कमजोर कदकाठी का विक्की अकेले कैसे कर सकता है हत्या?

अगमकुआं थाना क्षेत्र से अगवा नौंवी कक्षा के छात्र रौनक की हत्या में चार से अधिक लोगों के शामिल होने का अंदेशा है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 19 Jan 2018 09:31 PM (IST) Updated:Fri, 19 Jan 2018 09:31 PM (IST)
कमजोर कदकाठी का विक्की अकेले कैसे कर सकता है हत्या?
कमजोर कदकाठी का विक्की अकेले कैसे कर सकता है हत्या?

पटना सिटी । अगमकुआं थाना क्षेत्र से अगवा नौंवी कक्षा के छात्र रौनक की हत्या में चार से अधिक युवकों के शामिल होने की चर्चा घटनास्थल पर होती रही। पिता को ढाढस बंधा रहे लोगों का कहना था कि कमजोर कद-काठी का विक्की अकेले कैसे रौनक की हत्या कर सकता है? अकेले ही छात्र के हाथ-पैर बांधकर मुंह में टेप साटने और मफलर से गला दबाने की बात के पीछे कई और सच्चाई पर पर्दा डाला जा रहा है। इस हत्याकांड में कई और हत्यारों के शामिल होने की बात से लोगों को इनकार नहीं था।

: शीशे से गर्दन पर वार व रसूखदार से जुड़ा हो सकता है मामला :

जिस दुकान में रौनक का शव पड़ा था उससे बदबू आ रही थी। दुकान का शटर आधा खोलकर पुलिस अधिकारी अंदर-बाहर करते रहे। घंटों बाद शव को बाहर कपड़े में पूरी तरह से लपेट कर लाया गया। बाहर खड़े दर्जनभर मीडिया कर्मियों को दुकान में झांकने तक की इजाजत नहीं थी। इस दुकान के पीछे से भी पुलिस अधिकारी अंदर ही अंदर प्रवेश करते रहे। जमा भीड़ में इस बात की भी चर्चा थी कि इस हत्याकांड से एक रसूखदार की कड़ी जुड़ी हो सकती है।

शव तक पहुंचने वाले आधिकारिक सूत्रों की माने तो छात्र की हत्या के पहले दुकान में काफी उठा-पटक होने का अंदेशा है। इस हत्याकांड में कई लोग शामिल हो सकते हैं। दुकान के अंदर पश्चिमी काउंटर का शीशा टूटा था। काउंटर के टूटे शीशे से छात्र के गर्दन पर वार किये जाने की चर्चा भी बाहर खड़े लोग कर रहे थे। गर्दन में मफलर कसा गया था।

चर्चा यह भी जोरों पर रही कि इस हत्याकांड में पूर्व के एक बियर बार मालिक का भी हाथ है। बियर बार बंद होने के बाद वह साथियों की मदद से क्षेत्र में रंगदारी वसूली करता था। घटना के दिन उसे दुकान के आसपास देखा गया है। भीड़ में यह भी चर्चा होती रही कि फिरौती मांगने वाले दिन यानी बुधवार को दिन-रात अपहरणकर्ता घंटे-घंटे फोन कर फिरौती की रकम 25 लाख रुपया मांगते रहे। पुलिस मोबाइल लोकेशन ढूंढने में विफल क्यों रही? दुकान के बाहर खड़े लोग इस बात पर चर्चा रहे थे कि समय रहते पुलिस सक्रिय होती तो सभी अपहरणकर्ता पुलिस गिरफ्त में होते और छात्र की जान बच सकती थी। इस पूरे मामले को पुलिस मीडिया से आखिर क्यों दूर रखने का प्रयास करती रही? काफी देर बाद पीले कपड़े में शव को बांधकर एंबुलेंस पर ले जाया गया।

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