन, मौर्या जुबली कॉलोनी, जीएन मुखर्जी रोड भीखनपुर गुमटी नंबर एक के आसपास के हैं।

8. मस्जिद में हुई 'जमात' ने उड़ाई नींद, बिहार के लोग हुए थे शामिल

नालंदा। पिछले महीने 14-15 मार्च को बिहारशरीफ की शेखाना मस्जिद के सभागार में मुस्लिम धर्मावलंबियों को जमावड़ा हुआ था। इसे 'जोड़' सम्मेलन बताया गया है। इसमें बिहार के सभी 38 जिलों के 640 लोग शामिल हुए थे। बाद में ये घूम-घूमकर धर्म के प्रचार में लग गए। निजामुद्दीन मरकज का मामला सुर्खियों में आने के बाद नालंदा की 'जमात' को लेकर प्रशासन की नींद उड़ी हुई है।

9. वैशाली के कोरोना संक्रमित के संपर्क में आए थे पटोरी के तीन दर्जन लोग

समस्तीपुर। वैशाली के कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में पटोरी अनुमंडल के विभिन्न प्रखंडों के लगभग तीन दर्जन लोग आए थे। इनमें से 31 की पहचान कर पटोरी के आइसोलेशन सेंटर में शुक्रवार को क्वारंनटाइन कर दिया गया। सूचना पर समस्तीपुर से चिकित्सा दल भी पहुंचा। जांच के लिए ब्लड सैंपल लेकर टेस्ट के लिए भेज दिया गया। इनके अतिरिक्त संपर्क में आए अन्य लोगों की भी तलाश की जा रही।

10. रोसड़ा के क्वारंटाइन सेंटर  में मजदूरों ने किया हंगामा

समस्तीपुर। शहर के प्लस टू उच्च विद्यालय परिसर स्थित क्वॉरंटाइन सेंटर में रह रहे पूर्णिया के दर्जनभर मजदूरों ने शुक्रवार दोपहर बाद हंगामा शुरू कर दिया। वे समय पर भोजन नहीं देने का आरोप लगा रहे थे। कहा कि सुबह में थोड़ा चूड़ा, चनाचूर और एक कप चाय के बाद खाने की व्यवस्था नहीं की गई। अर्जुन ऋषि, काली चरण, विंदो ऋषि, देवानंद ऋषि, कुंदन ऋषि, कंचन ऋषि, गणेश ऋषि, दीपचंद कुमार, रंजीत कुमार अदि ने तीन दिनों से देर से भोजन मिलने का आरोप लगाया। कहा कि पूर्व में जब सेंटर पर ही खाना बनता था तो सही व्‍यवस्था थी। यहां खाना बनना बंद होने के बाद से गड़बड़ी होने लगी। घर भेजने की कोई व्यवस्था भी नहीं हो रही है।

11. सूरत से लौटे युवक की मेडिकल कॉलेज में मौत, स्वॉब सैंपल लिया

गया। गुजरात के सूरत से लौटे एक 18 साल के युवक की शुक्रवार को इलाज के दौरान मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में मौत हो गई। मरीज को सांस लेने की तकलीफ के साथ ही पेट दर्द की तकलीफ थी। युवक मोहनपुर थाना क्षेत्र के सीमा गांव का रहने वाला था। मौत के बाद मेडिकल टीम ने उसे संदिग्ध मान उसका स्वॉब सैंपल लिया। जांच सैंपल पटना भेजा गया है। मरीज के मामा ने बताया कि दोपहर करीब दो बजे युवक को जयप्रकाश नारायण अस्पताल, गया ले जाया गया। वहां से उसे गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। वहां पहुंचने पर उसका इलाज शुरू हुआ। शाम करीब साढ़े चार बजे उसकी मौत हो गई। इस बीच मृतक के स्वजनों ने चिकित्सकों पर इलाज में कोताही करने का आरोप लगाया है। स्वजनों ने मेडिकल कॉलेज की लापरवाही बताते हुए कई वीडियो भी वायरल किया। 

