खिड़की से फेंकी गई थी चिट्ठी, बच्चे की है हैंडराइटिंग
दवा व्यवसायी अमरजीत से चिट्ठी लिखकर 50 लाख रुपये रंगदारी मांगने के मामले की गुत्थी सुलझाने में पुलिस जुटी है।
पटना : दवा व्यवसायी अमरजीत से चिट्ठी लिखकर 50 लाख रुपये रंगदारी मांगने के मामले की गुत्थी सुलझाने में पुलिस लगी है। पुलिसिया तफ्तीश में अभी तक जो बातें सामने आयी है उसके मुताबिक अमरजीत को उसके कमरे से यह चिट्ठी मिली थी। खिड़की से उसके कमरे में किसी ने फेंका था यह बात सामने आ रही है। साथ ही पुलिस ने चिट्ठी की लिखावट की पड़ताल की तो यह बात पता चली है हैंडराइटिंग किसी बच्चे की है। इस बावत सिटी एसपी पूर्वी राजेंद्र भील ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।
अमरजीत के घर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। उसकी जांच की गई तो उसमें किसी भी शख्स की तस्वीर नहीं दिखी। न ही कोई संदिग्ध दिखा है। कमरे में धमकी भरी चिट्ठी किसी ने कैसे पहुंचायी यह भी रहस्य का विषय है। जहां तक पीड़ित का कहना है कि खिड़की से किसी ने फेंक दी होगी। लेकिन जिस दिन उसके कमरे में चिट्ठी मिली उस दिन भी उसके यहां लगे सीसीटीवी फुटेज में किसी दूसरे शख्स की तस्वीर नहीं दिखी है। वहीं चिट्ठी में लिखी हैंडराइटिंग की जांच की गई तो वह किसी बच्चे की लगती है।
पुलिस इस मामले की गुत्थी सुलझाने में जुटी है। पुलिस चिट्ठी में दिए दोनों नंबरों की जांच कर उनलोगों से पूछताछ कर चुकी है जिनके पास इस नंबर का सिम है। दोनों नंबर इसके पड़ोस में रहने वाले दिनेश साव और उसके दामाद का है। दिनेश के बेटे की शादी है लिहाजा उसने शादी के कार्ड पर अपना और अपने दामाद का मोबाइल नंबर प्रिंट करवाया था। पेशे से वे लोग मजदूरी करने वाले हैं। पुलिस इस संबंध में अमरजीत और उनकी पत्नी से गहराई से पूछताछ करेगी ताकि कोई सुराग हाथ लग सके।
गौरतलब है कि शनिवार को रामकृष्णानगर थाने के खेमनीचक विश्वकर्मा कॉलोनी निवासी और पेशे से दवा व्यवसायी अमरजीत को चिट्ठी भेजकर 50 लाख रुपये रंगदारी की मांग की गई थी। अमरजीत की मलाही पकड़ी में श्री गणेश मेडिकल नाम की दुकान है।
अमरजीत के घर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। उसकी जांच की गई तो उसमें किसी भी शख्स की तस्वीर नहीं दिखी। न ही कोई संदिग्ध दिखा है। कमरे में धमकी भरी चिट्ठी किसी ने कैसे पहुंचायी यह भी रहस्य का विषय है। जहां तक पीड़ित का कहना है कि खिड़की से किसी ने फेंक दी होगी। लेकिन जिस दिन उसके कमरे में चिट्ठी मिली उस दिन भी उसके यहां लगे सीसीटीवी फुटेज में किसी दूसरे शख्स की तस्वीर नहीं दिखी है। वहीं चिट्ठी में लिखी हैंडराइटिंग की जांच की गई तो वह किसी बच्चे की लगती है।
पुलिस इस मामले की गुत्थी सुलझाने में जुटी है। पुलिस चिट्ठी में दिए दोनों नंबरों की जांच कर उनलोगों से पूछताछ कर चुकी है जिनके पास इस नंबर का सिम है। दोनों नंबर इसके पड़ोस में रहने वाले दिनेश साव और उसके दामाद का है। दिनेश के बेटे की शादी है लिहाजा उसने शादी के कार्ड पर अपना और अपने दामाद का मोबाइल नंबर प्रिंट करवाया था। पेशे से वे लोग मजदूरी करने वाले हैं। पुलिस इस संबंध में अमरजीत और उनकी पत्नी से गहराई से पूछताछ करेगी ताकि कोई सुराग हाथ लग सके।
गौरतलब है कि शनिवार को रामकृष्णानगर थाने के खेमनीचक विश्वकर्मा कॉलोनी निवासी और पेशे से दवा व्यवसायी अमरजीत को चिट्ठी भेजकर 50 लाख रुपये रंगदारी की मांग की गई थी। अमरजीत की मलाही पकड़ी में श्री गणेश मेडिकल नाम की दुकान है।