पटना में पैथोलॉजी संचालक की मौत का रहस्‍य अब तक अनसुलझा, डॉक्‍टर की तलाश कर रही पुलिस

Crime in Patna पटना में पैथोलॉजी संचालक की मौत मामले में एक डॉक्टर गिरफ्तार एक और डॉक्‍टर को तलाश रही है पुलिस परिवार ने दर्ज कराया था हत्‍या का मामला जहर देकर मारने का जताया जा रहा शक

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Wed, 13 Jan 2021 08:29 AM (IST) Updated:Wed, 13 Jan 2021 08:29 AM (IST)
पटना में पैथोलॉजी संचालक की मौत का रहस्‍य अब तक अनसुलझा, डॉक्‍टर की तलाश कर रही पुलिस
पटना में रहस्‍यमय तरीके से मिला था युवक का शव। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना/फुलवारीशरीफ, जागरण टीम। पटना में पैथोलॉजी संचालक की संदिग्‍ध परिस्‍थ‍ित‍ियों में मौत का मामला अभी तक उलझा हुआ है। पुलिस अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है कि उसकी हत्‍या हुई या मौत स्‍वाभाविक थी। शहर में दो दिनों से लापता पैथोलॉजी संचालक राकेश कुमार का शव एक निजी अस्‍पताल के सामने पड़े वाहन से मिला था। पुलिस को मामले में पोस्टमाॅर्टम रिपोर्ट का इंतजार है। इस मामले में गेटवेल अस्‍पताल के एक डॉक्टर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। इसी मामले में एक और डाॅक्टर की तलाश कर रही है।

खाने में जहर मिलाकर हत्‍या का शक

पुलिस का कहना है कि दोनों डाॅक्टर वारदात की रात पैथोलॉजी संचालक के साथ थे और इन्होंने साथ-साथ पार्टी करते हुए मीट भी खाया था। पुलिस को शक है कि इसी दौरान जहरीला पदार्थ धोखे से खिला दिया गया होगा, जिस कारण राकेश की मौत हो गई। उसके मुंह से झाग निकल रहा था और उसकी मौत भी सोमवार की दोपहर हो चुकी थी। गेटवेल के डाॅक्टरों ने भी इस बात की पुष्टि‍ की कि शव देखने से ऐसा लगता था कि मौत पांच-छह घंटे पहले हो चुकी थी। अस्‍पताल में लाया गया शव पूरी तरह अकड़ गया था।

परिवार ने दर्ज कराया है हत्‍या का मामला

मालूम हो कि दो दिनों से लापता पैथोलॉजी संचालक राजा बाजार मछली गली निवासी राकेश का शव गेट वेल अस्पताल के एक डाॅक्टर की कार से परिसर से ही बरामद हुआ था। स्‍वजनों ने शव को देखने के बाद हत्या की शंका जताते हुए हवाई अड्डा थाना में मामला दर्ज कराया था। इस मामले में पुलिस ने डॉ. मनोज कुमार और विकास पाठक की तलाश करते हुए मनोज कुमार को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया। पूछताछ में डाॅ. मनोज ने पुलिस को बताया कि राकेश के साथ वह और डाक्टर विकास पाठक थे। इन लोगों ने साथ साथ पार्टी किया था और मटन भी खाया था। सोमवार को 10 बजे जब राकेश के मुंह से झाग निकलने लगा तब वह घबरा गये और विकास को कहा कि कार आपकी है आप इससे अस्पताल ले जायें।

डॉक्‍टर के बयान पर पुलिस को विश्‍वास नहीं

पुलिस डाॅ. मनोज के बयान पर विश्वास नहीं कर रही है। थानाध्यक्ष अरूण कुमार ने बताया कि डाॅ. मनोज और विकास दोनों ने एक योजना बना कर रोकश को कुछ जहरीला पर्दाथ खिला दिया जिस कारण उसकी मौत हुई है। उसकी मौत के बाद दोनों शव को छोड़ फरार हो गये। हो सकता है कि बाद में यह शव को ठिकाने लगाते। थानाध्यक्ष ने बताया कि प्रथम दृष्टि में दोनों की भूमिका संदेह के घेरे में है। इस कारण मनोज को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया और विकास की तलाश की जा रही है। पुलिस पोस्टमाॅर्टम रिपोर्ट की राह देख रही है।

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