पटना को जल्द ही मिलेगा नया लैंडमार्क 'सभ्यता द्वार' का किया जाएगा निर्माण

पटना को जल्द ही एक और लैंडमार्क मिलने वाला है। गाधी मैदान के पास नई दिल्ली के इंडिया गेट की तर्ज पर सभ्यता द्वार का निर्माण किया जाएगा। इससे पटना की अलग पहचान बनेगी।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 17 Mar 2018 03:48 PM (IST) Updated:Sat, 17 Mar 2018 03:48 PM (IST)
पटना को जल्द ही मिलेगा नया लैंडमार्क 'सभ्यता द्वार' का किया जाएगा निर्माण
पटना को जल्द ही मिलेगा नया लैंडमार्क 'सभ्यता द्वार' का किया जाएगा निर्माण

पटना [मृत्युंजय मानी]। पटना को जल्द ही एक और लैंडमार्क मिलने वाला है। गाधी मैदान से उत्तर गगा के तट पर सभ्यता द्वार का निर्माण लगभग पूरा हो गया है। लाइटिंग का काम शुरू होने वाला है। उम्मीद है, मई से लोग चमचमाते सभ्यता द्वार का दीदार कर सकेंगे।

नई दिल्ली के इंडिया गेट और मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया की तर्ज पर पटना में बनने वाला सभ्यता द्वार अब बस तैयार हो चुका है। बापू सभागार और ज्ञान भवन के बीच गगा के तट पर सभ्यता द्वार का स्ट्रक्चर खड़ा हो गया है। पत्थर लगाने का काम पूरा हो चुका है, अब लाइटिंग का काम शुरू होने वाला है। सभ्यता द्वार की लाइटिंग करने वाली एजेंसी ने निरीक्षण कर लिया है। 32 मीटर ऊंचे सभ्यता द्वार के निर्माण पर पाच करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। यह 12 मीटर लबा और आठ मीटर चौड़ा है। कोशिश थी कि इसे बिहार दिवस तक ही पूरी तरह तैयार कर दिया जाए मगर फिलहाल इसमें एक से डेढ़ महीने का समय और लगेगा। इसके बाद ही सभ्यता द्वार का उद्घाटन होगा।

द्वार के शीर्ष पर होगा अशोक स्तभ

सभ्यता द्वार के शीर्ष पर चार शेर वाला अशोक स्तभ दिखेगा जो लाइटिंग से जगमग करेगा। भवन निर्माण विभाग सभ्यता द्वार को आकर्षक बनाने में जुटा हुआ है। सभ्यता द्वार पर राजस्थान से मगाए गए रेड एंड वाइट सैंड स्टोन लगाए गए हैं।

मिलेगा एक और तोहफा

पिछले 10 सालों में राजधानी पटना को कई नए पर्यटन केंद्र मिले है। सभ्यता द्वार भी इसकी एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगा। गांधी मैदान जैसे इलाके में होने के कारण बड़ी संख्या में दर्शक इसे देख सकेंगे। बापू सभागार और ज्ञान भवन के बीच से सभ्यता द्वार का दृश्य मनमोहक लगता है। इसके पहले राजधानी के लोगों को बुद्ध स्मृति पार्क, राजधानीवाटिका, बापू सभागार, बिहार म्यूजियम, ज्ञान भवन जैसे कई बेहतरीन पर्यटन केंद्रों का तोहफा मिला है। सभ्यता द्वार का निर्माण कार्य पिछले डेढ़-दो साल से लगातार हो रहा है।

महात्मा बुद्ध से शेरशाह तक की बातें पढ़ सकेंगे दर्शक

सभ्यता द्वार बिहार को गौरव दिलाने वाले महापुरुषों की याद दिलाएगा। द्वार पर बिहार से जुड़े छह महापुरुषों की वाणी उकेरी जाएगी। इसमें बौद्ध धर्म के प्रवर्तक महात्मा बुद्ध, जैन धर्म के 24वें तीर्थकर भगवान महावीर, सिख धर्म के प्रथम गुरु गुरुनानक देव, सिख धर्म के 10वें व अंतिम गुरु गोविद सिह, सम्राट अशोक और बादशाह शेरशाह सूरी शामिल हैं। सभ्यता द्वार के छह ओर महापुरुषों की बातें लिखी जाएंगी। फिलहाल इसके लिए जगह छोड़ी हुई है।

गंगा तट होगा हरा-भरा

पहले योजना थी कि सभ्यता द्वार के पास तक गगा नदी की धारा को लाया जाएगा मगर गगा एक्सप्रेस वे के निर्माण के कारण अब यह मुश्किल है। ऐसे में गगा के किनारे के इलाकों को हरा-भरा बनाए जाने की योजना है। कई सजावटी पौधे भी लगाए जाएंगे। स्मार्ट सिटी के एरिया डेवलपमेंट एरिया में शामिल होने के कारण भी सभ्यता द्वार के आसपास की जगह को विकसित करने की योजना बनी है।

साउंड एंड लेजर शो भी

सभ्यता द्वार तक पहुंचने के लिए गगा किनारे खूबसूरत पथ बनाया जाएगा। इसके लिए बासघाट से लेकर कलेक्ट्रेट घाट तक गगा तट को विकसित करने की योजना बनी है। पानी के पर्दे पर साउंड एंड लेजर शो भी चलेगा। विभागीय अधिकारी सभ्यता द्वार के साथ और भी कई आकर्षक चीजें बढ़ाने की योजना पर काम कर रहे है।

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