मस्जिद और ईदगाह जाने पर मनाही, बिहार के लोग घरों में मना रहे बकरीद, कुर्बानी की तस्वीरें पोस्ट नहीं करने की अपील
बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए जारी गाइडलाइन की बंदिशों के बीच आज बकरीद का त्योहार मनाया जा रहा है। धर्मगुरुओं और प्रशासन ने लोगों को मस्जिद और ईदगाह जाने से मना करते हुए अपने- अपने घरों में ही नमाज अदा करने की अपील की है।
पटना, जागरण संवाददाता। बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए जारी गाइडलाइन की बंदिशों के बीच आज बकरीद का त्योहार मनाया जा रहा है। धर्मगुरुओं और प्रशासन ने लोगों को मस्जिद और ईदगाह जाने से मना करते हुए अपने- अपने घरों में ही नमाज अदा करने की अपील की है। कई जगह अधिकारियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने लोगों से अपील की है कि वे कुर्बानी की वीडियो और फोटो इंटरनेट पर पोस्ट करने से बचें। साथ ही ऐसी कोई भी पोस्ट इंटरनेट पर नहीं डालें, जिससे किसी की धार्मिक भावना आहत होती हो। बकरीद को लेकर बिहार पुलिस मुख्यालय ने राज्य के जिलों में सुरक्षा-व्यवस्था सुदृढ़ रखने का निर्देश देते हुए 23 जुलाई तक विशेष पुलिस बल की तैनाती की है। कोई धार्मिक जुलूस निकालने या मजमा लगाने से लोगों को मना किया गया है।
19 जिलों में 23 कंपनियां तैनात
राज्य के 19 जिलों में बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस बल की 23 कंपनी की तैनाती की गई है। इसके अलावा पटना में रैफ की एक अतिरिक्त कंपनी और भागलपुर में सीआरपीएफ की अतिरिक्त कंपनी की तैनाती की गई है। इस दौरान जिलों में पुलिस को विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया है। भीड़-भाड़ वाले इलाके व बाजार में सादी वर्दी में भी पुलिसकर्मियों को तैनात रहने का निर्देश दिया गया है।
बकरीद पर घरों में नमाज अदा करने की अपील
मुस्लिमों का पर्व ईद उल अजहा अर्थात बकरीद बुधवार को मनाया जाएगा। कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए बकरीद की नमाज लोग घरों में ही अदा करेंगे। ईदगाह व मस्जिद में सामूहिक नमाज अदा करने पर पाबंदी है। दुकानों में मंगलवार को बाकरखानी, लच्छा, सेवई, मेवे की खूब बिक्री हुई। फुलवारीशरीफ स्थित बिहार, ओडिशा, झारखंड इमारत-ए-शरिया के कार्यवाहक नाजिम मौलाना शिबली-अल-कासमी ने कहा कि अमन कायम रखते हुए बकरीद की इबादत करें। कोरोना को देखते हुए जो गाइडलाइन जारी की गई है उसका पालन नमाज और कुर्बानी, दोनों इबादतों में करें। मस्जिद व ईदगाहों में बड़ी जमात में शामिल होने से बचें। ईद-उल-फितर की तरह बकरीद की नमाज अदा करें। गले मिलने और हाथ मिलाने से बचें।