पहल: अब बिहार के 71 हजार स्कूलों में बच्चे पढ़ेंगे बापू की कहानी

बिहार के 71 हजार प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में भी गांधी कथा वाचन होगा। जनशिक्षा निदेशालय ने गांधी कथा वाचन के लिए पुस्तक का प्रकाशन कर लिया है। पुस्तक का नाम बापू की पाती है।

By Kajal KumariEdited By: Publish:Sat, 01 Sep 2018 03:16 PM (IST) Updated:Sat, 01 Sep 2018 11:28 PM (IST)
पहल: अब बिहार के 71 हजार स्कूलों में बच्चे पढ़ेंगे बापू की कहानी
पहल: अब बिहार के 71 हजार स्कूलों में बच्चे पढ़ेंगे बापू की कहानी

पटना [राज्य ब्यूरो]। हाईस्कूलों के बाद अब प्रदेश 71 हजार प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में भी गांधी कथा वाचन होगा। जनशिक्षा निदेशालय ने स्कूली बच्चों के बीच गांधी कथा वाचन के लिए पुस्तक का प्रकाशन कर लिया है। इस पुस्तक का नाम 'बापू की पाती' है। प्रत्येक दिन प्रार्थना सत्र के तत्काल बाद बच्चों के बीच कथा पाठ होगा। इसके पहले हर जिले के एक शिक्षक और प्रधानाध्यापक को कथा पाठ के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। 

चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में पिछले वर्ष अप्रैल से हाई स्कूलों में बच्चों के बीच बापू से जुड़ी कहानियों का पाठ शुरू हुआ था। हाईस्कूल के बच्चों के बीच 'एक था मोहन' कहानी का पाठ किया जा रहा था। इस कड़ी को आगे बढ़ाते हुए अब प्राथमिक और मध्य स्कूल के बच्चों के बीच भी बापू की पाती का पाठ किया जाएगा।

स्कूलों में यह कार्य बगैर किसी बाधा के चले इसके लिए जनशिक्षा निदेशालय और माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से मास्टर ट्रेनर को प्रशिक्षित किया गया। प्रत्येक जिले के तीन-तीन शिक्षकों को मास्टर ट्रेनर बनाया गया है।

मास्टर ट्रेनर अपने जिले के शेष शिक्षकों और प्रत्येक स्कूल के प्रधानाचार्य को कथा वाचन का तरीका बताएंगे। मास्टर ट्रेनर को रंगमंच कलाकार जावेद अख्तर, अमिताभ पांडेय और राजीव रंजन श्रीवास्तव ने प्रशिक्षित किया। 

जनशिक्षा निदेशक विनोदानंद झा ने बताया कि सरकार का उद्देश्य स्पष्ट है कि कक्षा नौवीं और दसवीं के विद्यार्थियों के साथ ही एक से आठ कक्षा के विद्यार्थी भी गांधी की कहानियां सुन उनके गुणों को आत्मसात करें। उन्होंने कहा प्राथमिक और मध्य स्कूलों में अक्टूबर से यह कार्य शुरू करने की तैयारी है।  

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