बिहार में अब शुरू होगी स्वच्छता अभियान की ओडीएफ प्लस योजना

सरकार अब शहरी क्षेत्रों को खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) करने के लिए ओडीएफ प्लस योजना शुरू करेगी।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 24 Sep 2018 07:00 AM (IST) Updated:Mon, 24 Sep 2018 07:00 AM (IST)
बिहार में अब शुरू होगी स्वच्छता अभियान की ओडीएफ प्लस योजना
बिहार में अब शुरू होगी स्वच्छता अभियान की ओडीएफ प्लस योजना

पटना। सरकार अब शहरी क्षेत्रों को खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) करने के लिए ओडीएफ प्लस और डबल प्लस योजना शुरू करेगी। सोमवार को इसी सिलसिले में नगर विकास एवं आवास विभाग की ओर से नगर निकाय कर्मियों को प्रशिक्षित करने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। ज्ञान भवन कार्यशाला की शुरुआत नगर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश शर्मा करेंगे। विशेषज्ञ, नगर निगम, नगर परिषद और नगर पंचायत कर्मियों को प्रशिक्षण देंगे। इस दौरान मेयर, डिप्टी मेयर व नगर आयुक्तों को भी बुलाया गया है। इसमें अब तक हुए काम और शेष कार्यो पर चर्चा होगी। खुले में शौच से मुक्त का दर्जा हासिल करने की प्रक्रिया को जारी रखने और व्यावहारिक बदलाव सुनिश्चित करने के लिए ओडीएफ प्लस और ओडीएफ प्लस प्लस के दिशा निर्देश तय कर दिए गए हैं।

शहरों को स्थायी रूप से कचरा मुक्त बनाने के लिए स्टार रेटिंग के जरिए योजनाबद्ध प्रबंधन और विकास के माध्यम से लोगों का जीवन स्तर सुधारने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। बिहार के शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता की स्थिति पर सालाना सर्वेक्षण रिपोर्ट - स्वच्छ सर्वेक्षण चर्चा होगी। इस अवसर पर स्वच्छ भारत मिशन-एसबीएम ओडीएफ प्लस और एसबीएम ओडीएफ प्लस प्लस के लिए दिशा निर्देश, जनभागीदारी बढ़ाने के लिए वेब पोर्टल स्वच्छ मंच, जीवन सुगमता सूचकाक, जीवन सुगमता सूचकाका डैशबोर्ड का शुभारंभ करेंगे। क्या है स्वच्छ सर्वेक्षण-2019

राज्य में चार जनवरी से 31 जनवरी के बीच सभी शहरों में स्वच्छता सर्वेक्षण कराया जाएगा। इस सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य शहरों को कचरा और खुले में शौच से मुक्त कराने के प्रयास में व्यापक स्तर पर जन भागीदारी सुनिश्चित करना तथा समाज के सभी वर्ग के लोगों के लिए शहरों को जीने लायक बेहतर स्थान बनाने के प्रति जागरूकता पैदा करना है। प्रमुख विशेषताएं

- डिजिटल सर्वे

सर्वेक्षण के संकेतक/प्रश्नावली में 5000 अंक होंगे, जबकि 2018 के सर्वेक्षण के ऐसे सर्वेक्षण में 4000 अंक रखे गए हैं।

सर्वेक्षण के लिए डाटा संकलन का काम चार प्रमुख स्त्रोतों से किया जाएगा, जिनमें सेवा स्तर पर हुई प्रगति, प्रत्यक्ष निगरानी, लोगों से प्राप्त फीडबैक और प्रमाणन शामिल है।

एसबीएम ओडीएफ प्लस और ओडीएफ प्लस प्लस

सरकार का दावा है कि गत चार वषरें के दौरान स्वच्छ भारत मिशन के तहत शहरों में साफ-सफाई की निगरानी करने के तौर-तरीकों में बड़ा बदलाव आया है। ओडीएफ प्लस और एसबीएम ओडीएफ प्लस प्लस प्रोटोकॉल के तहत लोगों को शौचालय की सुविधा मिलने, शौचालयों की साफ सफाई और मल निकासी प्रबंधन जैसी बातें भी शामिल की गई हैं। वेब पोर्टल के जरिए स्वच्छ भारत मिशन में जन भागीदारी को प्रोत्साहित करने का काम किया गया है।

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