पटना एयरपोर्ट पर अब यात्रियों को बारिश में भीगने से बचाएगी पोर्टा केबिन

अब आप पटना एयरपोर्ट पर बारिश में नहीं भीगेंगे। एयरपोर्ट प्रबंधन की ओर से टर्मिनल भवन के आगे पोर्टा केबिन बनाया जाएगा। चेक इन के बाद इसमें यात्री रह सकेंगे।

By Kajal KumariEdited By: Publish:Wed, 18 Jul 2018 06:20 PM (IST) Updated:Wed, 18 Jul 2018 10:45 PM (IST)
पटना एयरपोर्ट पर अब यात्रियों को बारिश में भीगने से बचाएगी पोर्टा केबिन
पटना एयरपोर्ट पर अब यात्रियों को बारिश में भीगने से बचाएगी पोर्टा केबिन

पटना [जेएनएन]। पटना एयरपोर्ट पर यात्रियों को बारिश से बचाने के लिए एयरपोर्ट प्रबंधन की ओर से टर्मिनल भवन के आगे पोर्टा केबिन बनाया जाएगा। एक केबिन में एक विमान के यात्रियों के रहने की व्यवस्था होगी। इस केबिन में चेक इन करने के बाद यात्रियों को रखा जाएगा।

यात्री यहां से सीधे स्क्रीनिंग काउंटर पर चले जाएंगे। मंगलवार को आयोजित एयरपोर्ट एडवाइजरी कमेटी की बैठक में पोर्टा केबिन का निर्माण शीघ्र शुरू करने को कहा गया है। एयरपोर्ट के रनवे के पास बने पोर्टा केबिन में एक विमान के यात्रियों के बैठने की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा अन्य यात्रियों के लिए अलग से बैठने की व्यवस्था की गई है। 

भले ही बिहार में अभी बारिश का प्रकोप शुरू नहीं हुआ है, परंतु इसकी तैयारी शुरू हो गई है। बारिश के दौरान बाहर के विमान से आने वाले यात्रियों के पानी में भींगने की संभावना अधिक रहती है।

इससे बचने के लिए एडवाइजरी कमेटी ने निकास द्वार से पार्किंग वे तक शेड लगाने को कहा। इतना ही नहीं जरूरत को देखते हुए महिला यात्रियों के लिए अतिरिक्त यूरिनल व शौचालय बनाने को कहा गया। 

भीड़ होने पर वरिष्ठ नागरिकों के रास्ते से महिलाओं को भी मिलेगी इंट्री

तय किया गया कि यात्रियों की सुविधा को देखते हुए बुजुर्ग यात्रियों के लिए बने विशेष प्रवेश द्वार से जरूरत के मुताबिक बीमार और महिलाओं को भी अंदर जाने की इजाजत मिलेगी। भीड़ रहने पर वीवीआइपी के निकास द्वार को खोलकर भीड़ को बाहर करने का निर्देश दिया गया। 

स्लॉटर हाउस बंद करने के लिए डीएम को पत्र

सबसे अधिक चर्चा पटना एयरपोर्ट पर विमान से पक्षियों के टकराने की है। किसी दिन पक्षियों के टकराने से बड़ी घटना के होने की आशंका व्यक्त की गई। इसके लिए जिला प्रशासन से मदद लेकर स्लॉटर हाउस को बंद करवाने का अनुरोध किया गया।

जब आसपास के खुले में जानवरों को काटे जाते हैं तो बड़ी संख्या में चील-कौए खाने के लिए आकाश में मंडराने लगते हैं। स्लॉटर हाउस को हटाने के लिए जिलाधिकारी को लिखा गया है। इस मौके पर एयरपोर्ट निदेशक राजेन्द्र सिंह लाहोरिया, संतोष सिंह, विशाल वर्मा, प्रियंबदा, विशाल दुबे आदि थे।

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