घर पर रहकर ही गैरकानूनी कार्यों को अंजाम देता था मिंटू अली, यूपी पुलिस की कार्रवाई से उठे सवाल

पुलिस पर गोलीबारी समेत अन्‍य गंभीर मामलों में वांछित 25 हजार का इनामी बदमाश और पशु तस्‍कर मिंटू अली की सिवान जिले में गिरफ्तारी ने बिहार पुलिस के सूचनातंत्र पर सवाल खड़े किए हैं। उसे बीते दिन पुलिस ने गिरफ्तार किया था।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Thu, 20 Jan 2022 04:54 PM (IST) Updated:Thu, 20 Jan 2022 04:54 PM (IST)
घर पर रहकर ही गैरकानूनी कार्यों को अंजाम देता था मिंटू अली, यूपी पुलिस की कार्रवाई से उठे सवाल
कुख्‍यात पशु तस्‍कर सिवान से गिरफ्तार। सांकेतिक तस्‍वीर

कुचायकोट (गोपालगज), संवाद सूत्र। पुलिस पर गोलीबारी समेत अन्‍य गंभीर मामलों में वांछित 25 हजार का इनामी बदमाश और पशु तस्‍कर मिंटू अली की यूपी पुलिस ने गिरफ्तारी की तब बिहार पुलिस के कान खड़े हुए। इतने दिनों से वह अपने गांव से ही गैरकानूनी धंधे में संलिप्‍त रहता था। बावजूद स्‍थानीय पुलिस बेखबर बनी रही। उत्‍तर प्रदेश पुलिस ने गोपालपुर थाना क्षेत्र के अहिरौली दुबौली के तकिया बारी गांव निवासी मिंटू अली को गिरफ्तार किया। मिंटू अली ने गैरकानूनी कार्यों से अकूत संपत्ति अर्जित कर ली थी। शानदार घर बना लिया। लग्‍जरी गाड़ी पर चलता था। आधा दर्जन से अधिक वाहनों का मालिक वह था। लेकिन इसके बाद भी तमाम सरकारी एजेंसियों की नजरों से वह दूर रहा। यूपी पुलिस ने 17 जनवरी को सिवान जिले के बड़हरिया थाना क्षेत्र के कर्बला नामक स्थान से उसे गिरफ्तार किया था। यूपी पुलिस ने बकायदा 25 हजार का इनाम उसपर घोषित कर रखा था। इतने बड़े पशु तस्कर गिरोह का सरगना स्थानीय पुलिस के नाक के नीचे अपना कारनामा करता रहा।

डेढ़ साल में तीन बार पुलिस पर हमला कर चुके हैं पशु तस्कर

पांच दिनों पूर्व कुचायकोट थाना क्षेत्र के बलथरी चेकपोस्ट के पास सात पशुओं से लदी एक पिकअप पुलिस ने जब्त की थी। इस पशु तस्करी नेटवर्क के मुख्य सरगना तक पुलिस नहीं पहुंच सकी। विदित हो कि पूर्व में भी यह पूरा सीमावर्ती इलाका पशु तस्करी का प्रमुख केंद्र रहा है। इस इलाके के पशु तस्कर इतने ढीठ हैं कि पिछले डेढ़ सालों में तीन बार पुलिस की गाड़ी पर हमला भी कर चुके हैं। पिछले वर्ष गोपालपुर थाना क्षेत्र के नाराहवां शुक्ल गांव के पास पशु तस्करों ने उत्पाद विभाग की स्कार्पियो को पुलिस की गाड़ी समझकर पिकअप से जबरदस्त टक्कर मारी थी। इसमें उत्पाद विभाग के तीन कर्मी घायल भी हुए थे। इसके पूर्व जिलेबिया मोड़ पर भी पशु तस्करों द्वारा पुलिस की गाड़ी में धक्का मारे जाने की घटना हो चुकी है।

सीमावर्ती क्षेत्र में पशु तस्करी के बड़े नेटवर्क की हुई पुष्टि

मिंटू अली पर पशु तस्करी, पुलिस पर हमला, पुलिस पर गोलीबारी समेत अन्य गंभीर आरोप दर्ज है। मिंटू की गिरफ्तारी के बाद एक बार फिर इस सीमावर्ती क्षेत्र में पशु तस्करी के बड़े नेटवर्क की पुष्टि हुई है। उत्तर प्रदेश के तरेया सुजान और बिहार के कुचायकोट और गोपालपुर थाना क्षेत्र में पशु तस्करी के मामले अक्सर सामने आते रहते हैं। मिंटू अली की गिरफ्तारी के बाद यह बात भी सामने आई कि वह स्थानीय स्तर पर दर्जनों युवकों को अपने गिरोह से जोड़कर पशु तस्करी को अंजाम देता था। इधर एसडीपीओ संजीव कुमार का कहना है कि यूपी पुलिस ने जिस बदमाश को गिरफ्तार किया है वह अपने पैतृक गांव में नहीं रहता था। वह हमेशा सिवान व गोरखपुर में अपना डेरा जमाकर रहता था। उसकी गिरफ्तारी भी यूपी पुलिस ने सिवान से की है। गिरफ्तारी के बाद उसकी कुंडली खंगाल रही है। 

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