कुशवाहा को बोले रघुवंश: महागठबंधन में आइए, नियोजित कर्मियों के वेतन पर कही ये बात

राजद के रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी की उपेंद्र कुशवाहा से बात चल रही है। उन्‍होंने राज्‍य के नियोजित कर्मियों के वेतन में बढ़ोतरी की भी मांग की।

By Amit AlokEdited By: Publish:Mon, 26 Nov 2018 09:10 PM (IST) Updated:Mon, 26 Nov 2018 09:11 PM (IST)
कुशवाहा को बोले रघुवंश: महागठबंधन में आइए, नियोजित कर्मियों के वेतन पर कही ये बात
कुशवाहा को बोले रघुवंश: महागठबंधन में आइए, नियोजित कर्मियों के वेतन पर कही ये बात
पटना [राज्य ब्यूरो]। राष्‍ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्‍ट्रीय उपाध्‍यक्ष तथा राजद संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा का महागठबंधन में स्‍वागत है। शामिल होने के सवाल पर राजद नेता ने कहा कि बातचीत चल रही है। रघुवंश प्रसाद सिंह ने राज्य सरकार को कहा कि वह विधायकों-पूर्व विधायकों की तरह नियोजित कर्मियों के वेतन-भत्ते में भी इजाफा करे। उन्होंने कहा कि इस मांग पर पार्टी आन्दोलन करेगी।
उन्होंने कहा कि शिक्षक समान वेतन के लिए संघर्ष कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट भी उनके पक्ष में है। लेकिन, केंद्र और बिहार सरकार ने समान वेतन देने से मना कर दिया है। धन की कमी है तो विधायकों को बढ़ी दर पर कैसे वेतन दिया जाएगा।
राजद नेता ने कहा कि आंगनबाड़ी सेविकाओं का बुरा हाल है। उन्हें हर महीने सिर्फ 750 रुपए दिए जाते हैं। सहायिकाओं का मासिक मानदेय 350 रुपया है। जबकि, तमिलनाडु में सेविकाओं को महीने के छह हजार रुपये दिये जाते है। पंचायती राज के प्रतिनिधि भी जनप्रतिनिधि हैं। उनके वेतन-भत्ते में भी इजाफा होना चाहिए। आशा कार्यकर्ताओं का मासिक वेतन तय नहीं है। सरकारी अस्पतालों में प्रसव के लिए अगर वह किसी को ले जाती हैं तो सांकेतिक राशि दी जाती है।
उन्‍होंने कहा कि मिड डे मिल के रसोइया को महीने में 12 सौ रुपया दिए जाते हैं। होमगार्ड, विकास मित्र, टोला सेवक, प्रेरक जैसे पदधारक भी कम वेतन में काम कर रहे हैं। इन सबका भी वेतन बढ़े।
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