लालू का केंद्र सरकार पर आरोप - बिहार में बाढ़ के लिए क्या मदद की बताइए?

लालू ने केंद्र सरकार पर बिहार के साथ पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा कि जब जम्मू कश्मीर में बाढ आयी तो पीएम बाढ राहत कोष से काफी पैसे दिए गए और बिहार को अबतक कुछ नहीं मिला है।

By Kajal KumariEdited By: Publish:Fri, 26 Aug 2016 01:05 PM (IST) Updated:Fri, 26 Aug 2016 11:30 PM (IST)
लालू का केंद्र सरकार पर आरोप - बिहार में बाढ़ के लिए क्या मदद की बताइए?

पटना [वेब डेस्क]। राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जब जम्मू कश्मीर में बाढ़ आई थी तो पीएम ने राहत कोष से काफी राशि मदद के तौर पर दी गई, लेकिन बिहार में बाढ़ आई है तो अबतक कोई मदद नहीं की गई। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने अबतक बिहार में बाढ़ के लिए क्या मदद की है, वो बताना चाहिए?

लालू ने अपने बयान का किया बचाव

लालू ने गुरुवार को बाढ़ को लेकर दिए अपने उस बयान का बचाव किया है,जिसमें उन्होंने बाढ़ पीडि़तों से कहा था कि आप लोग भाग्यशाली हैं कि गंगा मइया आपके घर और रसोई तक पहुंच गई हैं। इसके बाद हुई आलोचना पर अपना बचाव करते हुए राजद प्रमुख ने कहा कि उनके बयान को सकारात्मक रूप से देखा जाना चाहिए।

उन्होंने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद यह बात कही थी। उन्होंने कहा था कि आप लोग भाग्यशाली हैं, गंगा सबको बचाएगी। आप किस्मतवाले हैं कि गंगा आपके घर तक आई है। भगवान से प्रार्थना करें कि बाढ़ से जल्द छुटकारा मिले। इस दौरान लालू ने केंद्र सरकार पर हमला बोला और कहा कि गंगा माता इसीलिए क्रोधित है, क्यूंकि बीजेपी के द्वारा केंद्र में चल रही सरकार गंगा जल बेच रही है।

लालू ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करते हुए कहा कि 'बीजेपी 80 रुपए में एक बोतल गंगा जल बेच रही है। इसी कारण गंगा माता नाराज है और सीधे लोगों के घर पर पहुंच रही है।' गंगा मां के जल को बेचा इसीलिए बिहार में बाढ आ गयी।

रामविलास ने की कड़ी आलोचना

उनके इस बयान पर केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के प्रमुख रामविलास पासवान ने लालू की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि गंगा से आई बाढ़ से घिरे लोगों को भाग्यशाली बताकर वह पीडि़तों के जले पर नमक छिड़क रहे हैं। पासवान ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बिहार में लोग बाढ़ से तबाह हैं और उन्हें राहत पहुंचाने के बजाए लालू प्रसाद यादव उनका मजाक उड़ा रहे हैं।

यादव का यह कहना कि आप भाग्यशाली हैं कि जिस गंगा जल के लिए तड़पते थे, वह गंगा मईया आपके घर और रसोई तक पहुंच गई हैं, बाढ़ पीडि़तों के जले पर नमक छिड़कने के समान है। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि बाढ़ आना किस्मत की बात है तो यादव कल सांप के काटने पर यह भी कहेंगे कि आप भाग्यशाली हैं कि आपको नाग देवता ने काटा है।

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उन्होंने कहा कि यादव का बयान बेहद बेतुका और उनके संवेदनहीन होने का प्रमाण है। उनके इस बयान की वह घोर निंदा करते हैं। पासवान ने कहा कि यादव बाढ़ पीडि़तों के साथ आकर रहें और वहां का पानी पीएं तब उन्हें पता चल जाएगा कि बाढ़ का क्या मजा है।

उन्होंने बाढ़ राहत वितरण के कार्य पर असंतोष जताया और सरकार से राहत वितरण के कार्य में तेजी लाने का आग्रह करते हुए कहा कि बिना किसी भेदभाव के पीडि़तों के बीच राहत सामग्री का वितरण सुनिश्चित किया जाना चाहिए।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी किया लालू का बचाव

लालू यादव के इस बयान पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनका बचाव करते हुए कहा कि किसी भी बात को बोलने का लालू यादव का अपना तरीका है। अपनी स्टाइल है। उन्होंने अपने हिसाब से लोगों को समझाया।

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वहीं जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के वरिष्ठ नेता के सी त्यागी ने कहा कि लालू यादव धार्मिक प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं। गंगा को मां का दर्जा देते है। उन्होंने अपने ढंग से लोगों का खौफ दूर करने का प्रयास किया। इसमें गलत क्या है?

सोशल मीडिया पर भी लोगों ने जताई आपत्ति

लालू के गंगा मैया के लिए दिए गए बयान पर सोशल मीडिया साइट्स पर भी लोगों ने कड़ी आपत्ति जताई लोगों ने ट्वीटर और फेसबुक पर कॉमेंट्स की बौछार कर दी। लोगों ने एक सुर में कहा कि लालू का यह बयान बिल्कुल संवेदनहीन है। उन्हें अभी तो कम-से-कम संवेदना का परिचय देना चाहिए। हर समय मजाक करना अच्छी बात नहीं होती।

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