12. क्वारंटाइन सेंटर में युवक की तबीयत बिगड़ी

गया। गुरारू प्रखंड के मध्य विद्यालय वरोरह में बने क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे एक युवक की शुक्रवार को तबीयत बिगड़ गई। वह क्वारंटाइन सेंटर में ही उल्टियां करने लगा। युवक करीब नौ दिनों से सेंटर में रह रहा है। उसे दिल्ली से लौटने के बाद रखा गया है। उसके स्वजन ने बताया है कि बुधवार की शाम उसकी तबीयत खराब हुई थी। तब गुरुवार को इसकी सूचना मिलने पर उसे इलाज के लिए यहां के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लाया गया। यहां से उसे गया के जयप्रकाश नारायण अस्पताल रेफर कर दिया गया। यहां से एंबुलेंस से उसे उक्त अस्पताल भेजा गया। वहां जांच के लिए उसका ब्लड सैंपल लिया गया। इसके बाद उसे घर जाने के लिए कह दिया गया। वहां से उसे एंबुलेंस उपलब्ध नहीं कराई गई। इसके बाद उक्त युवक के साथ रहे स्वजन ने गुरारू के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क किया।

13. लोग समझें, कोरोना जाति-धर्म नहीं देखेगा : शाहनवाज 

भागलपुर।  भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन ने शुक्रवार को धर्मगुरुओं से अपील करते हुए कहा कि कोरोना की वैश्विक महामारी में उनकी भी जवाबदेही बहुत अधिक है। उनसे लोगों को जागरूक करने का आग्रह किया। वे भागलपुर के पत्रकारों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग कर रहे थे। उन्होंने कहा, कोरोना को लेकर तरह-तरह की अफवाह फैलाई जा रही है। ठीक वैसे ही, जैसे पोलियो टीकाकरण के दौरान। लोगों को समझना और समझाना होगा, बीमारी कोई जाति-धर्म नहीं देखती। सरकार देश के 135 करोड़ लोगों की जिंदगी के लिए दिन-रात लड़ रही है। चाहे कोई भी हो, जांच नहीं कराकर छिपे हैं तो खुद के साथ-साथ परिवार, समाज और देश के दुश्मन हैं।

14. कोरोना की पहचान के लिए दो करोड़ परिवार होंगे स्कैन 

पटना। बिहार सरकार ने राज्य में कोरोना के संक्रमितों की संख्या 80 से ज्यादा होने के बाद सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रभावित सभी 12 जिलों में अभियान चलाकर एक-एक परिवार को स्कैन करें। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने शुक्रवार को इसी मसले पर बैठक भी बुलाई है। इसका दायित्व आशा कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी सेविकाओं को सौंपा जाएगा। 

15. जानें क्‍या कहते हैं कोराेना योद्धा  

पटना। कोरोना को हराकर अब तक 42 लोग कोरोना अस्पताल से बाहर निकल गए हैं। कई एक ही परिवार के हैं। जानलेवा बीमारी पर विजय पाने की खुशी इनके चेहरे पर दिखाई दे रही थी। बातचीत में सभी ने कहा कि कोरोना से डरें नहीं, परंतु डॉक्टरों और सरकार की एडवाइजरी का पालन करते हुए घरों में अपने को लॉक रखें। फिलहाल इससे बचने का यही सबसे बड़ा उपाय है। बता दें कि गुरुवार को आठ तो शुक्रवार को पांच लोग संक्रमण से मुक्‍त हुए1 

16. मालवाहक वाहनों का नहीं थमेगा पहिया 

पटना। सरकार ने लॉकडाउन के दौरान मालवाहक वाहनों का परिचालन अंतरराज्यीय स्तर पर आसान बनाने के लिए कई नवाचार किए हैं। राष्ट्रीय स्तर पर जहां सभी राज्यों के परिवहन सचिवों का समूह बना दिया गया है, वहीं, ट्रांसपोर्टरों और ड्राइवरों की सुविधा के लिए कंट्रोल रूम बनाकर टोल फ्री नंबर जारी किया गया है। 

