सेना व इंटेलिजेंस अधिकारियों को आ रहे ISI के प्रैंक कॉल, अलर्ट जारी, जानिए...
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी (आइएसअाइ) भारत मेें एक नए प्लान पर काम कर रही है। इसके तहत वह भारतीय सेना, अर्धसैनिक बलों व पुलिस के अधिकारियों से दोस्ती कर उनसे बातों-बातों में गोपनीय सूचनाएं हासिल करने की कोशिश कर रही है।
पटना। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी (आइएसअाइ) भारत मेें एक नए प्लान पर काम कर रही है। इसके तहत वह भारतीय सेना, अर्धसैनिक बलों व पुलिस के अधिकारियों से दोस्ती कर उनसे बातों-बातों में गोपनीय सूचनाएं हासिल करने की कोशिश कर रही है। सूत्र बताते हैं कि बिहार एटीएस (एंटी टेररिस्ट स्क्वायड) के आइजी कुंदन कृष्णन ने सुरक्षा एजेंसियों को आगाह करते लिखे पत्र में इसका जिक्र किया है।
आइएसआइ भारत से जुड़ी गोपनीय और महत्वपूर्ण सूचनाएं छद्म तरीके से लेने की कोशिश कर रही है। उसके अधिकारी भारतीय सेना, अर्धसैनिक बल, पुलिस व इंटेलिजेंस के अधिकारियों के नंबर पर फोन कर उनसे दोस्ताना अंदाज में बात कर सूचनाएं लेने का प्रयास कर रहे हैं। ये फोन पाकिस्तान से आ रहे है, लेकिन माेबाइल पर ये भारतीय नंबरों की तरह दिखते हैं। यहां तक कि अधिकारियों के मोबाइल पर आॅफिसियल नंबर भी डिस्प्ले हो रहे हैं।
आइजी के पत्र के अनुसार, भारतीय अधिकरियों से झांसे में लेकर उनसे दोस्ताना माहौल में गोपनीय सूचनाएं लेने के प्रयास किए जा रहे हैं। पत्र में देश की सुरक्षा और भारत सरकार से जुड़ी संवेदनशील सूचनाएं लीक होेने की आशंका को देखते हुए विशेष सतर्कता बरतने की बात कही गई है। साइबर सुरक्षा को मजबूत करने का भी निर्देश दिया गया है।
प्रैंक कॉल का हो रहा इस्तेमाल!
आइजी ने जैसे फोन कॉल का जिक्र किया है, उसे प्रैंक कॉल कहते हैं। इसेमें विशेष सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जाता है। इसके माध्यम से किसी विदेशी सिम कार्ड से फोन करने पर रिसिवर को उसके देश के किसी नंबर से फोन जाता है।
उजागर हो चुका साइबर क्राइम का पाकिस्तान कनेक्शन
बिहार में साइबर क्राइम के पाकिस्तानी कनेक्शन पहले भी उजागर हो चुके हैं। बीते 23 जनवरी को पटना एटीएस व भागलपुर पुलिस की संयुक्त टीम ने भागलपुर व लखीसराय से पाकिस्तान से जुड़े छह साइबर ठगों को गिरफ्तार किया था। ये ठग भारत के लोगों के मोबाइल नंबर पाकिस्तान के साइबर ठगों को भेजते थे।
पाकिस्तान के ठग यहां फोन कर लोगों से लॉटरी के नाम पर ठगी करते थे। पैसे हवाला के माध्यम से आता था।