पटना मेट्रो को मोदी सरकार ने दिया ग्रीन सिगनल, 17 फरवरी को PM करेंगे शिलान्‍यास

बिहार के लिए गुड न्यूज। पटना मेट्रो को मंजूरी मिल गई। नरेंद्र मोदी की सरकार ने इसे ग्रीन सिगनल दे दिया है। बुधवार को हुई केंद्रीय कैबिनेट में इसे स्‍वीकृति मिल गई।

By Rajesh ThakurEdited By: Publish:Wed, 13 Feb 2019 08:29 PM (IST) Updated:Thu, 14 Feb 2019 03:58 PM (IST)
पटना मेट्रो को मोदी सरकार ने दिया ग्रीन सिगनल,  17 फरवरी को PM करेंगे शिलान्‍यास
पटना मेट्रो को मोदी सरकार ने दिया ग्रीन सिगनल, 17 फरवरी को PM करेंगे शिलान्‍यास

पटना [जेएनएन]। बिहार के लिए गुड न्यूज। पटना मेट्रो को मंजूरी मिल गई। नरेंद्र मोदी की सरकार ने इसे ग्रीन सिगनल दे दिया है। बुधवार को हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में इस पर सहमति बन गयी और इस पर अपनी स्वीकृति की मुहर लगा दी। 17 फरवरी को पीएम नरेंद्र मोदी इसका शिलान्‍यास करेंगे।  वहीं सीएम नीतीश कुमार ने इसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी को बधाई दी है। 
पटना मेट्रो के लिए केंद्र सरकार ने 13365.77 करोड़ रुपए खर्च आएंगे, जबकि 31.39 KM लाइन तैयार होगी। पटना मेट्रो के प्रस्‍ताव को मंजूरी मिलने से इस काम में अब तेजी आएगी। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इसे बिहार के लिए बड़ी उपलब्धि बताया है। कहा कि इससे बिहार का और तेजी से विकास होगा तथा यहां के लोगाें को इससे काफी सुविधा मिलेगी। वहीं डिप्‍टी सीएम सुशील मोदी ने भी नरेंद्र मोदी व नीतीश कुमार को इसके लिए बधाई दी। 

2016 में शुरू हुआ मेट्रो परियोजना पर काम 
राजधानी में मेट्रो रेल योजना पर प्रदेश में 2016 में काम शुरू हो गया था। इसी महीने 6 फरवरी को केंद्रीय प्रोजेक्ट अप्रूवल बोर्ड ने पटना मेट्रो प्रोजेक्ट पर अपनी मुहर लगाई थी। इसके पूर्व बिहार कैबिनेट ने 26 सितंबर को इस परियोजना को अपनी हरी झंडी दी थी। जिसके बाद आज इसे केंद्रीय कैबिनेट के ध्यानार्थ लाया गया। पटना मेट्रो योजना अगले पांच साल में जमीन उतार दी जाएगी। योजना के पहले फेज में दो कॉरिडोर बनाए जाएंगे। 
13365.77 करोड़ आएगी लागत 
नगर विकास विभाग की ओर से बताया गया कि पटना मेट्रो रेल प्रोजेक्ट को पूरा करने पर 13365.77 करोड़ रुपये की लागत आएगी। योजना पर खर्च होने वाली राशि का बीस फीसद हिस्सा केंद्र और बीस फीसद राज्य सरकार वहन करेगी। शेष 60 प्रतिशत राशि का प्रबंध पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन का करना होगा। इस राशि का प्रबंध कॉरपोरेशन बैंक लोन और दूसरे सॉफ्टलोन से हो सकेगा। 
बनाए जाएंगे दो कॉरिडोर  
पटना मेट्रो परियोजना के तहत दो कॉरिडोर बनाए जाएंगे। ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर और नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर। ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर की लंबाई 16.94 किमी होगी। जबकि नार्थ-साउथ कॉरिडोर की लंबाई 14.45 किमी होगी। 
ऐसे होंगे दोनों कॉरिडोर 
पहला कॉरिडोर (ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर) - इस रूट में दानापुर, रूपसपुर, सगुना मोड़, राजा बाजार, गोल्फ क्लब, चिडिय़ाखाना, रूकुनपुरा, विकास भवन, विद्युत भवन, जंक्शन, मीठापुर बस स्टैंड आदि मेट्रो स्टेशन होंगे। ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर की लंबाई 16.94 किमी होगी। इसमें 5.49 किमी एलीवेटेड और 11.21 किमी अंडरग्राउंड होंगे। इस कॉरिडोर में स्टेशनों की संख्या 12 होगी। 
दूसरा कॉरिडोर (नार्थ-साउथ कॉरिडोर) - इस रूट में पटना जंक्शन, पटना जंक्शन, आकाशवाणी, गांधी मैदान, पीएमसीएच, पीयू, प्रेमचंद्र रंगशाला, राजेन्द्र नगर टर्मिनल, एनएमसीएच, कुम्हरार, गांधी सेतु जीरोमाइल, आईएसबीटी आदि मेट्रो स्टेशन होंगे। नार्थ-साउथ कॉरिडोर की लंबाई 14.45 किमी होगी। इसमें  9.90 किमी एलीवेटेड और 5.55 किमी अंडरग्राउंड होंगे।  इस कॉरिडोर में स्टेशनों की संख्या 12 होगी। 
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2 मार्च 2016 को योजना को मिली मंजूरी 
राज्य सरकार ने दो मार्च 2016 को पटना मेट्रो की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) को अपनी मंजूरी दी थी। सितंबर 2016 में इसे शहरी विकास मंत्रालय को सौंपा गया। इस परियोजना का डीपीआर राइट्स कंपनी ने बनाया है। मंत्रालय ने राज्य सरकार को मेट्रो रेल पॉलिसी बनाने को कहा और इसके आधार पर फाइनल रिपोर्ट मांगी। जिसके बाद राज्य सरकार की सहमति प्राप्त करते हुए मेट्रो रेल पॉलिसी 2017 के प्रावधानों पर राज्य सरकार की प्रतिबद्धता के साथ पटना मेट्रो रेल प्रोजेक्ट का कार्यान्वयन एसपीवी मॉडल कराने के लिए डीपीआर, सीएमपी और अल्टरनेटिव एनालाइसिस सहित परियोजना प्रस्ताव केन्द्र सरकार को भेजा गया।

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