17. 20 लाख किसानों को मिलेगा इनपुट अनुदान  

पटना। फरवरी और मार्च महीने में बेमौसम बारिश और आंधी-तूफान से बर्बाद हुई रबी फसलों के लिए करीब 20 लाख किसानों ने आवेदन दिया है। सभी किसानों के आवेदन किसान सलाहकार के स्तर से आगे बढ़ गये हैं। फरवरी के लिए 25 अप्रैल और मार्च की तबाही के लिए पांच मई से अनुदान मिलना शुरू हो जाएगा। 

18. लॉकडाउन के चलते संकट में बेतिया राज के पुजारी  

बेतिया। लॉकडाउन के कारण बेतिया राज की ओर से स्थापित तकरीबन सभी मंदिरों के पट बंद हैं। इससे मंदिरों में चढ़ावा नहीं आ रहा। इस कारण पुजारियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पुजारी और उनके घरवालों के निवाले पर आफत आ गई है। राजगुरु परिवार के सदस्य सह बेतिया राज कर्मचारी संघ के अध्यक्ष प्रमोद व्यास का कहना है कि बेतिया राज बिहार सरकार के अधीन है। पुजारी चाहते हैं कि प्रशासन उनकी मदद करे। कुछ पुजारियों और संबंधित अधिकारी से बात।  

19. लॉकडाउन में नींबू की खटाई लग रही मीठी  

कटिहार। लॉकडाउन के बीच सब्जियों की गिरती कीमत ने भले ही किसानों की परेशानी बढ़ा दी हो, लेकिन इम्यूनिटी सिस्टम बढ़ाने के लिए लोग नींबू का भरपूर सेवन कर रहे हैं। इस कारण नींबू की कीमतें आसमान छू रही हैं। खुदरा बाजार में नींबू पांच से 10 रुपये प्रति पीस की दर से बिक रहा है। नींबू के पेड़ लगाने वाले कुछ किसानों से भी बात की जाएगी। इनकी आमदनी में कितना इजाफा हुआ है। चिकित्सक का नींबू के इस्तेमाल के बारे में क्या कहना है? 

20. जमात कनेक्शन के कारण मुंगेर में फिर आई कोरोना की आंधी 

मुंगेर। पूरी दुनिया में कहर बरपा रहे कोरोना वायरस ने बिहार में पहली दस्तक योगनगरी मुंगेर में ही दी थी। 13 मार्च को कतर से चुरम्बा गांव का एक व्यक्ति मुंगेर पहुंचा। 16 मार्च को उसकी तबीयत बिगडऩे के बाद मुंगेर के दो अस्पतालों में उसका इलाज हुआ। दोनों जगह किडनी खराब होने की बात कही गई और चिकित्सकों ने इलाज किया। पटना एम्स में 21 मार्च को उसकी मौत हो गई। जब उसके परिजन शव लेकर मुंगेर लौट आए, तब 22 मार्च की सुबह उसके कोरोना पॉजिटिव होने की रिपोर्ट सामने आई। इस खबर से पूरे बिहार में हड़कंप मच गया। चिकित्सक और जिला प्रशासन की टीम ने अपनी निगरानी में उसके शव को सिपुर्द ए खाक किया। 

21. बाढ़ में 11 लोगों को किया गया होम कवरेंटाइन 

पटना। बाढ़ नगरपरिषद क्षेत्र के 11 लोगों को अनुमंडल अस्पताल में जांच हेतु भर्ती कराया गया। हालांकि जांच के दौरान किसी व्यक्ति में कोराना के लक्षण नहीं पाये गये हैं। सावधानी के तौर पर सभी को 14 दिनों तक होम कवरेंटाइन में रहने का निर्देश दिया गया है। बताया जा रहा है कि कवरेंटाइन किये गये लोग बिहारशरीफ से आये थे। 

22. मोहल्‍ले वालों की शिकायत पर मेडिकल टीम ने की जांच 

पटना। स्‍थानीय मोहल्ले वालों की शिकायत पर शुक्रवार को मेडिकल टीम ने एक संदिग्ध की जांच की। जांच में कोई विशेष लक्षण नहीं पाया गया। इस बाबत पीएचसी प्रभारी डाॅ रामानुजम ने बताया कि संदिग्ध एक माह पूर्व गुजरात से आया था। हालाकि जांच में उसमें कोई विशेष लक्षण नहीं पाया गया है, लेकिन उसे होम क्वारंटाइन में रहने की सलाह दी गई है। 

