कोरोना संकट पर नीतीश ने फिर किया अलर्ट, भीड़-भाड़ वाले इलाकों में विशेष निगरानी के दिए निर्देश

बिहार में कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देख मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर लोगों को अलर्ट किया है। इसके साथ ही उन्‍होंने अधिकारियाें को भी निर्देश दिया है।

By Rajesh ThakurEdited By: Publish:Mon, 08 Jun 2020 05:16 PM (IST) Updated:Mon, 08 Jun 2020 05:16 PM (IST)
कोरोना संकट पर नीतीश ने फिर किया अलर्ट, भीड़-भाड़ वाले इलाकों में विशेष निगरानी के दिए निर्देश
कोरोना संकट पर नीतीश ने फिर किया अलर्ट, भीड़-भाड़ वाले इलाकों में विशेष निगरानी के दिए निर्देश

पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार में कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देख मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर लोगों को अलर्ट किया है। इसके साथ ही उन्‍होंने अधिकारियाें को भी निर्देश दिया है कि भीड़-भाड़ वाले इलाके, कार्यालयों व अन्य कार्यस्थलों पर विशेष ध्यान रखा जाए। वहां सैनिटाइजेशन कराएं तथा सेफ डिस्टेंसिंग का ख्याल रखें। कहा कि राज्‍य में सोमवार से धार्मिक स्‍थल खुल गए हैं। इसके अलावा कई अन्य गतिविधियां शुरू हो गयी हैैं। उन्हें देखते हुए अधिक से अधिक सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को दिए गए निर्देश में कहा कि लोग अनिवार्य रूप से मास्क का प्रयोग करें, यह सुनिश्चित किया जाए। कोरोना संक्रमण से बचाव को ले लोगों को जागरूक करते रहें। माइकिंग के साथ-साथ अन्य प्रचार के माध्यमों के जरिए लोगों को जागरूक करने को ले सघन अभियान चलाते रहें। संक्रमित लोगों की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रोटोकॉल के अनुरूप आइसोलेशन वार्ड एवं बेड की संख्या बढ़ाएं। सभी जरूरी चिकित्सकीय सुविधाओं की उपलब्धता को सुनिश्चित करें।

इसके पहले रविवार को हुई हाई प्रोफाइल बैठक में भी मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिलों में जांच की व्यवस्था किए जाने को ले पूर्व में निर्देश दिया गया था। उसके तहत अधिकतर जिलों में जांच की व्यवस्था हो गयी है। शेष बचे जिलों में जांच की व्यवस्था शीघ्र कराएं। स्वास्थ्य संबंधी आधारभूत संरचनाओं को सुदृढ़ करें। सभी अस्पतालों में चिकित्सकीय सुविधाओं का विस्तार किया जाए। आवश्यक उपकरणों एवं दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करें। बाहर से आए सभी लोगों की डोर टू डोर स्क्रीनिंग कराएं। इसका नियमित फॉलोअप भी करें। कोरोना संक्रमित अधिकतर लोगों में लक्षणों का पता नहीं चलता है। सभी की सतत निगरानी आवश्यक है।

रोजगार सृजन की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे जुड़े कार्यों की लगातार मॉनीटरिंग करते रहें। श्रम प्रधान योजनाओं को प्राथमिकता में रखा जाए। बिहार में रह रहे श्रमिकों के साथ-साथ बाहर से आए श्रमिकों के रोजगार पर आगे काम बढ़ाएं। औद्योगिक प्रोत्साहन नीति 2016 में आवश्यकता के अनुसार संशोधन का प्रस्ताव लाएं। आधुनिक तकनीक का प्रयोग करते हुए स्किल सर्वे के आंकड़ों के आधार पर नियोक्ता एवं इच्छुक श्रमिकों की आवश्यकताओं को मैच करें। मानसून के आगमन के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ निरोधक कार्यों व सुरक्षात्मक कार्यों को तुरंत पूरा करें। संभावित बाढ़ की स्थिति से बचने के लिए सभी जरूरी तैयारी रखें।

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