लोह की पटरी ने तोड़ दी आदित्य के जीवन की डोर, मात्र पांच साल थी उम्र

शनिवार को नगर निगम की लापरवाही से एक और मौत हो गई। पांच साल के अादित्य की नाले में जिंदा गिरा और मृत लौटा।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Sat, 05 Jan 2019 01:20 PM (IST) Updated:Sat, 05 Jan 2019 01:20 PM (IST)
लोह की पटरी ने तोड़ दी आदित्य के जीवन की डोर, मात्र पांच साल थी उम्र
लोह की पटरी ने तोड़ दी आदित्य के जीवन की डोर, मात्र पांच साल थी उम्र

पटना, जेएनएन।  आदित्य घर से निकला तो था पर वापस आने की उम्मीद के साथ। दस फीट गहरे गड्ढ़े को डाकने के लिए उसने कदम बढ़ाए तो थे पर उस पार जाने की उम्मीद लेकर। उसे क्या मालूम था कि रोज की तरह आज नाला डाकने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली लोहे की पटरी उसके जीवन की डोर तोड़ देगी। शुक्रवार को पटना नगर निगम की लापरवाही की भेंट एक और जिंदगी चढ़ गई। इसबार एेसी जान गई जिसे अभी दुनिया देखनी थी। उम्र थी मात्र पांच साल। शनिवार की सुबह एनडीआरएफ ने 18 घंटे बाद आदित्य का शव बाईपास थाना अंतर्गत रानीपुर पैजावा गांव के गहर नाले से बरामद कर लिया।

दस फीट गहरा नाला कर रहा था पार

बाईपास थाना अंतर्गत रानीपुर पैजावा गांव के समीप आदित्य शुक्रवार की दोपहर 10 फीट गहरे नाले में गिर गया था। वह लोहे की पटरी के सहारे नाला पार कर रहा था। दोपहर करीब 2.30 बजे गिरने के बाद शाम को खोजी दल पहुंचा था। रात 9:30 बजे तक एनडीआरएफ की टीम आदित्य को ढूंढृती रही मगर बच्चा नहीं मिल सका था।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पैजावा निवासी किसान कमलेश कुमार का बेटा आदित्य खेलने के क्रम में नाले की तरफ गया था। करीब ढाई बजे रेल की पटरी के सहारे वह नाला पार कर रहा था। इसी क्रम में पैर फिसलने से वह नाले में गिर गया। इसकी सूचना मिलने पर पहले ग्रामीणों के साथ परिवार ने अपने स्तर से आदित्य को नाले में खोजा। शाम चार बजे तक जब आदित्य का कोई पता नहीं चला तब बाईपास थाना को सूचना दी गई। इसके बाद थाना पुलिस ने एसडीओ को जानकारी दी गई थी।

अलाव जला गाद भरे नाले में होती रही आदित्य की खोज

आदित्य के नाले में गिरने की सूचना पर पहुंची एनडीआरएफ की टीम ने शुक्रवार को पांच घंटे तक सर्च ऑपरेशन चलाया मगर कोई सुराग नहीं मिला। एनडीआरएफ टीम ने बताया कि नाले में उग आई झाडिय़ां और गाद के कारण ऑपरेशन धीमी गति से चला। नाले के समीप बिजली के तार होने से भी सर्च ऑपरेशन में व्यवधान हुआ।

मां-दादी का रो-रोकर बुरा हाल

नाले के पास ठंड अधिक होने पर अलाव जलाया गया। आदित्य के परिजन और एकजुट हुए ग्रामीण सर्द रात में अलाव के सहारे आदित्य को ढूंढ़ते रहे। आदित्य की मां, दादी और परिवार के अन्य सदस्यों का रो-रो कर बुरा हाल था। परिजनों ने बताया कि कमलेश के चार बच्चे हैं। दो बेटा और दो बेटी में आदित्य दूसरे नंबर पर है।

बाईपास पार कर नहर बन जाता है नाला

पटना सिटी क्षेत्र से गुजरने वाली सैदपुर-रामपुर नहर छोटी पहाड़ी स्थित संप हाउस तक जाती है। बाईपास यानी एनएच-30 पार कर यही नहर रानीपुर पैजावा के समीप गहरे नाला में परिवर्तित हो जाती है। यह नाला कच्चा और चौड़ा है।

17 नवंबर को नाले में गिरा था 10 साल का दीपक

आदित्य के नाले में गिरने की घटना ने दीपक की याद ताजा कर दी। 17 नवंबर 2018 को 10 साल का दीपक एसकेपुरी संप हाउस के पास नाले में गिर गया था। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और निगमकर्मियों द्वारा 25 नवंबर तक नाले में तलाशी अभियान चलाया गया था लेकिन दीपक नहीं मिला। बाद में प्रशासन द्वारा परिजनों को चार लाख रुपये मुआवजा देकर मामले की इतिश्री कर ली गई।

31 अक्टूबर को बाकरगंज नाले में गिरने से हुई थी सुनील की मौत

गांधीमैदान थाने के पास 31 अक्टूबर 2018 को बाकरगंज नाले में गिरने से प्रतियोगी छात्र सुनील की मौत हो गई थी। इलाज के लिए उसे अस्पताल ले जाया गया था जहां उसने दम तोड़ दिया था। वह राजधानी के एनीबेसेंट रोड स्थित एक लॉज में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करता था। उसका भाई पप्पू पटना पुलिस का जवान था

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