बिहार के पूर्वी चंपारण में पत्रकार की निर्मम हत्‍या: अगवा करने के बाद गला रेत कर फेंक दिया शव

बिहार के पूर्वी चंपारण में एक पत्रकार मनीष कुमार सिंह की हत्‍या कर दी गई है। अपराधियों ने उसे अगवा कर यातनाएं दीं फिर गला रेत कर मार डाला। मृतक के पिता भी पत्रकार हैं। घटना के सिलसिले में 17 लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई है।

By Amit AlokEdited By: Publish:Wed, 11 Aug 2021 04:37 PM (IST) Updated:Wed, 11 Aug 2021 04:42 PM (IST)
बिहार के पूर्वी चंपारण में पत्रकार की निर्मम हत्‍या: अगवा करने के बाद गला रेत कर फेंक दिया शव
पत्रकार मनीष की फाइल तस्‍वीर। हत्‍या स्‍थल पर उमड़ी भीड़ (तस्‍वीर: जागरण)।

पूर्वी चंपारण, जागरण संवाददाता। Journalist Manish Murder Case बिहार के पूर्वी चंपारण में एक न्‍यूज चैनल के युवा पत्रकार मनीष कुमार सिंह (Manish Kumar Singh) की निर्मम हत्‍या कर दी गई। शव को देखने से प्रतीत होता है कि हत्‍या के पहले उसे यातनाएं भी दी गईं। अपराधियों ने उसे अगवा करने के बाद फिर गला रेत कर मार डाला। इसके बाद शव को फेंक कर भाग गए। इस सिलसिले में मृतक के पिता ने उसके दो दोस्‍तों सहित 17 लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई है। मृतक के पिता के अनुसार घटना का एक कारण खबरों को लेकर दुश्‍मनी भी है।

गला रेतकर हत्या के बाद फेंक दिया था शव

पूर्वी चंपारण के हरसिद्धि थाना क्षेत्र के मठ लोहियार चौक से शनिवार की रात से लापता सुदर्शन न्यूज चैनल के पत्रकार मनीष कुमार सिंह (30 वर्ष) का शव मंगलवार को मठलोहियार गद्दी टोला के पास चंवर से मिला। इसकी सूचना के बाद वहां भीड़ जुट गई। अरेराज के डीएसपी संतोष कुमार ने बताया कि ग्रामीण खेत में खाद का छिड़काव कर रहे थे। इसी दौरान मनीष का जूता और मोजा मिला। बाद में पुलिस ने शव को पानी से निकाला। आशंका है कि गला रेतकर हत्या के बाद शव को वहां फेंक दिया गया था।

एक दोस्‍त के घर पर मिला मनीष का बैग

डीएसपी के अनुसार शनिवार के वीडियो फुटेज में मनीष के साथ दो दोस्‍त अमरेंद्र कुमार और अमजद आलम थे। बाद में दोनों घर चले गए और मनीष लापता हो गया। इस मामले में दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। मनीष का बैग अमरेंद्र कुमार के घर से मिला।

मृतक के पिता ने 13 को किया नामजद

अरेराज के पहाड़पुर थाना क्षेत्र के बथुआहा टोला के रहने वाले मृत पत्रकार के पिता संजय सिंह भी पत्रकार हैं। वे 'अरेराज दर्शन' नाम से एक पत्रिका निकालते हैं। संजय सिंह आरटीआइ कार्यकर्ता भी हैं। उनके अनुसार खबरों को उजागर करने के कारण कई लोगों से दुश्‍मनी है, जो उन्‍हें धमकियां देते रहे हैं। भूमि विवाद भी है। इन्‍हीं कारणों से उनके बेटे की हत्‍या की गई। उन्‍होंने बेटे की हत्‍या के मामले में उसके दोस्‍तों अमरेंद्र कुमार और अरशद आलम सहित 13 लोगों को नामजद किया है।

स्वजनों ने शव के साथ किया सड़क जाम

उधर, घटना से आक्रोशित स्वजनों और ग्रामीण ने शव के साथ सड़क जाम कर दिया। वे ग्रामीण एसपी को बुलाने, सभी आरोपितों की गिरफ्तारी, स्पीडी ट्रायल चलाने, मृतक के परिवार और जिले के पत्रकारों को सुरक्षा देने की मांग कर रहे थे। बाद में एएसपी शैशव यादव तथा अरेराज के डीएसपी संतोष कुमार ने लाेगों को शांत कराया। डीएसपी ने कहा कि इस मामले में अभियुक्तों के खिलाफ स्पीडी ट्रायल के तहत कार्रवाई की जाएगी।

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