गुरुनानक देव के 549वें प्रकाशपर्व पर निकला नगर कीर्तन, मुख्‍य समारोह कल

सिखों के प्रथम गुरु श्री गुरु नानक देव महाराज का 549वां प्रकाशोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस अवसर पर तख्त श्री हरिमंदिर पटना साहिब में मुख्य समारोह शुक्रवार को है।

By Amit AlokEdited By: Publish:Thu, 22 Nov 2018 08:11 PM (IST) Updated:Thu, 22 Nov 2018 08:11 PM (IST)
गुरुनानक देव के 549वें प्रकाशपर्व पर निकला नगर कीर्तन, मुख्‍य समारोह कल
गुरुनानक देव के 549वें प्रकाशपर्व पर निकला नगर कीर्तन, मुख्‍य समारोह कल

पटना [जेएनएन]। सिख पंथ के प्रथम गुरु श्री गुरु नानक देव महाराज के 549वें प्रकाशोत्सव पर गुरुवार को गुरु का बाग से दोपहर बाद निकला नगर कीर्तन शाम साढ़े सात बजे दशमेश गुरु की जन्मस्थली तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब जाकर समाप्त हुआ। अशोक राजपथ पर विभिन्न संगठनों द्वारा नगर-कीर्तन का जगह-जगह स्वागत किया गया। पूरा इलाका वाहे गुरु के जयकारे से गूंज रहा था।

शुक्रवार को तख्त श्री हरिमंदिर पटना साहिब में सुबह आठ बजे से मुख्य समारोह आरंभ होगा।

सजे रथ पर चल रही थी गुरुग्रंथ साहिब की सवारी

नगर कीर्तन में पालकी के आगे कीर्तनी जत्था तथा पंज-प्यारे हाथ में तलवार लिए चल रहे थे। पंथ के झूलते निशान के बीच सजे रथ पर गुरुग्रंथ साहिब की सवारी चल रही थी। रथ की सेवा जत्थेदार ज्ञानी इकबाल सिंह कर रहे थे। नगर कीर्तन निकलने के पूर्व गुरुवार को गुरु का बाग गुरुद्वारा में तीन दिवसीय अखंड पाठ की समाप्ति हुई।

कीर्तन में दिल्ली के भाई केवल सिंह, लुधियाना के भाई देविन्दर सिंह तथा पटना साहिब के भाई नविंदर सिंह ने संगत को निहाल किया। वहीं कवि दरबार में दिल्ली की बीबी राजिन्दर कौर राज, सरदार महिन्दर सिंह परिंदा, सरदार अमरीक सिंह खुश, पंजाब से सरदार शीतल सिंह शीतल, जमशेदपुर से भाई जसबीर सिंह ने अपनी प्रस्तुति दी।

कथा वाचक ज्ञानी चरणजीत सिंह व हजूरी कथा वाचक ज्ञानी सुखदेव सिंह ने सिख पंथ के प्रथम गुरु नानक देव की जीवनी पर प्रकाश डाला। इसके बाद जत्थेदार ज्ञानी इकबाल सिंह ने विश्व शांति के लिए अरदास की।

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