23. होम क्वारंटाइन से 34 लोग मुक्त

पटना मेडिकल टीम द्वारा जांच के बाद बीते दिनों से चिकित्सकों की सलाह पर एहतियातन होम क्वारंटाइन में रह रहे लोगों में से शुक्रवार को 50 लोगों की जांच की गई और उनमें सामान्य लक्षण पाया गया। उसके बाद उन्हें होम क्वारंटाइन से मुक्त कर दिया गया। इस बाबत पीएचसी प्रभारी डाॅ रामानुजम ने बताया कि पांचवें दिन शुक्रवार को होम क्वारंटाइन के 34 लोगों की जांच की गई। उनमें से किसी में भी कोई विशेष लक्षण नहीं पाया गया। इस कारण उन्हें कोरोना से मुक्त होने का प्रमाण पत्र देकर होम क्वारंटाइन से मुक्त कर दिया गया। साथ ही उन्हें भीड़-भाड़ से बचने की सलाह दी गई। उन्होंने बताया कि बीते पांच दिनों में कुल 241 लोगों को होम क्वारंटाइन से मुक्त किया जा चुका है और अब केवल 276 लोग ही होम क्वरंटाइन में रह गए हैं और चरणबद्ध ढंग से उनकी भी जांच की जाएगी। 

24. अब तक 3407 लोगों की हो चुकी है हेल्थ स्‍कैनिंग   

पटना मसौढी में चोरी-छिपे आकर रहे कोरोना के संदिग्ध मरीजों के संपर्क में आए लोगों की पहचान कर दूसरे दिन शुक्रवार को 2508 लोगों की हेल्थ स्‍कैनिंग की गई। इस बाबत बीडीओ पंकज कुमार ने बताया कि बीते दिनों कोरोना के कुछ संदिग्ध मरीज जो खासकर दूसरे देशों से आकर चोरी-छिपे रह रहे थे। उनके संपर्क में आए लोगों की पहचान कर उनकी हेल्थ स्‍कैनिंग करनी है। इसके तहत मसौढी नगर परिषद के 13 वार्ड व ग्रामीण क्षेत्र के 10 वार्ड चिह्ति किए गए हैं। उन्होंने बताया कि इन कुल 23 वार्डों में वैसे लोगों की पहचान करनी है, जो इन मरीजों के संपर्क में आए थे। उसके बाद पहचान किए गए लोगों की हेल्थ स्‍कैनिंग कर उनमें से किसी में बुखार व सर्दी पाए जाने पर उनकी जांच मेडिकल टीम द्वारा की जाएगी। शुक्रवार को कुल 41965 घरों में से 2508 लोगों की पहचान कर उनकी हेल्थ स्‍कैनिंग की गई। इनमें से 24 ऐसे लोग पाए गए, जो बुखार व सर्दी से पीडित थे। इस तरह दो दिनों में कुल 3407 लोगों की हेल्थ स्‍कैनिंग की गई।

25. 717 घरों का किया गया सेनेटाइज, 8 प्रवासी की स्‍कैनिंग की गई 

पटना स्वास्थ्य विभाग की टीम शुक्रवार को फुलवारीशरीफ के कुर्जी, नकटी-भवानी व फुलियाटोला के 717 घरों का सेनेटाइज किया गया। सीएचसी मैनेजर शिप्रा चौहान ने बताया कि नासिक, धनबाद समेत दूसरे राज्यों से आए 8 लोगों का स्‍कैनिंग की गई। अब तक फुलवारीशरीफ में 6312 घरों का सेनेटाइज किया जा चुका है। वहीं विदेश से लौटे एक आशंकित का सैंपल जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम तलाश में जुटी है। सीएचसी मैनेजर शिप्रा चौहान ने बताया कि विदेश से लौटा आदमी हारूण कॉलोनी का है, लेकिन वह सैँपल जांच में सहयोग नहीं कर रहा है और मोबाइल भी स्वीच ऑफ कर लिया है। सीएचसी की टीम तलाश में जुटी है।

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