मरीज के परिजन ने पीटा, पीएमसीएच में जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर गए

सूबे के सबसे बड़े अस्पताल पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) में सोमवार तड़के एक मरीज के पिता ने जूनियर डॉक्टर को पीट दिया। इसके बाद जूनियर डॉक्टर हड़ताल में चले गए।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 24 Sep 2018 08:02 PM (IST) Updated:Mon, 24 Sep 2018 08:02 PM (IST)
मरीज के परिजन ने पीटा, पीएमसीएच में जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर गए
मरीज के परिजन ने पीटा, पीएमसीएच में जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर गए

पटना । सूबे के सबसे बड़े अस्पताल पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) में सोमवार तड़के चार बजे मरीज के परिजन द्वारा डॉक्टर के साथ मारपीट करने के बाद अस्पताल के जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले गए। जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल पर चले जाने के बाद पूरा अस्पताल लावारिस सा हो गया।

हड़ताल के बाद राज्य के कोने- कोने से आने वाले गंभीर मरीजों को इमरजेंसी के गेट पर ही सुरक्षा गार्ड भर्ती करने से मना करने लगे। जैसे ही कोई मरीज एंबुलेंस से उतारा जाता ट्रॉली मैन बता देते कि अस्पताल में हड़ताल है। कहीं बाहर ले जाएं, यहां देखने वाला कोई नहीं है। इमरजेंसी के गेट पर ही निजी अस्पतालों के दलाल सक्रिय हो गए। जैसे ही कोई एंबुलेंस इमरजेंसी के गेट पर आकर लगती वे मरीज के परिजनों का घेर लेते और कहने लगे कि यहां पर कोई डॉक्टर देखने वाला नहीं है। आप किसी निजी अस्पताल में ले जाइए नहीं तो मरीज की मौत हो जाएगी। जो मरीज किसी तरह अस्पताल में चला भी जाता, तो उसे देखने वाला कोई नहीं था। डॉक्टर हड़ताल की बात कहकर बाहर भेज देते थे। अस्पताल में भर्ती करने के लिए भी सोमवार को विधायक एवं सांसदों की पैरवी अधीक्षक के पास होती रही।

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: मरीज को ले जाने को लेकर हुई थी मारपीट :

सोमवार तड़़के ढाई बजे खगौल निवासी अनिल कुमार ने अपने 12 वर्षीय पुत्र आदित्य राज को पीएमसीएच के शिशु विभाग में भर्ती कराया था। उसे सांप ने काट लिया था।

अस्पताल प्रशासन की ओर से सुबह तक इलाज किया गया। जब मरीज की स्थिति में काफी सुधार हो गया तो परिजन उसे ले जाने की बात चिकित्सक से करने लगे। डॉक्टरों ने कहा कि मरीज को पूरी तरह से ठीक होने के बाद ले जाइएगा लेकिन उसके पिता नहीं माने और मरीज को बिना डॉक्टर की अनुमति के ले जाने लगे। इसी बीच लड़के के पिता ने डॉक्टर से अस्पताल से कागज की मांग की। इसे डॉक्टरों ने सरकारी संपत्ति बताकर देने से इनकार कर दिया। डॉक्टर के इनकार करने पर मरीज के पिता भड़क गए और पीडिया के जूनियर डॉक्टर दीनानाथ पर टूट पड़े। इससे वे घायल हो गए। उनके चेहरे पर चोट आ गई। मारपीट के बाद नाक से खून निकलने लगा। डॉ. दीनानाथ हार्ट के मरीज हैं, पेसमेकर पहले से ही लगा हुआ है। डॉक्टर को पीटने के बाद मरीज के परिजन आराम से निकल गए।

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: भर्ती से पहले ही लौटा दिये गए मरीज :

हड़ताल के बाद पीएमसीएच में अधिकांश मरीजों को इमरजेंसी में भर्ती करने से पहले ही लौटा दिया गया। राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों से सैकड़ों गंभीर मरीज आते रहे लेकर अधिकांश को लौटा दिया गया। घोसवरी से आए हरी महतो को पेट में काफी दर्द था। उनके परिजन घर से गंभीर स्थिति में पीएमसीएच में एंबुलेंस से लेकर आए थे। यहां पर इमजेंसी में पंजीयन हुआ लेकिन किसी डॉक्टर ने नहीं देखा तो वे वापस निजी अस्पताल में लेकर चले गए। इसके अलावा कुछ मरीजों ने सही तरीके से इलाज नहीं होने के कारण दम तोड़ दिया। सोमवार को अस्पताल में पांच से अधिक मरीजों ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। इनमें एक की मौत बच्चा वार्ड व चार की इमरजेंसी में हुई। इसके अलावा जेडीए की हड़ताल के कारण पांच मरीजों का ऑपरेशन टालना पड़ा। ओपीडी में भी मरीजों का इलाज प्रभावित हुआ। बहुत कम लोगों का पीएमसीएच में इलाज हुआ।

पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. राजीव रंजन प्रसाद के अनुसार मरीजों के इलाज के लिए अस्पताल की ओर से सीनियर डॉक्टरों का लगाया गया है। इसके अलावा सिविल सर्जन से भी डॉक्टरों की मांग की गई है। जरूरत पड़ने पर बाहर से भी डॉक्टर मंगाए जाएंगे।

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