आरोपी नहीं मिला तो उसके पिता को पुलिस ने थाने की छत से फेंका

सोहसराय थाना पुलिस हैवानियत की हद पार कर गई।

By pradeep Kumar TiwariEdited By: Publish:Sat, 18 Apr 2015 08:55 PM (IST) Updated:Sat, 18 Apr 2015 08:59 PM (IST)
आरोपी नहीं मिला तो उसके पिता को पुलिस ने थाने की छत से फेंका

बिहारशरीफ। सोहसराय थाना पुलिस हैवानियत की हद पार कर गई। उसने प्रेम-प्रसंग में पुलिस से बचने के लिए घर से भागे आनंद कुमार के 45 वर्षीय पिता रामप्रवेश पासवान को दो दिन तक थाने में रखकर प्रताडि़त किया और शुक्रवार की रात उसे दोमंजिला थाने की छत पर ले जाकर परिजनों के सामने ही नीचे फेंक दिया। घायल रामप्रवेश पीएमसीएच में भर्ती है। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ मोहन जैन ने थानाध्यक्ष डीसी श्रीवास्तव को निलंबित कर दिया है। परिजन इस कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं, वे थानाध्यक्ष पर हत्या के प्रयास की प्राथमिकी दर्ज करने की मांग कर रहे हैं।

परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने दोमंजिला थाने की छत से राम प्रवेश पासवान को नीचे फेंका है। शुक्रवार रात में इलाज के लिए उसे सदर अस्पताल लाया गया। शनिवार की सुबह चिंताजनक हालत के मद्देनजर डॉक्टरों ने उसे पीएमसीएच रेफर कर दिया।

सनद रहे कि छोटी पहाड़ी मोहल्ला निवासी लाली देवी ने गुरुवार को थाने में अपनी नाबालिग पुत्री का शादी की नीयत से अपहरण किए जाने की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। मोहल्ले के आनंद कुमार को आरोपी बनाया गया था। पुलिस उसी दिन आनंद के घर पहुंची और उसके पिता रामप्रवेश को घसीटते हुए थाने ले गई। थाने में उसे मार-पीटकर प्रताडि़त किया गया।

परिजन पिंकी देवी और कमलेश कुमार ने बताया कि शुक्रवार रात जब वे खाना लेकर थाने गए तो देखा कि पुलिसकर्मी रामप्रवेश की छाती पर चढ़कर पिटाई कर रहे थे। उसके बाद थाने की छत पर ले जाकर उन्हें वहां से नीचे फेंक दिया। तत्काल एसपी के पास पहुंचकर उन लोगों ने आवेदन देकर थानाध्यक्ष व अन्य पुलिस कर्मियों पर मामला दर्ज करने की गुहार लगाई।

थाने की पुलिस का कहना है कि रामप्रवेश ने खुद ही छत से छलांग लगाई है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि रामप्रवेश को दो दिन तक थाने में रखकर प्रताडि़त करने पर थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया है। अन्य आरोपों की जांच डीएसपी (विधि-व्यवस्था) संजय कुमार और शम्स अफरोज को सौंपी गई है।

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