मॉरिशस में सजेगा शिल्प कला का बाजार

चार से सात जुलाई तक मॉरिशस में शिल्प कलाकृतियों की लगेगी प्रदर्शनी । - उद्योग विभाग की आ

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Jun 2017 03:05 AM (IST) Updated:Thu, 29 Jun 2017 03:05 AM (IST)
मॉरिशस में सजेगा शिल्प कला का बाजार
मॉरिशस में सजेगा शिल्प कला का बाजार

- चार से सात जुलाई तक मॉरिशस में शिल्प कलाकृतियों की लगेगी प्रदर्शनी

- उद्योग विभाग की ओर से राज्य पुरस्कार से प्राप्त शिल्पियों को मॉरिशस जाने का मिला है आमंत्रण

पटना - भारतीय संस्कृति संबंध परिषद एवं मुख्यमंत्री सचिवालय की स्वीकृति के बाद बिहार का सांस्कृतिक दल एक जुलाई को मॉरिशस के लिए रवाना होगा। उपेंद्र महारथी शिल्प संस्थान की ओर से 10 शिल्पकारों को भी मॉरिशस यात्रा के लिए भेजा जा रहा है। चार से सात जुलाई तक चलने वाले महोत्सव में बिहार के शिल्पकार भाग लेकर अपनी कलाकृतियों को प्रस्तुत करेंगे। संस्थान के उप-निदेशक अशोक कुमार सिन्हा ने कहा कि शिल्पकारों के लिए विदेश दौरा बहुत बड़ी बात है। ऐसे में जहां कलाकारों का मनोबल बढ़ेगा वहीं बिहार की शिल्प कला का भी प्रमोशन होगा। यात्रा के दौरान कला संस्कृति विभाग के अपर सचिव आंनद कुमार और शिल्प संस्थान के उप-विकास पदाधिकारी भी मौजूद होंगे। भोजपुरी स्पीकिंग यूनियन मॉरिशस की ओर से चार दिवसीय बिहार महोत्सव में कलाकार बिहार के पारंपरिक लोक संगीत के साथ शिल्प कला की जीवंत प्रदर्शनी से लोगों को दिल जीतेंगे।

राज्य सरकार से पुरस्कृत कलाकार लेंगे भाग - सिन्हा ने कहा कि वैसे कलाकारों को महोत्सव में भाग लेने का मौका मिला है जो राज्य सरकार से पुरस्कार प्राप्त किए है। उद्योग विभाग ने 10 नामचीन शिल्प कलाकारों के साथ राज्य पुरस्कार प्राप्त कलाकारों का चयन किया गया है।

पद्मश्री बऊआ देवी यात्रा की होंगी मुख्य आकर्षण - मॉरिशस यात्रा के दौरान मधुबनी पेटिंग की पद्मश्री बऊआ देवी अपने हुनर को प्रस्तुत करेंगी। देवी मिथिला पेंटिंग की बारीकियों से लोगों को परीचित कराएंगी। सुजनी शिल्प में संजू देवी, मंजूषा कला में उलपी झा, टिकुली पेंटिंग में अशोक कुमार विश्वास, काष्ठ कला में कुश कुमार, पाषाण शिल्प में फिरंगी लाल गुप्ता, टेराकोटा में लाला पंडित, एप्लिक-कशीदा में सुशीला देवी और छापा कला में निम्मी सिन्हा आदि कलाकार महोत्सव में भाग लेंगे।

कला निर्माण के साथ कलाकृतियों की होगी बिक्री - यात्रा के दौरान कलाकारों को अलग-अलग स्टॉल दिए जाएंगे जहां पर शिल्पकार अपनी कलाकृतियों का प्रदर्शन करने के साथ उनकी बिक्री भी करेंगे। यात्रा में जा रहे टिकुली कला में राज्य पुरस्कार प्राप्त अशोक कुमार विश्वास ने कहा कि सरकार की अच्छी पहल है। यात्रा से जहां दोनों देशों के बीच मधुर संबंध बनेंगे वहीं मॉरिशस में बिहार की लोक संस्कृति और लोक कला से लोग रूबरू होंगे।

व्यापार के बढ़ेंगे आसार - चार दिवसीय महोत्सव को लेकर कलाकारों के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ रही है। शिल्प कलाकारों ने कहा कि यह यात्रा शिल्प कला को बढ़ावा देने के साथ-साथ शिल्प के बाजार को भी प्रभावित करेगी। कलाकृतियों की मांग बढ़ने से कलाकारों की ब्राडिंग होने के साथ व्यापार के आसार भी नजर आ रहे हैं। ऑनलाइन मार्केटिंग के द्वारा कलाकृतियों की बिक्री होगी और आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ होगी। शिल्प कलाकृति का ऑनलाइन मार्केट होने से देश-विदेश में घर बैठे लोग कलाकृतियों की खरीदारी कर सकेंगे।

मॉरिशस यात्रा शिल्पियों के लिए रोजगार के नए द्वार खोलेगी। वहीं महोत्सव में शिल्प कला की प्रदर्शनी के साथ लोग इनकी बारीकियों से भी अवगत होंगे। महोत्सव में जहां शिल्पकारों की कलाकृतियों का जीवंत प्रदर्शन होगा वहीं उनकी बिक्री के लिए भी अलग से स्टॉल लगाए जा रहे है। सरकार का हमेशा से प्रयास शिल्प कला को बढ़ावा देने के साथ कलाकारों को बेहतर मंच देने का प्रयास रहा है।

अशोक कुमार विश्वास, उप-निदेशक उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान

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